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चम्बा , 09 मार्च [ शिवानी ] ! चम्बा दिवस के अवसर पर जिलाभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान नॉट ऑन मैप संस्था सहित विभिन्न स्वयं सहायता समूहों व संस्थाओं की ओर से लोगों को चम्बा दिवस के बारे में जागरूक किया गया। नॉट ऑन मैप संस्था की ओर से चमीणू स्थित एचटूओ हाउस में आयोजित कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह पहचान, स्वयं सहायता समूह उल्फत तथा स्वयं सहायता समूह चंबा रीडिस्कवर ने भी सहयोग किया। नॉट oऑन मैप संस्था के सह-संस्थापक मनुज शर्मा ने बताया कि आठ मार्च 1948 को चम्बा रियासत का भारतीय गणतंत्र के साथ विलय हुआ था। यही कारण है कि इस दिन को चंबा दिवस के तौर पर भी जाना जाता है। इसकी हिमाचल निर्माण में भी अहम भूमिका रही है। इसका हिमाचल गैजेट के पेज नंबर 159 व 160 में भी जिक्र है। वहीं, पर्यावरणविद कुलभूषण उपमन्यु ने बताया कि हिमाचल निर्माण के समय पंजाब के राजनेताओं का यह भरसक प्रयास था कि पूर्वी पंजाब की पहाड़ी रियासतों को पंजाब में मिला दिया जाए। किंतु चम्बा के लोगों ने इसके विरुद्ध जोरदार आवाज उठाई। चम्बा यदि पंजाब में चला जाता तो हिमाचल प्रदेश का गठन आर्थिक रूप से व्यावहारिक न माना जाता। जिस तर्क का प्रयोग उस समय पंजाब के नेताओं द्वारा किया जा रहा था, उससे तो हिमाचल का गठन ही न हो पाता। किंतु चंबा ने हिमाचल गठन के लिए अग्रणी भूमिका निभाई और सोलन में हुई सभा में प्रजामंडल के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर हिमाचल गठन में योगदान दिया। इसके अलावा होली व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को भी धूमधाम से मनाया गया। एचटूओ हाउस में महिला दिवस पर महिलाओं के बीच पकवानों को लेकर प्रतियोगिता भी करवाई गई। इसमें निवेदिता, एडवोकेट संतोषी तथा राकेश शेखरी ने जज की भूमिका निभाई। प्रतियोगिता में नूर बीबी ने पहला और अनीशा ने दूसरा स्थान हासिल किया। इस दौरान लोगों को चम्बा के खानपान तथा संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी गई। इसके साथ ही विकास खंड भटियात के तहत युवक मंडल गरनोटा, युवक मंडल सुनेड तथा सलूणी के युवाओं की ओर से भी चंबा दिवस के उपलक्ष्य पर कार्यक्रम का आयोजित किए गए। कार्यक्रमों में तन्विंदर, सुरिंदर, हनीफ, सूरज, सोनू, मगनदीप, ज्योति, अनीशा, नूर बीबी, सुमन, आरती, प्रिया, समीना, सीमा, शाइना, अनीता, मीनाक्षी, आंचल, निवेदिता, एडवोकेट संतोषी, राकेश शेखरी, ग्राम पंचायत गरनोटा के उप-प्रधान अरुण कुमार शर्मा, युवा मंडल गरनोटा व सुनेड़ के सदस्य अंकुश, मुनेश, सोरव, मुकेश,अनूप, यूनस बानो, नीलम, वीना, जोबनू, रबीना तबसुम, अंजली, किरण, रानी तथा रुकसार व अन्य सदस्य मौजूद रहे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा , 09 मार्च [ शिवानी ] ! चम्बा दिवस के अवसर पर जिलाभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान नॉट ऑन मैप संस्था सहित विभिन्न स्वयं सहायता समूहों व संस्थाओं की ओर से लोगों को चम्बा दिवस के बारे में जागरूक किया गया।
नॉट ऑन मैप संस्था की ओर से चमीणू स्थित एचटूओ हाउस में आयोजित कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह पहचान, स्वयं सहायता समूह उल्फत तथा स्वयं सहायता समूह चंबा रीडिस्कवर ने भी सहयोग किया। नॉट oऑन मैप संस्था के सह-संस्थापक मनुज शर्मा ने बताया कि आठ मार्च 1948 को चम्बा रियासत का भारतीय गणतंत्र के साथ विलय हुआ था।
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यही कारण है कि इस दिन को चंबा दिवस के तौर पर भी जाना जाता है। इसकी हिमाचल निर्माण में भी अहम भूमिका रही है। इसका हिमाचल गैजेट के पेज नंबर 159 व 160 में भी जिक्र है। वहीं, पर्यावरणविद कुलभूषण उपमन्यु ने बताया कि हिमाचल निर्माण के समय पंजाब के राजनेताओं का यह भरसक प्रयास था कि पूर्वी पंजाब की पहाड़ी रियासतों को पंजाब में मिला दिया जाए। किंतु चम्बा के लोगों ने इसके विरुद्ध जोरदार आवाज उठाई।
चम्बा यदि पंजाब में चला जाता तो हिमाचल प्रदेश का गठन आर्थिक रूप से व्यावहारिक न माना जाता। जिस तर्क का प्रयोग उस समय पंजाब के नेताओं द्वारा किया जा रहा था, उससे तो हिमाचल का गठन ही न हो पाता। किंतु चंबा ने हिमाचल गठन के लिए अग्रणी भूमिका निभाई और सोलन में हुई सभा में प्रजामंडल के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर हिमाचल गठन में योगदान दिया।
इसके अलावा होली व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को भी धूमधाम से मनाया गया। एचटूओ हाउस में महिला दिवस पर महिलाओं के बीच पकवानों को लेकर प्रतियोगिता भी करवाई गई। इसमें निवेदिता, एडवोकेट संतोषी तथा राकेश शेखरी ने जज की भूमिका निभाई। प्रतियोगिता में नूर बीबी ने पहला और अनीशा ने दूसरा स्थान हासिल किया।
इस दौरान लोगों को चम्बा के खानपान तथा संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी गई। इसके साथ ही विकास खंड भटियात के तहत युवक मंडल गरनोटा, युवक मंडल सुनेड तथा सलूणी के युवाओं की ओर से भी चंबा दिवस के उपलक्ष्य पर कार्यक्रम का आयोजित किए गए।
कार्यक्रमों में तन्विंदर, सुरिंदर, हनीफ, सूरज, सोनू, मगनदीप, ज्योति, अनीशा, नूर बीबी, सुमन, आरती, प्रिया, समीना, सीमा, शाइना, अनीता, मीनाक्षी, आंचल, निवेदिता, एडवोकेट संतोषी, राकेश शेखरी, ग्राम पंचायत गरनोटा के उप-प्रधान अरुण कुमार शर्मा, युवा मंडल गरनोटा व सुनेड़ के सदस्य अंकुश, मुनेश, सोरव, मुकेश,अनूप, यूनस बानो, नीलम, वीना, जोबनू, रबीना तबसुम, अंजली, किरण, रानी तथा रुकसार व अन्य सदस्य मौजूद रहे।
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