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शिमला ! हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवे दिन सदन में पॉइंट ऑफ आर्डर के तहत सुजानपुर के कांग्रेसी विधायक राजेन्द्र राणा ने मानव भारती यूनिवर्सिटी में हुए फ़र्ज़ी डिग्री मामले को उठाया। राजेन्द्र राणा ने कहा कि 2007 में भाजपा सरकार निज़ी विश्विद्यालय बिल लाई व एक ही जगह आधा दर्जन से ज्यादा यूनिवर्सिटी खोल दी। अब मानव भारती यूनिवर्सिटी में 6 लाख फ़र्ज़ी डिग्रियों में 2000 करोड़ का फर्जीवाड़ा हुआ है। जिससे प्रदेश की बदनामी हो रही है। ये गोरखधंधा कैसे आगे बढ़ा व किन लोगों ने इसमें पैसा खाया इसकी भी जांच होनी चाहिए। सरकार इस मामले की जाँच सीबीआई को सौंपे। सरकार किन लोगों को बचने के लिए जाँच सीबीआई को नहीं सौप रही है। वहीं मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने फ़र्ज़ी डिग्री मामले पर कहा कि ऐसे मामलों की जाँच में सरकार ने न गुरेज किया है न करेंगे। टेक्नोमेक घोटाले में जिस तरह की कार्यवाही की गई उसी तरह स्कॉलरशिप घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है। मानव भारती यूनिवर्सिटी फ़र्ज़ी डिग्री मामला जैसे ही सामने आया जांच शुरू हुई 5 गिरफ्तारियां हुई 3 को जमानत मिली है वहीं 2 अब भी जेल के अंदर हैं। देवभूमि में ऐसे फर्जीवाड़े नही चलेंगे। एसआईटी मामले की जांच आगे बढ़ा रही है। सरकार ने राज्य गुप्तचर विभाग की 19 सदस्यीय एसआइटी की टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। ईडी को भी इस मामले की जांच के लिए कहा गया है।
शिमला ! हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवे दिन सदन में पॉइंट ऑफ आर्डर के तहत सुजानपुर के कांग्रेसी विधायक राजेन्द्र राणा ने मानव भारती यूनिवर्सिटी में हुए फ़र्ज़ी डिग्री मामले को उठाया। राजेन्द्र राणा ने कहा कि 2007 में भाजपा सरकार निज़ी विश्विद्यालय बिल लाई व एक ही जगह आधा दर्जन से ज्यादा यूनिवर्सिटी खोल दी। अब मानव भारती यूनिवर्सिटी में 6 लाख फ़र्ज़ी डिग्रियों में 2000 करोड़ का फर्जीवाड़ा हुआ है। जिससे प्रदेश की बदनामी हो रही है। ये गोरखधंधा कैसे आगे बढ़ा व किन लोगों ने इसमें पैसा खाया इसकी भी जांच होनी चाहिए।
सरकार किन लोगों को बचने के लिए जाँच सीबीआई को नहीं सौप रही है। वहीं मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने फ़र्ज़ी डिग्री मामले पर कहा कि ऐसे मामलों की जाँच में सरकार ने न गुरेज किया है न करेंगे। टेक्नोमेक घोटाले में जिस तरह की कार्यवाही की गई उसी तरह स्कॉलरशिप घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है। मानव भारती यूनिवर्सिटी फ़र्ज़ी डिग्री मामला जैसे ही सामने आया जांच शुरू हुई 5 गिरफ्तारियां हुई 3 को जमानत मिली है वहीं 2 अब भी जेल के अंदर हैं। देवभूमि में ऐसे फर्जीवाड़े नही चलेंगे। एसआईटी मामले की जांच आगे बढ़ा रही है। सरकार ने राज्य गुप्तचर विभाग की 19 सदस्यीय एसआइटी की टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। ईडी को भी इस मामले की जांच के लिए कहा गया है।
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