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चम्बा ! हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा परिवहन निगम की बसों में 25 प्रतिशत के किराया वृद्धि को पूरी तरह जनविरोधी बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना करता हूँ एक तरफ सरकार डीजल-पेट्रोल के मूल्यों में वृद्धि कर लोगों को लूट रही है तो दूसरी तरफ आज उसने उन आम लोगों को भी लूटना शुरू कर दिया है, जो बसों में सफर करते है। शर्म की बात भाजपा के मात्र ढाई साल के कार्य काल बस किराया 50% बढ़ाया गया । सरकार का यह निर्णय पूरी तरह जनविरोधी है और कांग्रेस इसका पूरा विरोध करती है। अगर राहत देना चाहतीं तो बस मालिकों को टैक्स में छूट देकर किराया वृद्धि को जनहित मे रोका जा सकता है। इसके अलावा , अगर सरकार ने यह निर्णय वापसी नही लिया तो कांग्रेस इसके खिलाफ सड़को में उतरेगी। इस संकट काल में लिए गए जनविरोधी फैसले का कड़ा विरोध किया है प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस सचिव रमेश रॉव ने कहा कि सरकार को तत्काल इस फैसले को वापस लेना चाहिए। जहां एक तरफ कोविड-19 से पूरा देश त्रस्त है और लोगों का रोजगार खत्म हो गया है उस समय प्रदेश कैबिनेट द्वारा लिया गया यह निर्णय आमजन पर भारी पड़ेगा यह समय जनता को राहत देने का है पर सरकार राहत देने के वजाय आम जनमानस अतिरिक्त बोझ दाल रही हैं पहले सरकार ने सस्ते राशन पर कैंची चलाई उसके बाद बिजली दरों में बढ़ोतरी कर डाली और अब बस किराए में बढ़ोतरी कर डाली एक के बाद एक गलत निर्णय लेकर सरकार आम जनता पर आर्थिक बोझ डालने का ही काम कर रही है । एक तरफ केंद्र सरकार राहत पैकेज की घोषणा करती है और दूसरी तरफ राज्य सरकार आर्थिक बोझ डालने का काम कर रही है ऐसा करने से केंद्र सरकार की योजना भी हवा हवाई साबित हो रही है आखिर देश में आए इस संकट के चलते क्यों प्रदेश सरकार आम जनता का दुख नहीं समझ रही मौजूदा समय में संकट के इस दौर में आम जनता का महंगाई से पहले ही बुरा हाल था और अब प्रदेश सरकार ने 25 प्रतिशत किराया बढ़ाकर आम जनता की कमर तोड़ के रख दी है।
चम्बा ! हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा परिवहन निगम की बसों में 25 प्रतिशत के किराया वृद्धि को पूरी तरह जनविरोधी बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना करता हूँ एक तरफ सरकार डीजल-पेट्रोल के मूल्यों में वृद्धि कर लोगों को लूट रही है तो दूसरी तरफ आज उसने उन आम लोगों को भी लूटना शुरू कर दिया है, जो बसों में सफर करते है। शर्म की बात भाजपा के मात्र ढाई साल के कार्य काल बस किराया 50% बढ़ाया गया ।
सरकार का यह निर्णय पूरी तरह जनविरोधी है और कांग्रेस इसका पूरा विरोध करती है। अगर राहत देना चाहतीं तो बस मालिकों को टैक्स में छूट देकर किराया वृद्धि को जनहित मे रोका जा सकता है। इसके अलावा , अगर सरकार ने यह निर्णय वापसी नही लिया तो कांग्रेस इसके खिलाफ सड़को में उतरेगी। इस संकट काल में लिए गए जनविरोधी फैसले का कड़ा विरोध किया है प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस सचिव रमेश रॉव ने कहा कि सरकार को तत्काल इस फैसले को वापस लेना चाहिए।
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जहां एक तरफ कोविड-19 से पूरा देश त्रस्त है और लोगों का रोजगार खत्म हो गया है उस समय प्रदेश कैबिनेट द्वारा लिया गया यह निर्णय आमजन पर भारी पड़ेगा यह समय जनता को राहत देने का है पर सरकार राहत देने के वजाय आम जनमानस अतिरिक्त बोझ दाल रही हैं पहले सरकार ने सस्ते राशन पर कैंची चलाई उसके बाद बिजली दरों में बढ़ोतरी कर डाली और अब बस किराए में बढ़ोतरी कर डाली एक के बाद एक गलत निर्णय लेकर सरकार आम जनता पर आर्थिक बोझ डालने का ही काम कर रही है ।
एक तरफ केंद्र सरकार राहत पैकेज की घोषणा करती है और दूसरी तरफ राज्य सरकार आर्थिक बोझ डालने का काम कर रही है ऐसा करने से केंद्र सरकार की योजना भी हवा हवाई साबित हो रही है आखिर देश में आए इस संकट के चलते क्यों प्रदेश सरकार आम जनता का दुख नहीं समझ रही मौजूदा समय में संकट के इस दौर में आम जनता का महंगाई से पहले ही बुरा हाल था और अब प्रदेश सरकार ने 25 प्रतिशत किराया बढ़ाकर आम जनता की कमर तोड़ के रख दी है।
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