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चम्बा ,01 फरवरी ! सुन्दर शिक्षा न्यास के तत्वावधान से कला सृजन पाठशाला द्वारा हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक काशी नाथ सिंह के जन्मोत्सव पर कविता पाठ तथा लेख पाठ का आयोजन सत्र-44 गूगल-मिट के माध्यम से किया । इस सुअवसर पर कला सृजन पाठशाला के सदस्यों के साथ-साथ राजकीय महाविद्यालय चम्बा के छात्रों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में मंच के अध्यक्ष शरत् शर्मा ने हाल ही में प्राप्त पद्मश्री कवि आलोचक विश्वनाथप्रसाद तिवारी तथा कविता संग्रह 'तुमड़ी के शब्द' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजे बद्री नारायण को कला सृजन पाठशाला की ओर से बधाई व शुभकामनाएं दी। साथ में यह भी कहा कि उनका रचनाकर्म भावी पीढ़ियों का मार्गदर्शन करता रहेगा। इसके उपरान्त अध्यक्ष शरत् शर्मा ने काशीनाथ सिंह का व्यक्तित्व एवं कृतित्व पढ़ा तथा उनके कथा सृजन का विश्लेषण भी किया। इसके पश्चात सभी कवियों ने अपनी अपनी रचनाओ से सभी को भावविभोर किया। कार्यक्रम की शुरूआत महाविद्यालय की छात्रा अंजलि की कविता 'शारीरिक शिक्षा' द्वारा की गई। जिसमें उन्होंने शारीरिक शिक्षा पर बल दिया। इसके बाद हेम राज ने 'देसी गाँव बाले हैं' कविता द्वारा गाँव के महत्व को उजागर किया। भाषा अध्यापक राकेश ठाकुर ने 'शब्द' कविता तथा अपनी शायरी से सबको मंत्र मुग्ध किया। युवा कवि हुगत खन्ना ने 'शब्द' तथा 'कविता बहुत कुछ कहती है' कविताओं द्वारा शब्दों के महत्व तथा कविता के सरोकारों पर प्रकाश डाला।नौ वर्षीय नन्ही कवियत्री कल्पना ठाकुर ने 'नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए' कविता द्वारा सभी का ध्यान अपनी और आकर्षित किया। महाराज सिंह परदेसी ने 'बेटियाँ' कविता द्वारा बेटियों पर मार्मिक कविता पेश की।पमेश कुमार ने 'मेरे वतन' कविता द्वारा सभी को देशभक्ति से ओतप्रोत किया । रेखा गक्खड़ 'रश्मि' ने 'देश प्रेम' तथा 'दहलीज पर खड़ा बुढ़ापा' कविता द्वारा सैनिकों की कुर्बानियां तथा बुजुर्गों की देखभाल किस तरह से की जाए, पर महत्वपूर्ण कविता पाठ किया। कला सृजन पाठशाला के महासचिव तथा राजकीय महाविद्यालय चम्बा के हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संतोष कुमार ने काशीनाथ सिंह की कहानी 'अपना रास्ता लो बाबा' के महत्व पर सारगर्भित तथा गज्ञानवर्धक लेख पढा। वरिष्ठ कवि भूपेन्द्र सिंह जसरोटिया ने 'भंडारा लाणा पैसा नि गुराहणा' तथा 'देखो कौन-कौन आए' कविता में सुंदर प्रकृति चित्रण के साथ-साथ कृष्ण और शिव की महिमा का भी गान किया। शरत् शर्मा ने हाल ही में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त बद्री नारायण की कविताएं 'प्रेम पत्र' तथा 'तुमड़ी के शब्द' कविताओं का पाठ कर के सभी सदस्यों को मंत्रमुग्ध किया। कला सृजन पाठशाला के संरक्षक बाल कृष्ण पराशर ने अपने सन्देश में कहा कि गूगल-मीट आयोजन में अधिक से अधिक सहभागियों के शिरकत की सम्भावना बनी हुई है जिससे कला सृजन पाठशाला की सक्रियता के लिए एक उम्दा माहौल मुहैया हो रहा है। साथ में यह भी कहा कि अन्य वरिष्ठ तथा पुरस्कार प्राप्त रचनाकारों की रचनाओं के प्रत्येक आयोजन में पाठ होने से यहां के सृजनकर्मियों को बहुत कुछ सीखने की प्रेरणा मिल रही है।इस आयोजन में मधु वर्मा, केहर सिंह राजौरिया तथा नन्दिनी शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन कला सृजन पाठशाला के महासचिव डॉक्टर संतोष कुमार ने अपनी त्वरित टिप्पणियों के साथ किया। वहीं मंच की सचिव भाषा अध्यापिका तथा कवियत्री रेखा गक्खड़ 'रश्मि' ने सभी रचनाओं का विश्लेषण करते हुए आयोजन सत्र-44 को अपने वक्तव्य सहित विराम की ओर अग्रसर किया। केंद्रीय बजट 2023-24 [ अमृत काल बजट ] यंहा पर देखे ! [PDF_VIEWER url=https://www.dropbox.com/s/z6pq10scg7imluz/DOC-20230201-WA0072..pdf?dl=0] https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा ,01 फरवरी ! सुन्दर शिक्षा न्यास के तत्वावधान से कला सृजन पाठशाला द्वारा हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक काशी नाथ सिंह के जन्मोत्सव पर कविता पाठ तथा लेख पाठ का आयोजन सत्र-44 गूगल-मिट के माध्यम से किया । इस सुअवसर पर कला सृजन पाठशाला के सदस्यों के साथ-साथ राजकीय महाविद्यालय चम्बा के छात्रों ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में मंच के अध्यक्ष शरत् शर्मा ने हाल ही में प्राप्त पद्मश्री कवि आलोचक विश्वनाथप्रसाद तिवारी तथा कविता संग्रह 'तुमड़ी के शब्द' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजे बद्री नारायण को कला सृजन पाठशाला की ओर से बधाई व शुभकामनाएं दी। साथ में यह भी कहा कि उनका रचनाकर्म भावी पीढ़ियों का मार्गदर्शन करता रहेगा। इसके उपरान्त अध्यक्ष शरत् शर्मा ने काशीनाथ सिंह का व्यक्तित्व एवं कृतित्व पढ़ा तथा उनके कथा सृजन का विश्लेषण भी किया। इसके पश्चात सभी कवियों ने अपनी अपनी रचनाओ से सभी को भावविभोर किया। कार्यक्रम की शुरूआत महाविद्यालय की छात्रा अंजलि की कविता 'शारीरिक शिक्षा' द्वारा की गई। जिसमें उन्होंने शारीरिक शिक्षा पर बल दिया। इसके बाद हेम राज ने 'देसी गाँव बाले हैं' कविता द्वारा गाँव के महत्व को उजागर किया। भाषा अध्यापक राकेश ठाकुर ने 'शब्द' कविता तथा अपनी शायरी से सबको मंत्र मुग्ध किया। युवा कवि हुगत खन्ना ने 'शब्द' तथा 'कविता बहुत कुछ कहती है' कविताओं द्वारा शब्दों के महत्व तथा कविता के सरोकारों पर प्रकाश डाला।नौ वर्षीय नन्ही कवियत्री कल्पना ठाकुर ने 'नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए' कविता द्वारा सभी का ध्यान अपनी और आकर्षित किया। महाराज सिंह परदेसी ने 'बेटियाँ' कविता द्वारा बेटियों पर मार्मिक कविता पेश की।पमेश कुमार ने 'मेरे वतन' कविता द्वारा सभी को देशभक्ति से ओतप्रोत किया । रेखा गक्खड़ 'रश्मि' ने 'देश प्रेम' तथा 'दहलीज पर खड़ा बुढ़ापा' कविता द्वारा सैनिकों की कुर्बानियां तथा बुजुर्गों की देखभाल किस तरह से की जाए, पर महत्वपूर्ण कविता पाठ किया। कला सृजन पाठशाला के महासचिव तथा राजकीय महाविद्यालय चम्बा के हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संतोष कुमार ने काशीनाथ सिंह की कहानी 'अपना रास्ता लो बाबा' के महत्व पर सारगर्भित तथा गज्ञानवर्धक लेख पढा। वरिष्ठ कवि भूपेन्द्र सिंह जसरोटिया ने 'भंडारा लाणा पैसा नि गुराहणा' तथा 'देखो कौन-कौन आए' कविता में सुंदर प्रकृति चित्रण के साथ-साथ कृष्ण और शिव की महिमा का भी गान किया। शरत् शर्मा ने हाल ही में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त बद्री नारायण की कविताएं 'प्रेम पत्र' तथा 'तुमड़ी के शब्द' कविताओं का पाठ कर के सभी सदस्यों को मंत्रमुग्ध किया। कला सृजन पाठशाला के संरक्षक बाल कृष्ण पराशर ने अपने सन्देश में कहा कि गूगल-मीट आयोजन में अधिक से अधिक सहभागियों के शिरकत की सम्भावना बनी हुई है जिससे कला सृजन पाठशाला की सक्रियता के लिए एक उम्दा माहौल मुहैया हो रहा है। साथ में यह भी कहा कि अन्य वरिष्ठ तथा पुरस्कार प्राप्त रचनाकारों की रचनाओं के प्रत्येक आयोजन में पाठ होने से यहां के सृजनकर्मियों को बहुत कुछ सीखने की प्रेरणा मिल रही है।इस आयोजन में मधु वर्मा, केहर सिंह राजौरिया तथा नन्दिनी शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन कला सृजन पाठशाला के महासचिव डॉक्टर संतोष कुमार ने अपनी त्वरित टिप्पणियों के साथ किया। वहीं मंच की सचिव भाषा अध्यापिका तथा कवियत्री रेखा गक्खड़ 'रश्मि' ने सभी रचनाओं का विश्लेषण करते हुए आयोजन सत्र-44 को अपने वक्तव्य सहित विराम की ओर अग्रसर किया। केंद्रीय बजट 2023-24 [ अमृत काल बजट ] यंहा पर देखे ! [PDF_VIEWER url=https://www.dropbox.com/s/z6pq10scg7imluz/DOC-20230201-WA0072..pdf?dl=0]- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
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