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चम्बा ! चंबा डिपो में हुए घोटाले की जांच करने पहुंची टीम को जांच में सहयोग न करने पर सीनियर ऑडिटर पर गाज गिर गई है। एचआरटीसी प्रबंधन द्वारा जांच टीम को सहयोग न करने पर सीनियर ऑडिटर को सस्पेंड कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि सीनियर ऑडिटर जांच टीम के चंबा पहुंचने से पहले छुट्टी पर चला गया। साथ ही जांच से बचने के लिए केजुअल लीव और अनलीव भेज कर जांच से किनारा कर रहा था। ऐसे में एचआरटीसी प्रबंधन चंबा ने सख्त कदम उठाते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है। परिवहन मजदूर संघ ने चंबा डिपो में चालकों-परिचालकों के रात्रि भत्ते और ओवरटाइम के पैसे एचआरटीसी के एक ही कर्मचारी के खाते में डालने का खुलासा किया था। जिसके तहत बकायदा जिला चंबा में जांच के लिए शिमला और धर्मशाला से दो टीमों को 27 जून को जांच के लिए भेजा गया। जांच टीम के चंबा में पहुंचने से ठीक एक दिन पहले 26 जून को एचआरटीसी का सीनियर ऑडिटर केजुअल लीव पर चला गया। टीम ने चंबा में अपनी तफ्तीश शुरू की। सूत्र बताते हैं कि जांच टीम द्वारा कई बार कर्मचारी को भी बुलाया गया। इसके बावजूद कर्मचारी जांच टीम के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ। वहीं, परिवहन मजदूर संघ के अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर ने कहा कि सीनियर ऑडिटर के खाते में किस आधार पर सभी चालक-परिचालकों की मेहनत की कमाई जाती रही। इतना ही नहीं, सीनियर ऑडिटर जांच के दौरान बिना एफआईआर के ही अग्रिम जमानत ले आया। ऐसे में सीनियर ऑडिटर द्वारा जांच टीम को सहयोग न करने पर एचआरटीसी प्रबंधन ने कार्रवाही करते हुए सस्पेंड कर दिया है। आरएम चंबा सुभाष रणहोत्रा ने बताया कि सीनियर ऑडिटर 26 जून से केजुअल पर चला गया था। बुधवार को कर्मचारी द्वारा अनलीव भेजी गई। कर्मचारी द्वारा जांच टीम को सहयोग न करने पर ये कार्रवाही की गई है। बहरहाल, एचआरटीसी प्रबंधन चंबा द्वारा उसे सस्पेंड कर दिया गया है।
चम्बा ! चंबा डिपो में हुए घोटाले की जांच करने पहुंची टीम को जांच में सहयोग न करने पर सीनियर ऑडिटर पर गाज गिर गई है। एचआरटीसी प्रबंधन द्वारा जांच टीम को सहयोग न करने पर सीनियर ऑडिटर को सस्पेंड कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि सीनियर ऑडिटर जांच टीम के चंबा पहुंचने से पहले छुट्टी पर चला गया। साथ ही जांच से बचने के लिए केजुअल लीव और अनलीव भेज कर जांच से किनारा कर रहा था। ऐसे में एचआरटीसी प्रबंधन चंबा ने सख्त कदम उठाते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है। परिवहन मजदूर संघ ने चंबा डिपो में चालकों-परिचालकों के रात्रि भत्ते और ओवरटाइम के पैसे एचआरटीसी के एक ही कर्मचारी के खाते में डालने का खुलासा किया था। जिसके तहत बकायदा जिला चंबा में जांच के लिए शिमला और धर्मशाला से दो टीमों को 27 जून को जांच के लिए भेजा गया। जांच टीम के चंबा में पहुंचने से ठीक एक दिन पहले 26 जून को एचआरटीसी का सीनियर ऑडिटर केजुअल लीव पर चला गया। टीम ने चंबा में अपनी तफ्तीश शुरू की। सूत्र बताते हैं कि जांच टीम द्वारा कई बार कर्मचारी को भी बुलाया गया। इसके बावजूद कर्मचारी जांच टीम के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ।
वहीं, परिवहन मजदूर संघ के अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर ने कहा कि सीनियर ऑडिटर के खाते में किस आधार पर सभी चालक-परिचालकों की मेहनत की कमाई जाती रही। इतना ही नहीं, सीनियर ऑडिटर जांच के दौरान बिना एफआईआर के ही अग्रिम जमानत ले आया। ऐसे में सीनियर ऑडिटर द्वारा जांच टीम को सहयोग न करने पर एचआरटीसी प्रबंधन ने कार्रवाही करते हुए सस्पेंड कर दिया है।
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आरएम चंबा सुभाष रणहोत्रा ने बताया कि सीनियर ऑडिटर 26 जून से केजुअल पर चला गया था। बुधवार को कर्मचारी द्वारा अनलीव भेजी गई। कर्मचारी द्वारा जांच टीम को सहयोग न करने पर ये कार्रवाही की गई है। बहरहाल, एचआरटीसी प्रबंधन चंबा द्वारा उसे सस्पेंड कर दिया गया है।
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