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सिरमौर , 21 सितंबर [ विशाल सूद ] ! पांवटा साहिब की सालवाला पंचायत में भ्रष्टाचार का मुद्दा गरमा गया है। पंचायत के उपप्रधान अमर सिंह ने मीडिया के सामने खुलकर आरोप लगाए कि पंचायत में घोटाले की गंगोत्री बह रही है, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के कारण कोई सुनवाई नहीं हो रही। उपप्रधान का कहना है कि उन्होंने मामले की शिकायत सिर्फ एसपी सिरमौर और जिला माइनिंग अधिकारी को ही नहीं, बल्कि सीधे डीसी सिरमौर तक पहुंचाई है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई से बचते नज़र आ रहे हैं। अमर सिंह का आरोप है कि कनिष्ठ अभियंता और ब्लॉक अधिकारी कर्मचारियों की जेबें गर्म करने में माहिर हैं, लेकिन विकास कार्यों को लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। अमर सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर अब भी प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया तो वह कोर्ट में जाकर अपनी लड़ाई को और तेज करेंगे। हालांकि, पंचायत प्रधान प्रेम ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि वह पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं और करते रहेंगे। उनका तंज था कि “उपप्रधान विकास कार्यों को हजम नहीं कर पा रहे।” अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि –⚡ क्या डीसी सिरमौर उपप्रधान की शिकायत पर कड़ी कार्रवाई करेंगे?⚡ क्या भ्रष्टाचार में फंसे अधिकारियों पर गिरेगी गाज?⚡ या फिर यह मामला भी फाइलों की धूल में दबकर रह जाएगा? यह सभी आरोप हम नहीं लगा रहे हैं, बल्कि सालवाला पंचायत के उपप्रधान अमर सिंह द्वारा अधिकारियों और पंचायत प्रधान पर लगाए गए हैं। यह विषय निस्संदेह जांच का है। हम केवल पत्रकारिता के ईमानदारीपूर्ण धर्म का निर्वाह करते हुए इस समाचार को प्रकाशित कर रहे हैं। उपप्रधान अमर सिंह का यह भी कहना है कि –???? यदि उन्होंने अधिकारियों और प्रधान पर लगाए गए आरोप झूठे साबित होते हैं तो उन पर स्वयं कार्रवाई की जाए।???? किंतु यदि उनके आरोप सत्य पाए जाते हैं तो संबंधित अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए।
सिरमौर , 21 सितंबर [ विशाल सूद ] ! पांवटा साहिब की सालवाला पंचायत में भ्रष्टाचार का मुद्दा गरमा गया है। पंचायत के उपप्रधान अमर सिंह ने मीडिया के सामने खुलकर आरोप लगाए कि पंचायत में घोटाले की गंगोत्री बह रही है, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के कारण कोई सुनवाई नहीं हो रही।
उपप्रधान का कहना है कि उन्होंने मामले की शिकायत सिर्फ एसपी सिरमौर और जिला माइनिंग अधिकारी को ही नहीं, बल्कि सीधे डीसी सिरमौर तक पहुंचाई है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई से बचते नज़र आ रहे हैं। अमर सिंह का आरोप है कि कनिष्ठ अभियंता और ब्लॉक अधिकारी कर्मचारियों की जेबें गर्म करने में माहिर हैं, लेकिन विकास कार्यों को लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
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अमर सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर अब भी प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया तो वह कोर्ट में जाकर अपनी लड़ाई को और तेज करेंगे।
हालांकि, पंचायत प्रधान प्रेम ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि वह पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं और करते रहेंगे। उनका तंज था कि “उपप्रधान विकास कार्यों को हजम नहीं कर पा रहे।”
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि –
⚡ क्या डीसी सिरमौर उपप्रधान की शिकायत पर कड़ी कार्रवाई करेंगे?
⚡ क्या भ्रष्टाचार में फंसे अधिकारियों पर गिरेगी गाज?
⚡ या फिर यह मामला भी फाइलों की धूल में दबकर रह जाएगा?
यह सभी आरोप हम नहीं लगा रहे हैं, बल्कि सालवाला पंचायत के उपप्रधान अमर सिंह द्वारा अधिकारियों और पंचायत प्रधान पर लगाए गए हैं। यह विषय निस्संदेह जांच का है। हम केवल पत्रकारिता के ईमानदारीपूर्ण धर्म का निर्वाह करते हुए इस समाचार को प्रकाशित कर रहे हैं।
उपप्रधान अमर सिंह का यह भी कहना है कि –
???? यदि उन्होंने अधिकारियों और प्रधान पर लगाए गए आरोप झूठे साबित होते हैं तो उन पर स्वयं कार्रवाई की जाए।
???? किंतु यदि उनके आरोप सत्य पाए जाते हैं तो संबंधित अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए।
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