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शिमला: 04 अगस्त [ विशाल सूद ] ! नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) शिमला ज़िला इकाई ने कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में व्याप्त अनियमितताओं और धांधली के विरोध में उपायुक्त (डीसी) कार्यालय के बाहर एक विशाल और शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व एनएसयूआई शिमला ज़िला अध्यक्ष शुभम हार्डी वर्मा ने किया। एनएसयूआई कार्यकर्ता और छात्र डीसी कार्यालय के बाहर जमा हुए और सरकार तथा एसएससी के खिलाफ ज़ोरदार नारेबाज़ी की। प्रदर्शनकारियों ने एसएससी परीक्षाओं में ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को टेंडर दिए जाने, तकनीकी खामियों, सर्वर क्रैश, परीक्षा केंद्रों के मनमाने आवंटन और अचानक परीक्षा रद्द होने जैसे गंभीर मुद्दों पर अपनी गहरी नाराज़गी व्यक्त की। एनएसयूआई शिमला ज़िला अध्यक्ष शुभम हार्डी वर्मा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा, "एसएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं में लगातार हो रही धांधली हमारे लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार और एसएससी छात्रों के सपनों को कुचलने का काम कर रहे हैं। हम उन कंपनियों को ठेका दिए जाने की निंदा करते हैं, जिन्हें पहले भी ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है।" वर्मा ने आगे कहा, "तकनीकी खामियों और अचानक परीक्षा रद्द होने से छात्र मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं। दूर-दराज के परीक्षा केंद्र देकर छात्रों को अनावश्यक परेशानी में डाला जा रहा है। यह सब प्रशासन की घोर लापरवाही और छात्रों के प्रति उदासीनता को दर्शाता है।" ब्लैकलिस्टेड कंपनी एडिक्ट से तत्काल प्रभाव से सभी टेंडर वापस लिए जाएँ। एसएससी परीक्षा प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। परीक्षा केंद्रों पर तकनीकी सुविधाओं को दुरुस्त किया जाए और छात्रों को उचित वातावरण प्रदान किया जाए। अनियमितताओं के लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। प्रभावित छात्रों को न्याय मिले और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद हो। एनएसयूआई ने चेतावनी दी कि यदि सरकार और एसएससी ने इन मांगों पर तत्काल ध्यान नहीं दिया, तो वे पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन तेज़ करेंगे। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिल जाता और एसएससी की परीक्षा प्रणाली में सुधार नहीं हो जाता। धरना प्रदर्शन में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ईकाई अध्यक्ष रणदीप ठाकुर, संजौली महाविद्यालय के प्रभारी सिद्धार्थ शर्मा, कोटशेरा प्रभारी रचित शर्मा, सायंकालीन अध्ययन केंद्र के प्रभारी धनंजय शर्मा, कन्या महाविद्यालय प्रभारी अनामिका ठाकुर सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
शिमला: 04 अगस्त [ विशाल सूद ] ! नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) शिमला ज़िला इकाई ने कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में व्याप्त अनियमितताओं और धांधली के विरोध में उपायुक्त (डीसी) कार्यालय के बाहर एक विशाल और शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व एनएसयूआई शिमला ज़िला अध्यक्ष शुभम हार्डी वर्मा ने किया।
एनएसयूआई कार्यकर्ता और छात्र डीसी कार्यालय के बाहर जमा हुए और सरकार तथा एसएससी के खिलाफ ज़ोरदार नारेबाज़ी की। प्रदर्शनकारियों ने एसएससी परीक्षाओं में ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को टेंडर दिए जाने, तकनीकी खामियों, सर्वर क्रैश, परीक्षा केंद्रों के मनमाने आवंटन और अचानक परीक्षा रद्द होने जैसे गंभीर मुद्दों पर अपनी गहरी नाराज़गी व्यक्त की।
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एनएसयूआई शिमला ज़िला अध्यक्ष शुभम हार्डी वर्मा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा, "एसएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं में लगातार हो रही धांधली हमारे लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार और एसएससी छात्रों के सपनों को कुचलने का काम कर रहे हैं। हम उन कंपनियों को ठेका दिए जाने की निंदा करते हैं, जिन्हें पहले भी ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है।"
वर्मा ने आगे कहा, "तकनीकी खामियों और अचानक परीक्षा रद्द होने से छात्र मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं। दूर-दराज के परीक्षा केंद्र देकर छात्रों को अनावश्यक परेशानी में डाला जा रहा है। यह सब प्रशासन की घोर लापरवाही और छात्रों के प्रति उदासीनता को दर्शाता है।"
ब्लैकलिस्टेड कंपनी एडिक्ट से तत्काल प्रभाव से सभी टेंडर वापस लिए जाएँ।
एसएससी परीक्षा प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
परीक्षा केंद्रों पर तकनीकी सुविधाओं को दुरुस्त किया जाए और छात्रों को उचित वातावरण प्रदान किया जाए।
अनियमितताओं के लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
प्रभावित छात्रों को न्याय मिले और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद हो।
एनएसयूआई ने चेतावनी दी कि यदि सरकार और एसएससी ने इन मांगों पर तत्काल ध्यान नहीं दिया, तो वे पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन तेज़ करेंगे। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिल जाता और एसएससी की परीक्षा प्रणाली में सुधार नहीं हो जाता।
धरना प्रदर्शन में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ईकाई अध्यक्ष रणदीप ठाकुर, संजौली महाविद्यालय के प्रभारी सिद्धार्थ शर्मा, कोटशेरा प्रभारी रचित शर्मा, सायंकालीन अध्ययन केंद्र के प्रभारी धनंजय शर्मा, कन्या महाविद्यालय प्रभारी अनामिका ठाकुर सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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