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कुल्लू , 28 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! जिला कल्लू के मुख्यालय ढालपुर मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में अचानक रात के समय आग लग गई। आग लगने के कारण देवी देवताओं के टेंट जल गए और पांच दुकानें भी जलकर राख हो गई। वहीं इस आग की चपेट में दो लोग भी आ गए। जिनका अब ढालपुर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। अचानक रात के समय लगी इस आग से पूरे मेला मैदान में हड़कंप मच गया। आग लगने की सूचना मिलते ही प्रशासन और अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। वरना दशहरा उत्सव में लगे अन्य दुकानों व देवताओं के टेंट को भी नुकसान हो सकता था। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। मिली जानकारी के अनुसार यह आग करीब रात 2:00 बजे लगी। जब देवी देवताओं के साथ आए लोग अपने-अपने टेंट में सो रहे थे। अचानक आग लगने से वह अपने-अपने टेंट से बाहर निकल आए और सामान को भी बाहर निकलने का प्रयास करने लगे। लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि पल भर में ही कई टेंट जलकर राख हो गए। इसके साथ डीसी कार्यालय के सामने वाले मैदान में लगी पांच दुकानें भी जलकर राख हो गई। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी भी रात को ही मौके पर पहुंचे और सभी लोगों ने मिलकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग पर काबू पाने के प्रयास के चक्कर में दो लोग झुलस गए और उन्हें ढालपुर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि इस आगजनी की घटना में करीब 8 टेंट्स को नुकसान पहुंचा है। और कई दुकानें जल्द रख राख हो गई है। अब आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। वहीं घायल लोगों का ढालपुर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। जिन देवी देवताओं के टेंट को नुकसान पहुंचा है उन्हें प्रशासन की ओर से टेंट मुहैया करवाए जाएंगे। ताकि दशहरा उत्सव में देवी देवताओं के साथ आए लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। देवता पंचवीर के गुर मोहन ने बताया की रात में जब सब लोग टेंट में सो रहे थे तो अचानक 2 बजे आग लगने की घटना से मैदान में हड़कंप मच गया। आग की सूचना मिलते ही देवरथो को टेंट से बाहर निकल कर बचा लिया गया। इस दौरान सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। हालांकि देवता पंचवीर के ढोल नगाड़े इस आग में जल चुके है। फिलहाल सभी देवता ढालपुर मैदान में ही सुरक्षित रुके हुए है। वही बंजारा के विधायक सुरेंद्र शौरी का कहना है कि आगजनी की घटना में काफी नुकसान हुआ है उन्होंने जिला परिषद से मांग रखी है कि आज की घटना के कर्म की जांच की जाए और मुआवजा भी प्रभावितों को दिया जाना चाहिए।
कुल्लू , 28 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! जिला कल्लू के मुख्यालय ढालपुर मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में अचानक रात के समय आग लग गई। आग लगने के कारण देवी देवताओं के टेंट जल गए और पांच दुकानें भी जलकर राख हो गई। वहीं इस आग की चपेट में दो लोग भी आ गए। जिनका अब ढालपुर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। अचानक रात के समय लगी इस आग से पूरे मेला मैदान में हड़कंप मच गया।
आग लगने की सूचना मिलते ही प्रशासन और अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। वरना दशहरा उत्सव में लगे अन्य दुकानों व देवताओं के टेंट को भी नुकसान हो सकता था। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। मिली जानकारी के अनुसार यह आग करीब रात 2:00 बजे लगी। जब देवी देवताओं के साथ आए लोग अपने-अपने टेंट में सो रहे थे।
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अचानक आग लगने से वह अपने-अपने टेंट से बाहर निकल आए और सामान को भी बाहर निकलने का प्रयास करने लगे। लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि पल भर में ही कई टेंट जलकर राख हो गए। इसके साथ डीसी कार्यालय के सामने वाले मैदान में लगी पांच दुकानें भी जलकर राख हो गई।
वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी भी रात को ही मौके पर पहुंचे और सभी लोगों ने मिलकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग पर काबू पाने के प्रयास के चक्कर में दो लोग झुलस गए और उन्हें ढालपुर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है।
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि इस आगजनी की घटना में करीब 8 टेंट्स को नुकसान पहुंचा है। और कई दुकानें जल्द रख राख हो गई है। अब आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। वहीं घायल लोगों का ढालपुर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। जिन देवी देवताओं के टेंट को नुकसान पहुंचा है उन्हें प्रशासन की ओर से टेंट मुहैया करवाए जाएंगे। ताकि दशहरा उत्सव में देवी देवताओं के साथ आए लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
देवता पंचवीर के गुर मोहन ने बताया की रात में जब सब लोग टेंट में सो रहे थे तो अचानक 2 बजे आग लगने की घटना से मैदान में हड़कंप मच गया। आग की सूचना मिलते ही देवरथो को टेंट से बाहर निकल कर बचा लिया गया। इस दौरान सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। हालांकि देवता पंचवीर के ढोल नगाड़े इस आग में जल चुके है। फिलहाल सभी देवता ढालपुर मैदान में ही सुरक्षित रुके हुए है।
वही बंजारा के विधायक सुरेंद्र शौरी का कहना है कि आगजनी की घटना में काफी नुकसान हुआ है उन्होंने जिला परिषद से मांग रखी है कि आज की घटना के कर्म की जांच की जाए और मुआवजा भी प्रभावितों को दिया जाना चाहिए।
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