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शिमला , 26 फरवरी [ नरेश शर्मा ] ! प्रदेश में सर्दियों में अच्छी बर्फबारी नहीं होने के बाद इस बार ओलावृष्टि का संकट मंडरा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने भी 1 मार्च को प्रदेश के 5 जिलों में ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया है। मंडी, चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले में ज्यादा ओलावृष्टि हो सकती है। मौसम विभाग ने 28 फरवरी को भी निचले व मध्यम ऊंचे क्षेत्रों में आंधी व तूफान का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, 26 फरवरी से 3 मार्च तक मौसम खराब रहेगा। प्रदेश में इस बार एक जनवरी से 24 फरवरी तक सामान्य से 30 फीसदी कम बारिश-बर्फबारी हुई है। इस अवधि में सामान्य बारिश 166 मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार 116.7 मिलीमीटर ही हुई है। सोलन में सबसे ज्यादा सूखे वाली स्थिति है, यहां 65 प्रतिशत कम बारिश हुई। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 26 फरवरी [ नरेश शर्मा ] ! प्रदेश में सर्दियों में अच्छी बर्फबारी नहीं होने के बाद इस बार ओलावृष्टि का संकट मंडरा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने भी 1 मार्च को प्रदेश के 5 जिलों में ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया है।
मंडी, चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले में ज्यादा ओलावृष्टि हो सकती है। मौसम विभाग ने 28 फरवरी को भी निचले व मध्यम ऊंचे क्षेत्रों में आंधी व तूफान का येलो अलर्ट जारी किया है।
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विभाग के अनुसार, 26 फरवरी से 3 मार्च तक मौसम खराब रहेगा। प्रदेश में इस बार एक जनवरी से 24 फरवरी तक सामान्य से 30 फीसदी कम बारिश-बर्फबारी हुई है। इस अवधि में सामान्य बारिश 166 मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार 116.7 मिलीमीटर ही हुई है।
सोलन में सबसे ज्यादा सूखे वाली स्थिति है, यहां 65 प्रतिशत कम बारिश हुई।
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