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चम्बा , 18 सितंबर [ शिवानी ] ! 25 और 26 अगस्त को हुई बारी बारिश ने रावी नदी पर बने बकानी पुल को तहस नहस कर के रख दिया । रावी नदी के जलस्तर ने हर जगह अपना रौद्र रुप दिखाया, और खूब तबाही मचाई। आपको बतादें की 25 अगस्त और 26 अगस्त को भारी बारिश के कारण ये पुल क्षतिग्रस्त हुआ था, और इस पुल से लोगों की आवाजाही पर रोक लगी थी , लेकिन कुछ लोग जल्दी पहुंचने के चक्कर में जान जोखिम में डाल इस पुल को पार कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बोला था कि दो तीन दिन में ये पुल बनवा देंगे और फट्टे डाल देंगे, लेकिन आज लगभग एक बाद महीना हो जाने के बाबजूद अभी इस पुल की लोक निर्माण विभाग ने नहीं लिया। ग्रामीणों ने बताया कि खासकर स्कूली बच्चों को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लगभग 5 किलो मीटर घूमकर स्कूल पहुंच रहे हैं। ग्रामीणों ने पुनः विभाग व प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस पुल की जल्द सुध लें, और जो फट्टे बह गए हैं उनको पुनः लगाया जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो, क्योंकि कुछ तो जान जोखिम में डालकर इस पुल से पार कर रहे हैं। ग्रामीणों ने क्या क्या कहा आईए सुनते हैं उन्हीं की जुवानी।
चम्बा , 18 सितंबर [ शिवानी ] ! 25 और 26 अगस्त को हुई बारी बारिश ने रावी नदी पर बने बकानी पुल को तहस नहस कर के रख दिया । रावी नदी के जलस्तर ने हर जगह अपना रौद्र रुप दिखाया, और खूब तबाही मचाई। आपको बतादें की 25 अगस्त और 26 अगस्त को भारी बारिश के कारण ये पुल क्षतिग्रस्त हुआ था, और इस पुल से लोगों की आवाजाही पर रोक लगी थी , लेकिन कुछ लोग जल्दी पहुंचने के चक्कर में जान जोखिम में डाल इस पुल को पार कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बोला था कि दो तीन दिन में ये पुल बनवा देंगे और फट्टे डाल देंगे, लेकिन आज लगभग एक बाद महीना हो जाने के बाबजूद अभी इस पुल की लोक निर्माण विभाग ने नहीं लिया। ग्रामीणों ने बताया कि खासकर स्कूली बच्चों को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लगभग 5 किलो मीटर घूमकर स्कूल पहुंच रहे हैं।
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ग्रामीणों ने पुनः विभाग व प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस पुल की जल्द सुध लें, और जो फट्टे बह गए हैं उनको पुनः लगाया जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो, क्योंकि कुछ तो जान जोखिम में डालकर इस पुल से पार कर रहे हैं। ग्रामीणों ने क्या क्या कहा आईए सुनते हैं उन्हीं की जुवानी।
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