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शिमला ,30 जनवरी ! कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने आज यहां कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी दूरदर्शिता व नई सोच के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के दृष्टिगत विभाग द्वारा क्लस्टर सिस्टम की शुरुआत की जाएगी। इस सिस्टम के अंतर्गत विशेष फसल को केंद्र में रखकर किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से सूक्ष्म योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की मिट्टी की विशेषताओं का आकलन करने के लिए मृदा परीक्षण किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ उत्पादों की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार फसल विविधीकरण को विशेष प्रोत्साहन प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में लैंड यूज प्लान तैयार किया जाएगा। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्य क्षमता में बढ़ोतरी के लिए नई तकनीकों का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। जाइका परियोजना की समीक्षा करते हुए उन्हांेने कहा कि सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से राज्य के हर गांव के खेत में पानी पहुंचाना सुनिश्चित करें उन्होंने कहा कि क्षेत्र की भौगोलिक विशेषताओं और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए जाइका के अंतर्गत परियोजनाओं को तैयार कर उन्हंे आजीविका के सतत् अवसर प्रदान किए जाएंगे। किसानों के उत्पादों को अच्छा बाजार उपलब्ध करवाकर उनके उत्पादों को बेहतर दाम उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्राकृतिक उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए किसानों को नकदी फसलों के उत्पादन के साथ-साथ प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए भी विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाए। इस अवसर पर सचिव कृषि राकेश कंवर, निदेशक कृषि विभाग डॉ. बी.आर. तकी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला ,30 जनवरी ! कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने आज यहां कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी दूरदर्शिता व नई सोच के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के दृष्टिगत विभाग द्वारा क्लस्टर सिस्टम की शुरुआत की जाएगी। इस सिस्टम के अंतर्गत विशेष फसल को केंद्र में रखकर किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से सूक्ष्म योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की मिट्टी की विशेषताओं का आकलन करने के लिए मृदा परीक्षण किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ उत्पादों की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार फसल विविधीकरण को विशेष प्रोत्साहन प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में लैंड यूज प्लान तैयार किया जाएगा। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्य क्षमता में बढ़ोतरी के लिए नई तकनीकों का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
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जाइका परियोजना की समीक्षा करते हुए उन्हांेने कहा कि सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से राज्य के हर गांव के खेत में पानी पहुंचाना सुनिश्चित करें उन्होंने कहा कि क्षेत्र की भौगोलिक विशेषताओं और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए जाइका के अंतर्गत परियोजनाओं को तैयार कर उन्हंे आजीविका के सतत् अवसर प्रदान किए जाएंगे। किसानों के उत्पादों को अच्छा बाजार उपलब्ध करवाकर उनके उत्पादों को बेहतर दाम उपलब्ध करवाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्राकृतिक उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए किसानों को नकदी फसलों के उत्पादन के साथ-साथ प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए भी विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाए। इस अवसर पर सचिव कृषि राकेश कंवर, निदेशक कृषि विभाग डॉ. बी.आर. तकी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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