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शिमला , 14 जून ! हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के सांस्कृतिक कार्यक्रम "दिशिता" का आयोजन सफलतापूर्वक हुआ। इस आयोजन के तहत विभिन्न कला और संस्कृति के आदान-प्रदान सम्बंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। इस महोत्सव का आयोजन विश्वविद्यालय के सभागार में हुआ था। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त प्रोफेसर नैन सिंह (हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के सदस्य) मौजूद रहे। प्रोफेसर नैन सिंह ने इस आयोजन को गरिमापूर्वक संचालित किया तथा उन्होंने शिक्षा में संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। यह आयोजन राज्य की विभिन्न संस्कृतियों को एकत्रित करने का मुख्य उद्देश्य रखता है, क्यूंकि इसमें चंबा नाटी, किन्नौरी नाटी, शिमला नाटी, सिरमौरी नाटी, नाटक और भांगड़ा जैसे कार्यक्रम मुख्य आकर्षण रहे। यह आयोजन विभिन्न जिलों से आये छात्रों को संस्कृति के माध्यम से मिलाने का एक शानदार मौका साबित हुआ। यहां छात्रों ने अपनी सांस्कृतिक कलाओं का प्रदर्शन किया और विभिन्न कला प्रदर्शनियों में हिस्सा लिया।यह आयोजन शिक्षा विभाग के अधीन आने वाली सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रमुख प्लेटफॉर्म था। शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार अत्रि प्रोफेसर प्रभा , डॉ चमन लाल बंगा, डॉ युद्ध वीर,डॉ कनिका हांडा और डॉ राकेश शर्मा ने विभाग के छात्रों को इस कार्यक्रम के आयोजन की शुभकामनाएं एवं बधाई दी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के सभी अध्यापकों और छात्रों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 14 जून ! हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के सांस्कृतिक कार्यक्रम "दिशिता" का आयोजन सफलतापूर्वक हुआ। इस आयोजन के तहत विभिन्न कला और संस्कृति के आदान-प्रदान सम्बंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। इस महोत्सव का आयोजन विश्वविद्यालय के सभागार में हुआ था।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त प्रोफेसर नैन सिंह (हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के सदस्य) मौजूद रहे। प्रोफेसर नैन सिंह ने इस आयोजन को गरिमापूर्वक संचालित किया तथा उन्होंने शिक्षा में संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की।
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यह आयोजन राज्य की विभिन्न संस्कृतियों को एकत्रित करने का मुख्य उद्देश्य रखता है, क्यूंकि इसमें चंबा नाटी, किन्नौरी नाटी, शिमला नाटी, सिरमौरी नाटी, नाटक और भांगड़ा जैसे कार्यक्रम मुख्य आकर्षण रहे। यह आयोजन विभिन्न जिलों से आये छात्रों को संस्कृति के माध्यम से मिलाने का एक शानदार मौका साबित हुआ। यहां छात्रों ने अपनी सांस्कृतिक कलाओं का प्रदर्शन किया और विभिन्न कला प्रदर्शनियों में हिस्सा लिया।यह आयोजन शिक्षा विभाग के अधीन आने वाली सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रमुख प्लेटफॉर्म था। शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार अत्रि प्रोफेसर प्रभा , डॉ चमन लाल बंगा, डॉ युद्ध वीर,डॉ कनिका हांडा और डॉ राकेश शर्मा ने विभाग के छात्रों को इस कार्यक्रम के आयोजन की शुभकामनाएं एवं बधाई दी।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के सभी अध्यापकों और छात्रों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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