
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
लाहौल ! एक तरफ जब सरकार कह रही है कि सेब सीज़न में प्रवासी मज़दूरों को अपने ख़र्चे पर प्रदेश में काम करने के लिये बाहर से लेकर आएँगें । दूसरी तरफ स्थानीय निवासी कोरोना के डर से प्रवासी मज़दूरों को घाटी से बाहर निकालने मे लगे हैं। उन्हें गांव छोडने का अल्टीमेटम दे दिया है। लाहौल घाटी के महिला मडंलों और युवक मडलों ने लाहौल घाटी को ग्रीन जोन बनाए रखने के लिए मजदूरों को लेकर ठेकेदारों को भी ऐसी ही हिदायत दे दी है। तोद घाटी के क्वारिंग से लेकर खंगसर गांव के महिला मडंलो की दर्जनों सदस्य ऱात दस बजे तक शिती नाले में मजदूरों को लेकर विरोध करने के लिये डटी रहीं । इस मामले को लेकर लोगों ने रविवार को बैठक आयोजित की इसके बाद ठेकेदारों के बाहर से आए मजदूरों को 24 घटें मे गांव छोडने का अल्टीमेटम दिया है। ऐसा नहीं करने पर सोमवार को समस्त महिला मडंल मौके पर जाकर गांव खाली करवा लेंगी रंजीत लाहौली
लाहौल ! एक तरफ जब सरकार कह रही है कि सेब सीज़न में प्रवासी मज़दूरों को अपने ख़र्चे पर प्रदेश में काम करने के लिये बाहर से लेकर आएँगें । दूसरी तरफ स्थानीय निवासी कोरोना के डर से प्रवासी मज़दूरों को घाटी से बाहर निकालने मे लगे हैं। उन्हें गांव छोडने का अल्टीमेटम दे दिया है। लाहौल घाटी के महिला मडंलों और युवक मडलों ने लाहौल घाटी को ग्रीन जोन बनाए रखने के लिए मजदूरों को लेकर ठेकेदारों को भी ऐसी ही हिदायत दे दी है। तोद घाटी के क्वारिंग से लेकर खंगसर गांव के महिला मडंलो की दर्जनों सदस्य ऱात दस बजे तक शिती नाले में मजदूरों को लेकर विरोध करने के लिये डटी रहीं । इस मामले को लेकर लोगों ने रविवार को बैठक आयोजित की इसके बाद ठेकेदारों के बाहर से आए मजदूरों को 24 घटें मे गांव छोडने का अल्टीमेटम दिया है। ऐसा नहीं करने पर सोमवार को समस्त महिला मडंल मौके पर जाकर गांव खाली करवा लेंगी रंजीत लाहौली
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -