
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
धर्मशाला , 30 जून ! पूरी विश्व मे शांति व अमन का माहौल बना रहे इसके लिए एक तिब्बती बौद्ध भिक्षु बोधगया से शांति का संदेश लिए आज धर्मशाला पहुंचा बोधगया से शुरू हुआ यह सफर आज धर्मशाला के मैक्लोडगंज में समाप्त हुआ । इस बौद्ध भिक्षु ने अपना पैदल सफर बोधगया से शुरू किया था वही धर्मशाला के मैक्लोडगंज तक पहुंचने के लिए इस बोध भिक्षु को तकरीबन आठ महीने का समय लग गया इस बौद्ध भिक्षु का सिर्फ इतना कहना था कि पूरे विश्व मे शांति व अमन का माहौल बना रहे इसके लिए उन्होंने यह पैदल यात्रा शुरू की थी। धर्मशाला के मैक्लोडगंज में पहंचे इस बौद्ध भिक्षु ने कहा कि इस पैदल सफर के दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ा खास कर इन दिनों पड़ रही गर्मी ने उन्हें काफी परेशान किया उन्होंने बताया कि दिन के समय तपती गर्मी में सफर तय करना काफी कठिन था लेकिन उनके हौंसले और जज्बे को गर्मी भी नही तोड़ सकी और आखिरकार उन्होंने अपना यह पैदल सफर तय कर लिया उन्होंने बताया कि बोधगया से लेकर धर्मशाला के मैक्लोडगंज तक उन्होंने तकरीबन 2100 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया है। इस मौके पर बोधगया से धर्मशाला के मैक्लोडगंज पहुंचे इस बौद्ध भिक्षु ने तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से भी मिलने की इच्छा जताई उन्होंने कहा कि अगर तिब्बती धर्म गुरु दलाईलामा के साथ उनकी मुलाकात हो जाती है तो उनका यह पैदल सफर सार्थक सिद्ध हो जाएगा उन्होंने कहा कि इस सफर की शुरुआत करने की प्रेरणा भी उन्हें तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से ही मिली है । उन्होंने कहा कि जिस तरह से तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा पूरे विश्व मे शांति का संदेश देते है तो क्यों न वह पैदल सफर कर लोगों को व विश्व को भी शांति व अमन का संदेश दे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
धर्मशाला , 30 जून ! पूरी विश्व मे शांति व अमन का माहौल बना रहे इसके लिए एक तिब्बती बौद्ध भिक्षु बोधगया से शांति का संदेश लिए आज धर्मशाला पहुंचा बोधगया से शुरू हुआ यह सफर आज धर्मशाला के मैक्लोडगंज में समाप्त हुआ ।
इस बौद्ध भिक्षु ने अपना पैदल सफर बोधगया से शुरू किया था वही धर्मशाला के मैक्लोडगंज तक पहुंचने के लिए इस बोध भिक्षु को तकरीबन आठ महीने का समय लग गया इस बौद्ध भिक्षु का सिर्फ इतना कहना था कि पूरे विश्व मे शांति व अमन का माहौल बना रहे इसके लिए उन्होंने यह पैदल यात्रा शुरू की थी।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
धर्मशाला के मैक्लोडगंज में पहंचे इस बौद्ध भिक्षु ने कहा कि इस पैदल सफर के दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ा खास कर इन दिनों पड़ रही गर्मी ने उन्हें काफी परेशान किया उन्होंने बताया कि दिन के समय तपती गर्मी में सफर तय करना काफी कठिन था लेकिन उनके हौंसले और जज्बे को गर्मी भी नही तोड़ सकी और आखिरकार उन्होंने अपना यह पैदल सफर तय कर लिया उन्होंने बताया कि बोधगया से लेकर धर्मशाला के मैक्लोडगंज तक उन्होंने तकरीबन 2100 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया है।
इस मौके पर बोधगया से धर्मशाला के मैक्लोडगंज पहुंचे इस बौद्ध भिक्षु ने तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से भी मिलने की इच्छा जताई उन्होंने कहा कि अगर तिब्बती धर्म गुरु दलाईलामा के साथ उनकी मुलाकात हो जाती है तो उनका यह पैदल सफर सार्थक सिद्ध हो जाएगा उन्होंने कहा कि इस सफर की शुरुआत करने की प्रेरणा भी उन्हें तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से ही मिली है ।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा पूरे विश्व मे शांति का संदेश देते है तो क्यों न वह पैदल सफर कर लोगों को व विश्व को भी शांति व अमन का संदेश दे।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -