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शिमला, 03 अगस्त ! भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक हंस राज ने कहा विक्रमादित्य का भाग्य अच्छा है कि वह युवा विधायक और मंत्री है। जब हम भी शुरू में विधायक थे तो हमें भी कहीं चीजें समझ नहीं आती थी और जब मैं डिप्टी स्पीकर भी था तब भी हमसे कुछ गलतियां हो जाती थी, कोई बड़ी बात नहीं है कई चीजें समझ नहीं आती है। हंस राज ने विक्रमादित्य सिंह से आग्रह किया कि अब वह एक बहुत बड़े विभाग के मंत्री हैं और जिस प्रकार की उनके बयान आ रहे हैं वह अच्छे नहीं है और भविष्य में भी यह उनके लिए ठीक नहीं है, उनको सोचना चाहिए कि वो शाम को क्या बोल रहा है और सुबह उनका क्या स्टैंड है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर एक वरिष्ठ नेता है और जब वह मुख्यमंत्री थे उन्होंने कोविड जैसी बड़ी महामारी में भी काम किया है, अगर विक्रमादित्य सिंह काम नहीं कर पा रहे कम से कम नकल तो कर लेनी चाहिए। चिंता का विषय यह है कि विक्रमादित्य की कैबिनेट में किसे साथ ट्यूनिग है और क्या महकमे के अधिकारी उनकी बात सुन रहे हैं कि नहीं सुन रहे हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आते हैं तो सभी अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वह मौके पर उपस्थित रहे। अगर टेक्निकली देखा जाए तो जनप्रतिनिधि को इंजीनियर का ज्ञान नहीं हो सकता है, सारे काम जनप्रतिनिधि नहीं करते हैं कई काम अफसरों को भी करने पड़ते हैं। अभी विक्रमादित्य युवा विधायक है और उनको बहुत कुछ सीखना है। सीखते सीखते जबान फिसल भी जाती है। स्वर्गीय वीरभद्र सिंह राजनीति के बहुत मंजे हुए खिलाड़ी रहे हैं, उन्होंने बहुत अच्छा काम भी किया है। कम से कम विक्रमादित्य को वीरभद्र सिंह की नकल कर लेनी चाहिए।
शिमला, 03 अगस्त ! भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक हंस राज ने कहा विक्रमादित्य का भाग्य अच्छा है कि वह युवा विधायक और मंत्री है। जब हम भी शुरू में विधायक थे तो हमें भी कहीं चीजें समझ नहीं आती थी और जब मैं डिप्टी स्पीकर भी था तब भी हमसे कुछ गलतियां हो जाती थी, कोई बड़ी बात नहीं है कई चीजें समझ नहीं आती है।
हंस राज ने विक्रमादित्य सिंह से आग्रह किया कि अब वह एक बहुत बड़े विभाग के मंत्री हैं और जिस प्रकार की उनके बयान आ रहे हैं वह अच्छे नहीं है और भविष्य में भी यह उनके लिए ठीक नहीं है, उनको सोचना चाहिए कि वो शाम को क्या बोल रहा है और सुबह उनका क्या स्टैंड है।
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नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर एक वरिष्ठ नेता है और जब वह मुख्यमंत्री थे उन्होंने कोविड जैसी बड़ी महामारी में भी काम किया है, अगर विक्रमादित्य सिंह काम नहीं कर पा रहे कम से कम नकल तो कर लेनी चाहिए। चिंता का विषय यह है कि विक्रमादित्य की कैबिनेट में किसे साथ ट्यूनिग है और क्या महकमे के अधिकारी उनकी बात सुन रहे हैं कि नहीं सुन रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आते हैं तो सभी अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वह मौके पर उपस्थित रहे। अगर टेक्निकली देखा जाए तो जनप्रतिनिधि को इंजीनियर का ज्ञान नहीं हो सकता है, सारे काम जनप्रतिनिधि नहीं करते हैं कई काम अफसरों को भी करने पड़ते हैं।
अभी विक्रमादित्य युवा विधायक है और उनको बहुत कुछ सीखना है। सीखते सीखते जबान फिसल भी जाती है। स्वर्गीय वीरभद्र सिंह राजनीति के बहुत मंजे हुए खिलाड़ी रहे हैं, उन्होंने बहुत अच्छा काम भी किया है। कम से कम विक्रमादित्य को वीरभद्र सिंह की नकल कर लेनी चाहिए।
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