
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
मंडी ! उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा ‘समर्थन’ कार्यक्रम के तहत युवाओं-विद्यार्थियों को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के हर पहलू से अवगत करवाया जाएगा। जिला में काम कर रहे आईएएस, आईपीएस और अन्य अधिकारी परीक्षा को लेकर युवाओं-विद्यार्थियों का मार्गदर्शन और काउंसलिंग करेंगे। वे उनके साथ विषय चयन, सिलेबस, तैयारी की रणनीति पर बात करने और जरूरी टिप्स देने के अलावा अपने अनुभव सांझा करते हुए उनका मनोबल बढ़ाएंगे। हर महीने के तीसरे बुधवार को होगा दो घंटे का काउंसलिंग सत्र उन्होंने बताया कि अभी कार्यकम्र में 200 छात्रों-युवाओं की रजिस्ट्रेशन हुई है। उपायुक्त ने कहा कि हर महीने के तीसरे बुधवार को सायं 3 से 5 तक वल्लभ कॉलेज के सभागर में युवाओं-छात्रों के साथ संवाद किया जाएगा। इसमें जिला में जितने भी आईएएस और आईपीए अधिकारी हैं वे सभी समय समय पर इसमें शामिल होंगे तथा अपने अनुभव शेयर करते हुए युवाओं को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। कड़ी मेहनत के साथ धैर्य और संयम की जरूरत ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि यूपीएससी परीक्षा के लिए अपने आप को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ धैर्य और संयम की जरूरत होती है । क्योंकि इसके लिए आपको चार पांच साल तक तैयारी करनी होती है। अतः इसके लिए पूरे समर्पण के साथ लंबे समय तक प्रतिदिन 8 से 10 घंटे तक अविराम पढ़ाई की जरूरत होती है। असफलता से घबराए नहीं, जारी रखें प्रयास उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उसे हासिल करने के लिए जुनून की हद तक जुट जाएं । परीक्षा पास करने के लिए उचित मार्गदर्शन और तैयारी की उचित दिशा की जरूरत रहती है। प्रतिदिन नेशनल पेपर पढ़ना अपनी आदत में शामिल करें। जो आपका रुचिकर विषय हो उसे ही चुनें और अध्ययन में रोचकता बनाए रखें। असफलता से घबराए नहीं बल्कि प्रयास जारी रखें । तैयारी के इस पूरे उपक्रम में परिवारजनों को भी धीरज बनाए रखने की आवश्यकता रहती है । परीक्षा की तैयारी के हर पहलू से करवाएंगे अवगत इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि कई बार युवाओं को यूपीएससी परीक्षा को लेकर कई चीजों की जानकारी ही नहीं होती। जिसके चलते उन्हें अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। परीक्षा के विषयों से लेकर किताबों तक के बारे में सही जानकारी के अभाव में यहां वहां भटकना पड़ता है। हमारा प्रयास है कि समर्थन कार्यक्रम के जरिए परीक्षा पास करने से जुड़े हर पहलू को लेकर युवाओं का मार्गदर्शन किया जाए। उनकी समस्याएं सुनकर समाधान किया जाए। उनके वित्तिय दिक्कतों से लेकर मानसिक परेशानियों तक में मदद की जाए।
मंडी ! उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा ‘समर्थन’ कार्यक्रम के तहत युवाओं-विद्यार्थियों को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के हर पहलू से अवगत करवाया जाएगा। जिला में काम कर रहे आईएएस, आईपीएस और अन्य अधिकारी परीक्षा को लेकर युवाओं-विद्यार्थियों का मार्गदर्शन और काउंसलिंग करेंगे। वे उनके साथ विषय चयन, सिलेबस, तैयारी की रणनीति पर बात करने और जरूरी टिप्स देने के अलावा अपने अनुभव सांझा करते हुए उनका मनोबल बढ़ाएंगे।
उन्होंने बताया कि अभी कार्यकम्र में 200 छात्रों-युवाओं की रजिस्ट्रेशन हुई है। उपायुक्त ने कहा कि हर महीने के तीसरे बुधवार को सायं 3 से 5 तक वल्लभ कॉलेज के सभागर में युवाओं-छात्रों के साथ संवाद किया जाएगा। इसमें जिला में जितने भी आईएएस और आईपीए अधिकारी हैं वे सभी समय समय पर इसमें शामिल होंगे तथा अपने अनुभव शेयर करते हुए युवाओं को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि यूपीएससी परीक्षा के लिए अपने आप को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ धैर्य और संयम की जरूरत होती है । क्योंकि इसके लिए आपको चार पांच साल तक तैयारी करनी होती है। अतः इसके लिए पूरे समर्पण के साथ लंबे समय तक प्रतिदिन 8 से 10 घंटे तक अविराम पढ़ाई की जरूरत होती है।
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उसे हासिल करने के लिए जुनून की हद तक जुट जाएं । परीक्षा पास करने के लिए उचित मार्गदर्शन और तैयारी की उचित दिशा की जरूरत रहती है। प्रतिदिन नेशनल पेपर पढ़ना अपनी आदत में शामिल करें। जो आपका रुचिकर विषय हो उसे ही चुनें और अध्ययन में रोचकता बनाए रखें। असफलता से घबराए नहीं बल्कि प्रयास जारी रखें । तैयारी के इस पूरे उपक्रम में परिवारजनों को भी धीरज बनाए रखने की आवश्यकता रहती है ।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि कई बार युवाओं को यूपीएससी परीक्षा को लेकर कई चीजों की जानकारी ही नहीं होती। जिसके चलते उन्हें अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। परीक्षा के विषयों से लेकर किताबों तक के बारे में सही जानकारी के अभाव में यहां वहां भटकना पड़ता है। हमारा प्रयास है कि समर्थन कार्यक्रम के जरिए परीक्षा पास करने से जुड़े हर पहलू को लेकर युवाओं का मार्गदर्शन किया जाए। उनकी समस्याएं सुनकर समाधान किया जाए। उनके वित्तिय दिक्कतों से लेकर मानसिक परेशानियों तक में मदद की जाए।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -