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चम्बा , 18 नवम्बर [ ज्योति ] ! लगभग तीन माह पहले सियुल खंड में मृत मिले युवक की मौत के मामले में शक के आधार पर चार लोगों को पुलिस द्वारा पकड़ा गया। जिनका शिमला में फॉरेंसिक लैब में पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया जाएगा। लगभग 9 दिनों तक इन लोगों का यह टेस्ट किया जाएगा। जिसकी प्रक्रिया वीरवार को शुरू हो गई है, जो 25 नवंबर तक चलेगी। जिसमें फॉरेंसिक एक्सपर्ट चारों लोगों से हत्या के संबंध में पूछताछ करेंगे। पूछताछ के दौरान उनका झूठ पकड़ने के लिए पॉलीग्राफ मशीन मुख्य भूमिका निभाएगी। मृतक के परिजनों ने चार लोगों के खिलाफ हत्या का शक जाहिर किया है जिसके चलते पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया। लेकिन आरोपी अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार रहे हैं। पुलिस को भी उन्हें हत्यारा साबित करने के लिए पुख्ता सबूत नहीं मिले। लेकिन परिजनों की और से बार-बार हत्या का शक जाहिर करने पर पुलिस ने आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने का फैसला लिया। इसके लिए उन्होंने अदालत से अनुमति ली। तब जाकर चारों को पुलिस की निगरानी में शिमला भेजा गया। किहार थाना की टीम चारों को 2 दिन पहले शिमला लेकर रवाना हुई थी। वीरवार को फॉरेंसिक लैब में पहले दिन उनसे पूछताछ की गई। पॉलीग्राफ़ एक ऐसी मशीन होती है जिसका इस्तेमाल झूठ पकड़ने के लिए किया जाता है ज्यादातर इसका उपयोग पुलिस किसी अपराधी से सच उगलवाने के लिए करती है। पॉलीग्राफ टेस्ट मशीन को लाइ डिटेक्टर के नाम से भी जाना जाता है। युवक की मौत को लेकर परिजन और ग्रामीण किहार थाने के बाहर चक्का जाम भी कर चुके हैं। उनका आरोप है कि अंतिम बार मृतक इन चारों लोगों के साथ देखा गया था ऐसे में युवक की हत्या के पीछे इनका हाथ हो सकता है। वहीं एसपी अभिषेक यादव ने बताया कि पॉलीग्राफ़ टेस्ट के लिए 4 लोगों को पुलिस की निगरानी में शिमला भेजा गया है। 25 नवंबर तक उनका फॉरेंसिक प्रयोगशाला में टेस्ट चलेगा उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्यवाही की जाएगी। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा , 18 नवम्बर [ ज्योति ] ! लगभग तीन माह पहले सियुल खंड में मृत मिले युवक की मौत के मामले में शक के आधार पर चार लोगों को पुलिस द्वारा पकड़ा गया। जिनका शिमला में फॉरेंसिक लैब में पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया जाएगा।
लगभग 9 दिनों तक इन लोगों का यह टेस्ट किया जाएगा। जिसकी प्रक्रिया वीरवार को शुरू हो गई है, जो 25 नवंबर तक चलेगी। जिसमें फॉरेंसिक एक्सपर्ट चारों लोगों से हत्या के संबंध में पूछताछ करेंगे। पूछताछ के दौरान उनका झूठ पकड़ने के लिए पॉलीग्राफ मशीन मुख्य भूमिका निभाएगी। मृतक के परिजनों ने चार लोगों के खिलाफ हत्या का शक जाहिर किया है जिसके चलते पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया। लेकिन आरोपी अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार रहे हैं। पुलिस को भी उन्हें हत्यारा साबित करने के लिए पुख्ता सबूत नहीं मिले। लेकिन परिजनों की और से बार-बार हत्या का शक जाहिर करने पर पुलिस ने आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने का फैसला लिया। इसके लिए उन्होंने अदालत से अनुमति ली। तब जाकर चारों को पुलिस की निगरानी में शिमला भेजा गया।
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किहार थाना की टीम चारों को 2 दिन पहले शिमला लेकर रवाना हुई थी। वीरवार को फॉरेंसिक लैब में पहले दिन उनसे पूछताछ की गई।
पॉलीग्राफ़ एक ऐसी मशीन होती है जिसका इस्तेमाल झूठ पकड़ने के लिए किया जाता है ज्यादातर इसका उपयोग पुलिस किसी अपराधी से सच उगलवाने के लिए करती है। पॉलीग्राफ टेस्ट मशीन को लाइ डिटेक्टर के नाम से भी जाना जाता है।
युवक की मौत को लेकर परिजन और ग्रामीण किहार थाने के बाहर चक्का जाम भी कर चुके हैं। उनका आरोप है कि अंतिम बार मृतक इन चारों लोगों के साथ देखा गया था ऐसे में युवक की हत्या के पीछे इनका हाथ हो सकता है।
वहीं एसपी अभिषेक यादव ने बताया कि पॉलीग्राफ़ टेस्ट के लिए 4 लोगों को पुलिस की निगरानी में शिमला भेजा गया है। 25 नवंबर तक उनका फॉरेंसिक प्रयोगशाला में टेस्ट चलेगा उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्यवाही की जाएगी।
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