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चम्बा ,18 दिसंबर ! जिला चम्बा के लोगों को जिम्मेदार पर्यटन पर जागरूक करने के उद्देश्य से सोमवार को मिनी स्विटजरलैंड के नाम से विश्व विख्यात पर्यटन नगरी खज्जियार के साथ पुखरी व मिस्टिक विलेज में कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला भारत संस्टेनेबिलिटी संकल्प अभियान के तहत नाट आन मैप संस्था व एसोसिएशन फार द कंजरवेशन एंड टूरिज्म(एक्ट) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई। एक्ट की ओर से विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग ने प्रशिक्षक की भूमिका निभाई। इस दौरान को जिम्मेदार पर्यटन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग ने कहा कि जिला चंबा की खूबसूरत वादियां व यहां की सांस्कृतिक विरासत स्वत: ही पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। यही कारण है कि यहां पर हर वर्ष देश-विदेश से पर्यटकों की आवाजाही लगी रहती है। लेकिन, अधिकतर पर्यटक महज प्रसिद्ध स्थानों तक ही पहुंच पाते हैं। जबकि, अन्य स्थानों व ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन के लिहाज से बहुत कुछ ऐसा है, जिसके बारे में सभी पर्यटकों को पता होना चाहिए। उपस्थित हितधारकों को बताया गया कि हमें पर्यटन के जरिये व्यक्तिगत विकास से सामुदायिक विकास की ओर आगे बढ़ना है। जिला चम्बा में लोक संस्कृति, यहां का रहन-सहन, खान-पान, पारंपरिक व्यंजन, कला, संगीत सहित अन्य सभी धरोहरों के बारे में पर्यटकों को जानकारी देना है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां का रुख करें। चंबा जिला को जिम्मेदार पर्यटन के माध्यम से आगे बढ़ाने का सभी एक साथ प्रयास करेंगे। इस दौरान गंदगी न फैले, इसके लिए पर्यटकों को जागरूक करना जरूरी है। जिम्मेदार पर्यटन की दिशा में सभी मिलकर कार्य करेंगे, तभी इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है। जिम्मेदार पर्यटन के माध्यम से पर्यटकों व स्थानीय लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने की जरूरत है।ऐसे में जिला प्रशासन, जिला पर्यटन अधिकारी कार्यालय, विभिन्न विभागों, एसोसिएशन व आम लोगों को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। यही प्रयास विभिन्न कार्यशालाओं के माध्यम से किया गया है, ताकि सभी लोग इसे सफल बनाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। विशाल गुरूंग, एक्ट संस्था। भारत संस्टेनेबिलिटी संकल्प अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम सोमवार को संपन्न हो गया।चम्बा जिला के तीसा के सामुदायिक आधारित गांव गुवाड़ी, मिस्टिक विलेज खजियार, चमीणू तथा सलूणी से आए लोगों को प्रशिक्षण दिया गया। वहीं, सोमवार को जिम्मेदार पर्यटन के बारे में लोगों को जागरूक किया गया, ताकि इस दिशा में आगे बढ़ सकें। मनुज शर्मा, सह-संस्थापक नाट आन मैप।
चम्बा ,18 दिसंबर ! जिला चम्बा के लोगों को जिम्मेदार पर्यटन पर जागरूक करने के उद्देश्य से सोमवार को मिनी स्विटजरलैंड के नाम से विश्व विख्यात पर्यटन नगरी खज्जियार के साथ पुखरी व मिस्टिक विलेज में कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला भारत संस्टेनेबिलिटी संकल्प अभियान के तहत नाट आन मैप संस्था व एसोसिएशन फार द कंजरवेशन एंड टूरिज्म(एक्ट) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई। एक्ट की ओर से विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग ने प्रशिक्षक की भूमिका निभाई। इस दौरान को जिम्मेदार पर्यटन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग ने कहा कि जिला चंबा की खूबसूरत वादियां व यहां की सांस्कृतिक विरासत स्वत: ही पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। यही कारण है कि यहां पर हर वर्ष देश-विदेश से पर्यटकों की आवाजाही लगी रहती है। लेकिन, अधिकतर पर्यटक महज प्रसिद्ध स्थानों तक ही पहुंच पाते हैं। जबकि, अन्य स्थानों व ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन के लिहाज से बहुत कुछ ऐसा है, जिसके बारे में सभी पर्यटकों को पता होना चाहिए। उपस्थित हितधारकों को बताया गया कि हमें पर्यटन के जरिये व्यक्तिगत विकास से सामुदायिक विकास की ओर आगे बढ़ना है।
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जिला चम्बा में लोक संस्कृति, यहां का रहन-सहन, खान-पान, पारंपरिक व्यंजन, कला, संगीत सहित अन्य सभी धरोहरों के बारे में पर्यटकों को जानकारी देना है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां का रुख करें। चंबा जिला को जिम्मेदार पर्यटन के माध्यम से आगे बढ़ाने का सभी एक साथ प्रयास करेंगे। इस दौरान गंदगी न फैले, इसके लिए पर्यटकों को जागरूक करना जरूरी है। जिम्मेदार पर्यटन की दिशा में सभी मिलकर कार्य करेंगे, तभी इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है।
जिम्मेदार पर्यटन के माध्यम से पर्यटकों व स्थानीय लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने की जरूरत है।ऐसे में जिला प्रशासन, जिला पर्यटन अधिकारी कार्यालय, विभिन्न विभागों, एसोसिएशन व आम लोगों को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। यही प्रयास विभिन्न कार्यशालाओं के माध्यम से किया गया है, ताकि सभी लोग इसे सफल बनाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। विशाल गुरूंग, एक्ट संस्था।
भारत संस्टेनेबिलिटी संकल्प अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम सोमवार को संपन्न हो गया।चम्बा जिला के तीसा के सामुदायिक आधारित गांव गुवाड़ी, मिस्टिक विलेज खजियार, चमीणू तथा सलूणी से आए लोगों को प्रशिक्षण दिया गया। वहीं, सोमवार को जिम्मेदार पर्यटन के बारे में लोगों को जागरूक किया गया, ताकि इस दिशा में आगे बढ़ सकें। मनुज शर्मा, सह-संस्थापक नाट आन मैप।
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