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जिला मंडी के विकास खंड बल्ह की ग्राम पंचायत दसेहडा के चहड़ी गांव के लोगों ने लाकडाउन के स्वेच्छा से पत्थर काटकर श्रमदान कर एक मिसाल कायम कर दी है। गौरतलब है गलचु नाला से नैना माता मंदिर तक ग्राम पंचायत द्वारा इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। लेकिन लॉकडौन लग जाने के कार्य इसका निर्माण कार्य चहड़ी गांव से कुछ दूरी पर ही रुक गया था। और इसके आगे जो रास्ता था उसमें पूरी तरह से सख्त पत्थर था जिसे काटकर सड़क निर्माण करना बहुत ही मुश्किल था। लेकिन जैसे ही स्थानीय प्रशाशन ने कार्य करने की छूट लॉकडौन में दी उसके बाद बी डी सी सदस्य तारा तुंगला की अगुवाई में स्थानीय गांव वासियों ने खुद ही अपने गांव तक सड़क पहुंचाने का फैसला किया। जानकारी देते हुए तारा तुंगला ने बताया कि इस लॉकडौन मे प्रशाशन के दिशानिर्देशों के अनुसार सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए इस बची हुई सड़क का निर्माण किया गया है। इस सारे कार्य मे सभी लोगों ने स्वेच्छा से बिना किसी पैसे के कार्य किया और चहड़ी गांव को पूर्णतया सड़क सुविधा से जोड़ दिया है। उन्होंने आगे कहा कि इस कार्य मे उन्हें काफी मुश्किल का सामना भी करना पड़ा और सख्त पत्थर के कारण एक समय सड़क निकलना मुश्किल भी लग रहा था। लेकिन फिर भी सभी लोगों के सहयोग और मेहनत से आखिरकार वो इस सड़क को गांव तक पहुंचाने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि अब आगे जल्द ही इस सड़क को माता मुरारी मंदिर जाने वाली सड़क के साथ जोड़ा जाएगा। जिससे कि पंचायत के अन्य लोगों व स्थानीय गांव की जनता को आने वाले समय ने इसका फायदा मिल सकेगा। इस कार्य में नंदलाल, बृजलाल,अमरचंद तुंगला, मनीराम, देवराज, सतीश राणा, हेमसिंह आदि का विशेष सहयोग रहा।
जिला मंडी के विकास खंड बल्ह की ग्राम पंचायत दसेहडा के चहड़ी गांव के लोगों ने लाकडाउन के स्वेच्छा से पत्थर काटकर श्रमदान कर एक मिसाल कायम कर दी है। गौरतलब है गलचु नाला से नैना माता मंदिर तक ग्राम पंचायत द्वारा इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। लेकिन लॉकडौन लग जाने के कार्य इसका निर्माण कार्य चहड़ी गांव से कुछ दूरी पर ही रुक गया था। और इसके आगे जो रास्ता था उसमें पूरी तरह से सख्त पत्थर था जिसे काटकर सड़क निर्माण करना बहुत ही मुश्किल था।
लेकिन जैसे ही स्थानीय प्रशाशन ने कार्य करने की छूट लॉकडौन में दी उसके बाद बी डी सी सदस्य तारा तुंगला की अगुवाई में स्थानीय गांव वासियों ने खुद ही अपने गांव तक सड़क पहुंचाने का फैसला किया। जानकारी देते हुए तारा तुंगला ने बताया कि इस लॉकडौन मे प्रशाशन के दिशानिर्देशों के अनुसार सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए इस बची हुई सड़क का निर्माण किया गया है। इस सारे कार्य मे सभी लोगों ने स्वेच्छा से बिना किसी पैसे के कार्य किया और चहड़ी गांव को पूर्णतया सड़क सुविधा से जोड़ दिया है। उन्होंने आगे कहा कि इस कार्य मे उन्हें काफी मुश्किल का सामना भी करना पड़ा और सख्त पत्थर के कारण एक समय सड़क निकलना मुश्किल भी लग रहा था। लेकिन फिर भी सभी लोगों के सहयोग और मेहनत से आखिरकार वो इस सड़क को गांव तक पहुंचाने में सफल रहे।
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उन्होंने कहा कि अब आगे जल्द ही इस सड़क को माता मुरारी मंदिर जाने वाली सड़क के साथ जोड़ा जाएगा। जिससे कि पंचायत के अन्य लोगों व स्थानीय गांव की जनता को आने वाले समय ने इसका फायदा मिल सकेगा। इस कार्य में नंदलाल, बृजलाल,अमरचंद तुंगला, मनीराम, देवराज, सतीश राणा, हेमसिंह आदि का विशेष सहयोग रहा।
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