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बिलासपुर , 20 जनवरी ! जिला भाषा कला एवं संस्कृति अधिकारी बिलासपुर द्वारा आज जिला भाषा अधिकारी कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में मासिक गोष्ठी का आयोजन किया गया । गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए डॉ जय महलवाल ने अपने सम्बोधन में खूबसूरत अंदाज में कहा ‘‘अज टाईमा रा टोटा मेरा भाषण भी होणा छोटा‘‘ उन्होने जिन्दगीया रा चरखा कविता प्रस्तुत की। मुख्यतिथि कमाण्डैण्ट सुरेन्द्र शर्मा ने अपने उदबोधन के उपरान्त सैनिक के मन की व्यथा को उकेरती कविता ‘‘जब तक लौट ना आऊगा’’ नैन दीप जलाए रखना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में शिवपाल गर्ग, शीला सिंह, प्रदीप गुप्ता, अमर नाथ धीमान, तृप्ता, हुसैन अली, रचना, देवेन्द्र, रविन्द्र शर्मा, पूनम शर्मा ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। इसके अतिरिक्त उमेश, रक्षा ठाकुर, रामपाल डोगरा, वीना वर्धन, पूर्व भाषा अधिकारी अनीता शर्मा, ओकार कपिल, बुद्धि सिंह चन्देल, नरैणु राम हितैशी, रविन्द्र ठाकुर तथा राजपाल सरीन सरीखे कवियों ने भाग लिया व कविता पाठ प्रस्तुत किया। जिला भाषा अधिकारी रेवती सैनी ने बताया कि मासिक गोष्ठी का मुख्य उदेश्य लेखको साहित्यारों के साथ निरंतर संवाद कार्यक्रम करना तथा नवोदित रचनाकारों को मंच प्रदान करना है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
बिलासपुर , 20 जनवरी ! जिला भाषा कला एवं संस्कृति अधिकारी बिलासपुर द्वारा आज जिला भाषा अधिकारी कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में मासिक गोष्ठी का आयोजन किया गया । गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए डॉ जय महलवाल ने अपने सम्बोधन में खूबसूरत अंदाज में कहा ‘‘अज टाईमा रा टोटा मेरा भाषण भी होणा छोटा‘‘ उन्होने जिन्दगीया रा चरखा कविता प्रस्तुत की।
मुख्यतिथि कमाण्डैण्ट सुरेन्द्र शर्मा ने अपने उदबोधन के उपरान्त सैनिक के मन की व्यथा को उकेरती कविता ‘‘जब तक लौट ना आऊगा’’ नैन दीप जलाए रखना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में शिवपाल गर्ग, शीला सिंह, प्रदीप गुप्ता, अमर नाथ धीमान, तृप्ता, हुसैन अली, रचना, देवेन्द्र, रविन्द्र शर्मा, पूनम शर्मा ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। इसके अतिरिक्त उमेश, रक्षा ठाकुर, रामपाल डोगरा, वीना वर्धन, पूर्व भाषा अधिकारी अनीता शर्मा, ओकार कपिल, बुद्धि सिंह चन्देल, नरैणु राम हितैशी, रविन्द्र ठाकुर तथा राजपाल सरीन सरीखे कवियों ने भाग लिया व कविता पाठ प्रस्तुत किया। जिला भाषा अधिकारी रेवती सैनी ने बताया कि मासिक गोष्ठी का मुख्य उदेश्य लेखको साहित्यारों के साथ निरंतर संवाद कार्यक्रम करना तथा नवोदित रचनाकारों को मंच प्रदान करना है।- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
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