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सुंदरनगर ! कांग्रेस पार्टी ने आखिरकार लंबे अंतराल के बाद अपनी प्रदेश कार्यकारणी घोषित कर दी। इसके तहत 19 उपाध्यक्ष, 19 महासचिव, 11 सचिव, 12 प्रवक्ता और 44 कार्यकारणी सदस्य नियुक्त किए गए हैं। जो राठौर के साथ मिलकर कांग्रेस को आगे बढ़ाएंगे, लेकिन प्रदेश कार्यकारिणी में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की अनदेखी होने पर यह वर्ग उखड़ गया है । दलित समुदाय के नेता चमन राही ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग और इस वर्ग के उप जातियों की अनदेखी किसी भी सूरत में सहन नहीं होगी और इस संदर्भ में प्रदेश और केंद्र के नेतृत्व से आग्रह किया जाएगा कि प्रदेश कार्यकारिणी में इस वर्ग के लोगों को भी स्थान दिया जाए। अन्यथा मजबूरन होकर यह वर्ग अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है । उन्होंने कहा कि कांगेस पार्टी गरीबों की पार्टी है और इससे ग्रास रूट लेवल से लोग जुड़े हुए हैं। जो कि पार्टी को संजोने में बचपन से लगे हुए हैं। लेकिन इस तरह से अनदेखी करने से ना तो पार्टी का भला होगा और ना ही संगठन मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और पूर्व मंत्रियों तक को प्रदेश कार्यकारिणी में तवज्जो नहीं दी गई है जिससे सीधे तौर पर ऐसे नेताओं की अनदेखी की गई है जिसे यह वर्ग किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगा।
सुंदरनगर ! कांग्रेस पार्टी ने आखिरकार लंबे अंतराल के बाद अपनी प्रदेश कार्यकारणी घोषित कर दी। इसके तहत 19 उपाध्यक्ष, 19 महासचिव, 11 सचिव, 12 प्रवक्ता और 44 कार्यकारणी सदस्य नियुक्त किए गए हैं। जो राठौर के साथ मिलकर कांग्रेस को आगे बढ़ाएंगे, लेकिन प्रदेश कार्यकारिणी में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की अनदेखी होने पर यह वर्ग उखड़ गया है । दलित समुदाय के नेता चमन राही ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग और इस वर्ग के उप जातियों की अनदेखी किसी भी सूरत में सहन नहीं होगी और इस संदर्भ में प्रदेश और केंद्र के नेतृत्व से आग्रह किया जाएगा कि प्रदेश कार्यकारिणी में इस वर्ग के लोगों को भी स्थान दिया जाए। अन्यथा मजबूरन होकर यह वर्ग अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है ।
उन्होंने कहा कि कांगेस पार्टी गरीबों की पार्टी है और इससे ग्रास रूट लेवल से लोग जुड़े हुए हैं। जो कि पार्टी को संजोने में बचपन से लगे हुए हैं। लेकिन इस तरह से अनदेखी करने से ना तो पार्टी का भला होगा और ना ही संगठन मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और पूर्व मंत्रियों तक को प्रदेश कार्यकारिणी में तवज्जो नहीं दी गई है जिससे सीधे तौर पर ऐसे नेताओं की अनदेखी की गई है जिसे यह वर्ग किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगा।
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