
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा ! आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा संचालित उत्तर भारत की वैदिक पाठशाला चमीणू (चंबा) की ओर से वीरवार को श्राद्ध के महत्व पर वेबिनार का आयोजन किया गया। इसका संचालन वैदिक स्कूल के प्रभारी ब्रह्मचारी अरूण शर्मा द्वारा किया गया। इसमें पूरे प्रदेश भर से लोगों ने भाग लिया। ब्रह्मचारी अरूण शर्मा ने कहा कि जब उपग्रह का प्रभाव हम पर पड़ता है, ग्रहों का भी प्रभाव है, इसी तरह यह ब्रह्माण्ड भी अनेक ऐसी शक्तियों से बना है जो अदृश्य हैं पर फिर भी हैं, ये शक्तियां हर दृश्य से अधिक शक्तिशाली है। हिंदू संस्कृति में श्राद्ध का बड़ा महत्त्व है, जो भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन अमावस्या तक प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। यह 16 दिन का पितृ पर्व कहलाता है, जिसमें हम अपने-अपने वंश के सभी पितरों को याद करते हुए, जो उनको पसंद था या उनकी तृप्ति शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। श्रद्धा से जब हम अपने पितरों के लिए कुछ भेंट करते हैं, तो उसे श्राद्ध कहते हैं। यह क्रिया केवल वही करते हैं, जिनके माता-पिता का देहांत हो जाए। श्राद्ध केवल ऐसे पूर्वजों के लिए किया जाता है, जिनका देहांत हुए चार वर्ष पूर्ण हो जाते हैं।
चम्बा ! आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा संचालित उत्तर भारत की वैदिक पाठशाला चमीणू (चंबा) की ओर से वीरवार को श्राद्ध के महत्व पर वेबिनार का आयोजन किया गया। इसका संचालन वैदिक स्कूल के प्रभारी ब्रह्मचारी अरूण शर्मा द्वारा किया गया। इसमें पूरे प्रदेश भर से लोगों ने भाग लिया।
ब्रह्मचारी अरूण शर्मा ने कहा कि जब उपग्रह का प्रभाव हम पर पड़ता है, ग्रहों का भी प्रभाव है, इसी तरह यह ब्रह्माण्ड भी अनेक ऐसी शक्तियों से बना है जो अदृश्य हैं पर फिर भी हैं, ये शक्तियां हर दृश्य से अधिक शक्तिशाली है। हिंदू संस्कृति में श्राद्ध का बड़ा महत्त्व है, जो भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन अमावस्या तक प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
यह 16 दिन का पितृ पर्व कहलाता है, जिसमें हम अपने-अपने वंश के सभी पितरों को याद करते हुए, जो उनको पसंद था या उनकी तृप्ति शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। श्रद्धा से जब हम अपने पितरों के लिए कुछ भेंट करते हैं, तो उसे श्राद्ध कहते हैं।
यह क्रिया केवल वही करते हैं, जिनके माता-पिता का देहांत हो जाए। श्राद्ध केवल ऐसे पूर्वजों के लिए किया जाता है, जिनका देहांत हुए चार वर्ष पूर्ण हो जाते हैं।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -