- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा ! शिक्षा हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है और शिक्षा ग्रहण करने के स्तर से ही बच्चों का आने वाला भविष्य तय होता है सरकार भी शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए समय समय पर शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए निर्णय लिए जाते है और आज के समय मे शिक्षा की गुणवता को लेकर निजी संस्थान भी बेहतरीन शिक्षा देने के मामले में सरकार के साथ हमेशा से एक अहम भूमिका निभा रहे है आज हम बात कर रहे है ज़िला चंबा के लचोड़ी के ग्रामीण परिपेक्ष में स्तिथ डी सी एम पब्लिक स्कूल जो कि जिले में अपनी शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर बहुत ही अहम भूमिका निभा रहा है । हम आपको बताते चले की इस कोरोना महामारी में भी डीसीएम गुरुकुल पब्लिक स्कूल के प्रशासन ओर अध्यापकों ने बच्चों के लिए हर एक संभव प्रयास किया है जिससे बच्चों को घर पर ही बेहतर शिक्षा दी सके और लॉकडाउन में भी बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा मुहैया करवाई । जब सरकार द्वारा अनलॉक किया गया तो स्कूल के शिक्षकों द्वारा "ज्ञान का भण्डार बच्चो के घर द्वार जा कर देना शुरू कर दिया गया और अब शिक्षक गांव गाँव में जाकर बच्चो काम चेक कर रहे है जो उन्होंने ऑनलाइन क्लासेस में पढ़ाया था। ओर दूसरी तरफ बच्चों के अभिभावक भी काफी खुश है उनका कहना है कि स्कूल की यह एक अच्छी पहल है इसको आगे भी जारी रखना चाहिए। जब डीसीएम पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल अनिल शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बतया की स्कूल की और से शिक्षको द्वारा गाँव छुद्ररा, लचोडी, कोटि, सुन्ड़ला, डणून, मोल,चंडी, लड़ोग,चकलू,भलेई, बरगाल आदि कई गांव में हमने बच्चो के घर जाकर उनकी नोट बुक चेक की जो काम उन्हें ऑनलाइन पढ़ाया जाता है । जब तक सरकार द्वारा स्कूल नही खोले जाते है तब तक हम अपने स्कूल के बच्चों को यह सुविधा प्रदान करते रहेगे।
चम्बा ! शिक्षा हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है और शिक्षा ग्रहण करने के स्तर से ही बच्चों का आने वाला भविष्य तय होता है सरकार भी शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए समय समय पर शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए निर्णय लिए जाते है और आज के समय मे शिक्षा की गुणवता को लेकर निजी संस्थान भी बेहतरीन शिक्षा देने के मामले में सरकार के साथ हमेशा से एक अहम भूमिका निभा रहे है आज हम बात कर रहे है ज़िला चंबा के लचोड़ी के ग्रामीण परिपेक्ष में स्तिथ डी सी एम पब्लिक स्कूल जो कि जिले में अपनी शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर बहुत ही अहम भूमिका निभा रहा है । हम आपको बताते चले की इस कोरोना महामारी में भी डीसीएम गुरुकुल पब्लिक स्कूल के प्रशासन ओर अध्यापकों ने बच्चों के लिए हर एक संभव प्रयास किया है जिससे बच्चों को घर पर ही बेहतर शिक्षा दी सके और लॉकडाउन में भी बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा मुहैया करवाई । जब सरकार द्वारा अनलॉक किया गया तो स्कूल के शिक्षकों द्वारा "ज्ञान का भण्डार बच्चो के घर द्वार जा कर देना शुरू कर दिया गया और अब शिक्षक गांव गाँव में जाकर बच्चो काम चेक कर रहे है जो उन्होंने ऑनलाइन क्लासेस में पढ़ाया था। ओर दूसरी तरफ बच्चों के अभिभावक भी काफी खुश है उनका कहना है कि स्कूल की यह एक अच्छी पहल है इसको आगे भी जारी रखना चाहिए।
जब डीसीएम पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल अनिल शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बतया की स्कूल की और से शिक्षको द्वारा गाँव छुद्ररा, लचोडी, कोटि, सुन्ड़ला, डणून, मोल,चंडी, लड़ोग,चकलू,भलेई, बरगाल आदि कई गांव में हमने बच्चो के घर जाकर उनकी नोट बुक चेक की जो काम उन्हें ऑनलाइन पढ़ाया जाता है । जब तक सरकार द्वारा स्कूल नही खोले जाते है तब तक हम अपने स्कूल के बच्चों को यह सुविधा प्रदान करते रहेगे।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -