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बिलासपुर , 26 जनवरी ! 75वें गणतंत्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक छात्र पाठशाला बिलासपुर के खेल मैदान में हुआ। प्रदेश सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने ध्वजारोहण कर भव्य मार्चपास्ट की सलामी ली। उन्होंने चंगर स्थित शहीद स्मारक में श्रद्धासुमन अर्पित कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने भव्य परेड का निरीक्षण किया। फिर पुलिस, होमगार्ड और छब्ब् की, एनएसएस की टुकड़ियों से मार्च पास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 26 जनवरी का दिन हम सभी देशवासियो के लिए एक महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक अवसर है। 26 जनवरी, 1950 को, इसी ऐतिहासिक दिन, हमारे देश में संवैधानिक व्यवस्था लागू हुई और हमारा देश विश्वभर में सबसे बड़े लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ। उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर के वीर सैनिकों ने भी देश की सुरक्षा और अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति स्थापना के लिए गौरवशाली वीरता एवं अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश भर में जिला का नाम रोशन किया है। जिला बिलासपुर की धरती पर स्वतंत्रता से पहले के पांच वीरता पुरस्कार विजेता हैं, जिनमें से एक विक्टोरिया क्रास तथा एक जार्ज क्रास विजेता हैं। विक्टोरिया क्रास विजेता कैप्टन वीर भंडारी राम और शहीद नायक किरपा राम को बहादुरी पुरस्कार ष्जार्ज क्रासष् प्राप्त हुआ है। जिला बिलासपुर से परमवीर चक्र विजेता सूबेदार संजय कुमार जैसे वीर योद्धा भी इसी भूमि में पैदा हुए है। सूबेदार संजय कुमार ने ष्आप्रेशन विजय के दौरान दुश्मनों को लोह के चने चबाए जिसके लिए उन्हें भारतीय सेना के सर्वाेच्च वीरता पुरस्कार श्परमवीर चक्रश् से अलंकृत किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा परमवीर चक्र व अशोक चक्र विजेताओं को वार्षिकी के तौर पर तीन लाख रुपये, महावीर चक्र व कीर्ति चक्र विजेताओं को वार्षिकी के तौर पर दो लाख रुपये, वीर चक्र व शौर्य चक्र विजेताओं को वार्षिकी के तौर पर एक लाख रुपये दिए जा रहे है। युद्ध में शहीद सैनिकों की अनुग्रह अनुदान राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 30 लाख रुपये की गई है। अन्य कारणों से वीरगति प्राप्त होने पर सैनिकों की अनुग्रहं खशि 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 7.50 लाख रुपये की गई है। 50 प्रतिशत या अधिक अपंग सेवानिवृत्त सैनिकों की अनुग्रह राशि 2.50 लाख रुपये से 3.75 लाख रुपये की है। जिला बिलासपुर में नबार्ड के अन्तर्गत 31 नई सड़कों का कार्य प्रगति पर है जिस पर 200 करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे हैं। जिला में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत 19 नई सड़के स्वीकृत हुई हैं जिन पर 170 करोड रूपये से अधिक की राशि व्यय की जाएगी। जिला में सड़कों के नवीनीकरण पुलियों के निर्माण, सोलिंग, बियरिंग और टायरिंग पर लगभग 255 करोड रुपए व्यय किया जा रहे हैं। हिमाचल के नीचले क्षेत्रों में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए चलाए गए एचपी शिवा परियोजना के तहत जिला बिलासपुर में 623 हेक्टेयर क्षेत्र को बागवानी के अन्तर्गत लाया जा रहा है। जिस पर 500 करोड़ रूपये की राशि व्यय कर जिला के 550 परिवारों को लाभान्वित किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में बेहतर सुधार लाने के लिए जिला बिलासपुर में 4 राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल सदर विधानसभा में लुहणु कनैता, घुमारवीं के हटवाड़, श्री नयना देवी जी के खुरानी तथा झंण्डूता विधानसभा के झण्डूता में खोले जाएंगे। प्रत्येक राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोलने के लिए 50 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जाएगी। जिला प्रशासन बिलासपुर और पर्यटन विभाग द्वारा एयरो स्पोर्ट्स और वॉटर स्पोर्ट्स का अनुभव लेने के लिए एक ऐसा मंच तैयार किया जा रहा है जिससे जिला के युवा भी इन खेलों के प्रति आकर्षित होंगे और इन खेलों को अपने करियर के रूप में भी अपना सकते हैं। जिला में गठित पर्यटन समिति के माध्यम से जिला बिलासपुर में प्रशासन के माध्यम से आयोजित होने वाली पर्यटन गतिविधियों के आयोजन के लिए शुल्क लिए जाएंगे और इस शुल्क से प्राप्त राशि का इस्तेमाल जिला के विकास में खर्च किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए औहर में 150 करोड़ की लागत से फोरलेन की दोनों ओर 20-20 बीघा ज़मीन पर्यटन विभाग के नाम कर दी गई है जहां बड़ा पर्यटन केंद्र स्थापित किया जाएगा । इसके अतिरिक्त औहर में 5 बीघा ज़मीन पर एक हेलीपोर्ट का निर्माण भी किया जाएगा। जिला में पर्यटन गतिविधियों के माध्यम से कुल्लू मनाली की ओर जाने वाले पर्यटकों को बिलासपुर में पर्यटन के लिए आकर्षित किया जाए यदि 50 प्रतिशत पर्यटक भी बिलासपुर रुकते हैं तो इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा। मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के अन्तर्गत जिला बिलासपुर में 125 निराश्रित बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट सूची में शामिल किया गया है। रौड़ा सेक्टर की निराश्रित बच्ची नक्षत्रा सिंह को इस योजना के अन्तर्गत घर बनाने के लिए जमीन और स्टार्ट अप के लिए 2 लाख रूपये की राशि दी गई है। उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर में 09 आईटीआई संचालित हैं जिसके अन्तर्गत आईटीआई बिलासपुर में 11 ट्रेड, आईटीआई बरठी में 6, आईटीआई स्वारघाट में 2, आईटीआई लाड़ाघाट में 2, आईटीआई घुमारवीं में 5, आईटीआई भराड़ी में 3, आईटीआई नेयना देवी जी में 02, आईटीआई महिला बिलासपुर में 04 तथा आईटीआई स्टेट ऑफ आर्ट घुमारवीं में 01 ट्रेड चलाई गई है। आने वाले समय में उद्योगों क जरूरत के अनुसार इन आईटीआई संस्थानों में और ट्रेड चलाए जाएंगें और बाजार की मांग के अनुसार शार्ट टर्म स्किल डवेलपमेंट कोर्स चलाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त राजकीय हाईड्रो इजीनियरिंग कॉलेज बंदला बिलासपुर में इस वर्ष कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस के साथ विशेषज्ञता से शुरू किया गया है, जिससे छात्रों को नवीन और उन्नत तकनीकी ज्ञान का लाभ होगा और उन्हें इस विशेषज्ञता के क्षेत्र में नौकरी प्राप्त करने के लिए एक सामर्थ्य प्राप्त होगा।
बिलासपुर , 26 जनवरी ! 75वें गणतंत्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक छात्र पाठशाला बिलासपुर के खेल मैदान में हुआ। प्रदेश सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने ध्वजारोहण कर भव्य मार्चपास्ट की सलामी ली। उन्होंने चंगर स्थित शहीद स्मारक में श्रद्धासुमन अर्पित कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने भव्य परेड का निरीक्षण किया। फिर पुलिस, होमगार्ड और छब्ब् की, एनएसएस की टुकड़ियों से मार्च पास्ट की सलामी ली।
इस अवसर पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 26 जनवरी का दिन हम सभी देशवासियो के लिए एक महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक अवसर है। 26 जनवरी, 1950 को, इसी ऐतिहासिक दिन, हमारे देश में संवैधानिक व्यवस्था लागू हुई और हमारा देश विश्वभर में सबसे बड़े लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ।
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उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर के वीर सैनिकों ने भी देश की सुरक्षा और अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति स्थापना के लिए गौरवशाली वीरता एवं अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश भर में जिला का नाम रोशन किया है। जिला बिलासपुर की धरती पर स्वतंत्रता से पहले के पांच वीरता पुरस्कार विजेता हैं, जिनमें से एक विक्टोरिया क्रास तथा एक जार्ज क्रास विजेता हैं। विक्टोरिया क्रास विजेता कैप्टन वीर भंडारी राम और शहीद नायक किरपा राम को बहादुरी पुरस्कार ष्जार्ज क्रासष् प्राप्त हुआ है।
जिला बिलासपुर से परमवीर चक्र विजेता सूबेदार संजय कुमार जैसे वीर योद्धा भी इसी भूमि में पैदा हुए है। सूबेदार संजय कुमार ने ष्आप्रेशन विजय के दौरान दुश्मनों को लोह के चने चबाए जिसके लिए उन्हें भारतीय सेना के सर्वाेच्च वीरता पुरस्कार श्परमवीर चक्रश् से अलंकृत किया गया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा परमवीर चक्र व अशोक चक्र विजेताओं को वार्षिकी के तौर पर तीन लाख रुपये, महावीर चक्र व कीर्ति चक्र विजेताओं को वार्षिकी के तौर पर दो लाख रुपये, वीर चक्र व शौर्य चक्र विजेताओं को वार्षिकी के तौर पर एक लाख रुपये दिए जा रहे है। युद्ध में शहीद सैनिकों की अनुग्रह अनुदान राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 30 लाख रुपये की गई है।
अन्य कारणों से वीरगति प्राप्त होने पर सैनिकों की अनुग्रहं खशि 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 7.50 लाख रुपये की गई है। 50 प्रतिशत या अधिक अपंग सेवानिवृत्त सैनिकों की अनुग्रह राशि 2.50 लाख रुपये से 3.75 लाख रुपये की है।
जिला बिलासपुर में नबार्ड के अन्तर्गत 31 नई सड़कों का कार्य प्रगति पर है जिस पर 200 करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे हैं। जिला में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत 19 नई सड़के स्वीकृत हुई हैं जिन पर 170 करोड रूपये से अधिक की राशि व्यय की जाएगी। जिला में सड़कों के नवीनीकरण पुलियों के निर्माण, सोलिंग, बियरिंग और टायरिंग पर लगभग 255 करोड रुपए व्यय किया जा रहे हैं।
हिमाचल के नीचले क्षेत्रों में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए चलाए गए एचपी शिवा परियोजना के तहत जिला बिलासपुर में 623 हेक्टेयर क्षेत्र को बागवानी के अन्तर्गत लाया जा रहा है। जिस पर 500 करोड़ रूपये की राशि व्यय कर जिला के 550 परिवारों को लाभान्वित किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में बेहतर सुधार लाने के लिए जिला बिलासपुर में 4 राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल सदर विधानसभा में लुहणु कनैता, घुमारवीं के हटवाड़, श्री नयना देवी जी के खुरानी तथा झंण्डूता विधानसभा के झण्डूता में खोले जाएंगे। प्रत्येक राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोलने के लिए 50 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जाएगी।
जिला प्रशासन बिलासपुर और पर्यटन विभाग द्वारा एयरो स्पोर्ट्स और वॉटर स्पोर्ट्स का अनुभव लेने के लिए एक ऐसा मंच तैयार किया जा रहा है जिससे जिला के युवा भी इन खेलों के प्रति आकर्षित होंगे और इन खेलों को अपने करियर के रूप में भी अपना सकते हैं। जिला में गठित पर्यटन समिति के माध्यम से जिला बिलासपुर में प्रशासन के माध्यम से आयोजित होने वाली पर्यटन गतिविधियों के आयोजन के लिए शुल्क लिए जाएंगे और इस शुल्क से प्राप्त राशि का इस्तेमाल जिला के विकास में खर्च किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए औहर में 150 करोड़ की लागत से फोरलेन की दोनों ओर 20-20 बीघा ज़मीन पर्यटन विभाग के नाम कर दी गई है जहां बड़ा पर्यटन केंद्र स्थापित किया जाएगा । इसके अतिरिक्त औहर में 5 बीघा ज़मीन पर एक हेलीपोर्ट का निर्माण भी किया जाएगा। जिला में पर्यटन गतिविधियों के माध्यम से कुल्लू मनाली की ओर जाने वाले पर्यटकों को बिलासपुर में पर्यटन के लिए आकर्षित किया जाए यदि 50 प्रतिशत पर्यटक भी बिलासपुर रुकते हैं तो इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा।
मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के अन्तर्गत जिला बिलासपुर में 125 निराश्रित बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट सूची में शामिल किया गया है। रौड़ा सेक्टर की निराश्रित बच्ची नक्षत्रा सिंह को इस योजना के अन्तर्गत घर बनाने के लिए जमीन और स्टार्ट अप के लिए 2 लाख रूपये की राशि दी गई है।
उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर में 09 आईटीआई संचालित हैं जिसके अन्तर्गत आईटीआई बिलासपुर में 11 ट्रेड, आईटीआई बरठी में 6, आईटीआई स्वारघाट में 2, आईटीआई लाड़ाघाट में 2, आईटीआई घुमारवीं में 5, आईटीआई भराड़ी में 3, आईटीआई नेयना देवी जी में 02, आईटीआई महिला बिलासपुर में 04 तथा आईटीआई स्टेट ऑफ आर्ट घुमारवीं में 01 ट्रेड चलाई गई है। आने वाले समय में उद्योगों क जरूरत के अनुसार इन आईटीआई संस्थानों में और ट्रेड चलाए जाएंगें और बाजार की मांग के अनुसार शार्ट टर्म स्किल डवेलपमेंट कोर्स चलाए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त राजकीय हाईड्रो इजीनियरिंग कॉलेज बंदला बिलासपुर में इस वर्ष कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस के साथ विशेषज्ञता से शुरू किया गया है, जिससे छात्रों को नवीन और उन्नत तकनीकी ज्ञान का लाभ होगा और उन्हें इस विशेषज्ञता के क्षेत्र में नौकरी प्राप्त करने के लिए एक सामर्थ्य प्राप्त होगा।
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