
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
हिमाचल प्रदेश विधानसभा मॉनसून सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। कोरोनोकाल के बीच 10 बैठकों वाले इस सत्र में कई बेहद अहम मुद्दे छाए रहे। वहीँ विपक्ष ने भी अपना किरदार बखूबी निभाते हुए जनता और विकास के मुद्दों पर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सत्र में विपक्ष के विरोध के बीच 8 बिल पेश और पारित भी किए गए। वहीँ सत्र स्थगित होने के बाद सरकार और विपक्ष ने सत्र को सफल करार दिया। https://www.facebook.com/Khabar.Himachal.Shimla/videos/383427506001607/ हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मॉनसून सत्र शीतकालीन सत्र अनिश्चित काल तक के लिए स्थगित होने के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष , सदन में अपने अपने किरदार से से संतुष्ट नज़र आए। कोरोनोकाल के बावजूद आयोजित इस सत्र में जहां राज्य के विकास और जनता के मुद्दे सदन में छाए रहे तो वहीँ कुछ ऐसे मुद्दे भी सदन का हिस्सा बने रहे जिनपर जम कर राजनीती चलती रही। इनमें सबसे ऊपर था कंगना रनौत वर्सिस महाराष्ट्रा सरकार का मुद्दा जिसपर विपक्षी दल कांग्रेस ने तो पहले मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया लेकिन बाद में जनता के बीच कंगना का हिमाचल की बेटी का नारा सोशल मीडिया पर जम कर वायरल होने के नारे के बाद कांग्रेस ने भी अपनी जुबां बदल ली . हांलाकी शुरू से ही हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कंगना रणौत को हिमाचल की बेटी बताते हुए उनके समर्थन में खड़े रहे। केंद्र से पहले हिमाचल सरकार ने कंगना को सुरक्षा देने का ऐलान भी किया। https://www.facebook.com/1392422584158311/posts/3422556634478219/ सत्र स्थगित होने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने सदन में अपने किरदार पर पूरी तरह से संतुष्टा जताई। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा की विधानसभा में विपक्ष का काम जनता की आवाज़ सरकार के सामने बुलंद करना और सरकार की नाकामियों को सभी के सामने लाना है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा की इस दौरान जहां सरकार की खिंचाई करने की भी ज़रूरत पडी वहाँ वो भी किया गया और जहां वॉकआउट ज़रूरत पडी तो उससे भी गुरेज़ नहीं किया गया . वहीँ मुकेश अग्निहोत्री ने कहा की नियम 67 के तहत सदन में चर्चा करवाना विधानसभा के इतिहास में किसी भी विपक्षी दल के लिए सबसे बड़ी सफलता रही है। सत्र में 8 विधेयकों पर भी सदन में मुहर लगाई गयी . इनमें हिमाचल प्रदेश कतिपय अत्यावश्यकताओं में विभिन्न प्रवर्गों के वेतन और भत्तों का विनियमन विधेयक 2020 , हिमाचल प्रदेश सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2020 , हिमाचल प्रदेश नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2020 , हिमाचल प्रदेश नगरपालिका (संशोधन) विधेयक, 2020,औद्योगिक विवाद (हिमाचल प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2020 , ठेका श्रम (विनियमन और उत्सादन) हिमाचल प्रदेश संशोधन विधेयक, 2020, , कारखाना (हिमाचल प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2020 और हिमाचल प्रदेश मोटरयान कराधान (संशोधन) विधेयक, 2020 को पेश और पारित किया गया। जयराम सत्र को एक यादगार सत्र करार दिया जिसमें कई राजनैतिक रंग देखने को मिले। सीएम जयराम ठाकुर ने यह सत्र कई मायने में यादगार रहेगा। जयराम ठाकुर ने कहा की कोविडकाल जैसी विपरीत परिस्थितियों में यह सत्र होना एक बड़ी उपलब्धी है। जयराम ठाकुर ने कहा कि आमतौर पर यह सत्र कम दिनों का होता था लेकिन इस बार सबसे लंबा सत्र हुआ है। जिसमें जनहित के मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हुई। https://www.facebook.com/Khabar.Himachal.Shimla/videos/248672859752713/ उधर विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने भी कहा कि सबको खुलकर बोलने मौका दिया गया। सत्र के दौरान कुल 434 तारांकित और 223 अतारांकित सवाल लगे। नियम 67 के तहत इतिहास में पहली बार कार्यस्थगन प्रस्ताव पर चर्चा हुई। सदन की कार्यवाही कुल 47 घंटे चली। नियम 61 के तहत 5 विषयों पर चर्चा हुई। नियम 62 के तहत 10 विषय और नियम 130 के तहत 5 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। नियम 101 के तहत 2 गैर सरकारी संकल्पों पर सदन में विस्तार से चर्चा हुई।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा मॉनसून सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। कोरोनोकाल के बीच 10 बैठकों वाले इस सत्र में कई बेहद अहम मुद्दे छाए रहे। वहीँ विपक्ष ने भी अपना किरदार बखूबी निभाते हुए जनता और विकास के मुद्दों पर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सत्र में विपक्ष के विरोध के बीच 8 बिल पेश और पारित भी किए गए। वहीँ सत्र स्थगित होने के बाद सरकार और विपक्ष ने सत्र को सफल करार दिया।
https://www.facebook.com/Khabar.Himachal.Shimla/videos/383427506001607/ हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मॉनसून सत्र शीतकालीन सत्र अनिश्चित काल तक के लिए स्थगित होने के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष , सदन में अपने अपने किरदार से से संतुष्ट नज़र आए। कोरोनोकाल के बावजूद आयोजित इस सत्र में जहां राज्य के विकास और जनता के मुद्दे सदन में छाए रहे तो वहीँ कुछ ऐसे मुद्दे भी सदन का हिस्सा बने रहे जिनपर जम कर राजनीती चलती रही। इनमें सबसे ऊपर था कंगना रनौत वर्सिस महाराष्ट्रा सरकार का मुद्दा जिसपर विपक्षी दल कांग्रेस ने तो पहले मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया लेकिन बाद में जनता के बीच कंगना का हिमाचल की बेटी का नारा सोशल मीडिया पर जम कर वायरल होने के नारे के बाद कांग्रेस ने भी अपनी जुबां बदल ली . हांलाकी शुरू से ही हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कंगना रणौत को हिमाचल की बेटी बताते हुए उनके समर्थन में खड़े रहे। केंद्र से पहले हिमाचल सरकार ने कंगना को सुरक्षा देने का ऐलान भी किया।- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
सत्र में 8 विधेयकों पर भी सदन में मुहर लगाई गयी . इनमें हिमाचल प्रदेश कतिपय अत्यावश्यकताओं में विभिन्न प्रवर्गों के वेतन और भत्तों का विनियमन विधेयक 2020 , हिमाचल प्रदेश सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2020 , हिमाचल प्रदेश नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2020 , हिमाचल प्रदेश नगरपालिका (संशोधन) विधेयक, 2020,औद्योगिक विवाद (हिमाचल प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2020 , ठेका श्रम (विनियमन और उत्सादन) हिमाचल प्रदेश संशोधन विधेयक, 2020, , कारखाना (हिमाचल प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2020 और हिमाचल प्रदेश मोटरयान कराधान (संशोधन) विधेयक, 2020 को पेश और पारित किया गया। जयराम सत्र को एक यादगार सत्र करार दिया जिसमें कई राजनैतिक रंग देखने को मिले। सीएम जयराम ठाकुर ने यह सत्र कई मायने में यादगार रहेगा। जयराम ठाकुर ने कहा की कोविडकाल जैसी विपरीत परिस्थितियों में यह सत्र होना एक बड़ी उपलब्धी है। जयराम ठाकुर ने कहा कि आमतौर पर यह सत्र कम दिनों का होता था लेकिन इस बार सबसे लंबा सत्र हुआ है। जिसमें जनहित के मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हुई।
https://www.facebook.com/Khabar.Himachal.Shimla/videos/248672859752713/ उधर विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने भी कहा कि सबको खुलकर बोलने मौका दिया गया। सत्र के दौरान कुल 434 तारांकित और 223 अतारांकित सवाल लगे। नियम 67 के तहत इतिहास में पहली बार कार्यस्थगन प्रस्ताव पर चर्चा हुई। सदन की कार्यवाही कुल 47 घंटे चली। नियम 61 के तहत 5 विषयों पर चर्चा हुई। नियम 62 के तहत 10 विषय और नियम 130 के तहत 5 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। नियम 101 के तहत 2 गैर सरकारी संकल्पों पर सदन में विस्तार से चर्चा हुई।- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -