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चम्बा ! विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने कहा कि तीसा विकासखंड में गत 2 वर्षों के दौरान मनरेगा योजनाओं के कार्यान्वयन पर 53 करोड़ 3 लाख की राशि खर्च की गई है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने यह जानकारी आज लोक निर्माण विश्राम गृह तीसा में अपने प्रवास में दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 -19 में तीसा ब्लॉक के कुल 20896 परिवारों को जॉब कार्ड जारी किए गए। जबकि चालू वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 21819 का है। इन 2 वर्षों की अवधि के दौरान मनरेगा में कुल 20 लाख 53 हजार 231 मानव दिवस सृजित किए गए। तीसा विकास खंड में 6391 ऐसे परिवार हैं जिन्होंने मनरेगा के तहत 100 दिनों का रोजगार पूरा किया। वर्तमान में मनरेगा योजनाओं में 4825 कार्य प्रगति पर हैं। इनमें से 1615 कार्यों को पूर्ण भी कर लिया गया है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने बताया कि तीसा विकासखंड में अधिकांश मामलों में मनरेगा का भुगतान 15 दिनों की अवधि के दौरान किया गया है। ग्रामीण विकास की केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं और स्कीमों का बड़े पैमाने पर पूरे तीसा क्षेत्र में लाभ मिल रहा है। ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं में गत दो वर्षों की अवधि के दौरान करोड़ों रुपए की धनराशि खर्च करके ग्रामीण विकास को नए आयाम मिले हैं। पिछड़ा क्षेत्र उप योजना के तहत जहां एक करोड़ 61 लाख रुपए की राशि खर्च करके विभिन्न विकासात्मक कार्य पूरे हुए, वहीं मुख्यमंत्री आवास योजना में पात्र लाभार्थियों को 2 करोड़ 40 लाख की राशि वित्तीय मदद के तौर पर प्रदान की गई ताकि वे अपना गृह निर्माण कर सकें। विधायक निधि योजना में भी 70 लाख से अधिक की राशि विभिन्न विकासात्मक और जनकल्याणकारी कार्यों के लिए जारी की जा चुकी है। विधानसभा ने ये भी बताया कि मनरेगा कन्वर्जेंस के तहत जहां विकासखंड में विभिन्न ट्रैकिंग रूटों के विकास को लेकर शेल्फ बन रहे हैं, वहीं कई गांव एंबुलेंस संपर्क सड़क से भी जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस संपर्क सड़क की सुविधा से जुड़ने के बाद ग्रामीणों को आपात स्थिति में तुरंत अस्पताल पहुंचने में बड़ी मदद मिलेगी। जबकि ट्रैकिंग रूटों के विकास से चुराह घाटी में साहसिक, धार्मिक और नैसर्गिक पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी। घाटी में जब इस तरह के पर्यटन का विकास होगा तो स्थानीय लोगों को भी रोजगार के नए अवसर अपने घर -द्वार पर हासिल होंगे। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि गत सर्दी के मौसम के दौरान सड़कों के अलावा बिजली और पेयजल को हुए नुकसान का भी जायजा लिया गया है और संबंधित सभी विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है ताकि लोगों को मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कोरोना वायरस के खतरे को लेकर लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि इसको लेकर घबराने की कतई भी आवश्यकता नहीं है। जरूरत इस बात की है कि लोग सतर्क और सजग रहें और अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता का सावधानी के साथ ख्याल रखें। सरकार द्वारा इसकी निरंतर निगरानी की जा रही है।
चम्बा ! विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने कहा कि तीसा विकासखंड में गत 2 वर्षों के दौरान मनरेगा योजनाओं के कार्यान्वयन पर 53 करोड़ 3 लाख की राशि खर्च की गई है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने यह जानकारी आज लोक निर्माण विश्राम गृह तीसा में अपने प्रवास में दी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 -19 में तीसा ब्लॉक के कुल 20896 परिवारों को जॉब कार्ड जारी किए गए। जबकि चालू वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 21819 का है। इन 2 वर्षों की अवधि के दौरान मनरेगा में कुल 20 लाख 53 हजार 231 मानव दिवस सृजित किए गए।
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तीसा विकास खंड में 6391 ऐसे परिवार हैं जिन्होंने मनरेगा के तहत 100 दिनों का रोजगार पूरा किया। वर्तमान में मनरेगा योजनाओं में 4825 कार्य प्रगति पर हैं। इनमें से 1615 कार्यों को पूर्ण भी कर लिया गया है।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने बताया कि तीसा विकासखंड में अधिकांश मामलों में मनरेगा का भुगतान 15 दिनों की अवधि के दौरान किया गया है। ग्रामीण विकास की केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं और स्कीमों का बड़े पैमाने पर पूरे तीसा क्षेत्र में लाभ मिल रहा है। ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं में गत दो वर्षों की अवधि के दौरान करोड़ों रुपए की धनराशि खर्च करके ग्रामीण विकास को नए आयाम मिले हैं।
पिछड़ा क्षेत्र उप योजना के तहत जहां एक करोड़ 61 लाख रुपए की राशि खर्च करके विभिन्न विकासात्मक कार्य पूरे हुए, वहीं मुख्यमंत्री आवास योजना में पात्र लाभार्थियों को 2 करोड़ 40 लाख की राशि वित्तीय मदद के तौर पर प्रदान की गई ताकि वे अपना गृह निर्माण कर सकें। विधायक निधि योजना में भी 70 लाख से अधिक की राशि विभिन्न विकासात्मक और जनकल्याणकारी कार्यों के लिए जारी की जा चुकी है।
विधानसभा ने ये भी बताया कि मनरेगा कन्वर्जेंस के तहत जहां विकासखंड में विभिन्न ट्रैकिंग रूटों के विकास को लेकर शेल्फ बन रहे हैं, वहीं कई गांव एंबुलेंस संपर्क सड़क से भी जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस संपर्क सड़क की सुविधा से जुड़ने के बाद ग्रामीणों को आपात स्थिति में तुरंत अस्पताल पहुंचने में बड़ी मदद मिलेगी। जबकि ट्रैकिंग रूटों के विकास से चुराह घाटी में साहसिक, धार्मिक और नैसर्गिक पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी। घाटी में जब इस तरह के पर्यटन का विकास होगा तो स्थानीय लोगों को भी रोजगार के नए अवसर अपने घर -द्वार पर हासिल होंगे।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि गत सर्दी के मौसम के दौरान सड़कों के अलावा बिजली और पेयजल को हुए नुकसान का भी जायजा लिया गया है और संबंधित सभी विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है ताकि लोगों को मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने कोरोना वायरस के खतरे को लेकर लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि इसको लेकर घबराने की कतई भी आवश्यकता नहीं है। जरूरत इस बात की है कि लोग सतर्क और सजग रहें और अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता का सावधानी के साथ ख्याल रखें। सरकार द्वारा इसकी निरंतर निगरानी की जा रही है।
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