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धर्मशाला , 12 अगस्त [ विशाल सूद ] ! पिछले 6 दिनों से दिन रात पौंग बांध से पानी छोड़ा जा रहा है जिसके चलते जिला कांगडा की विधानसभा फतेहपुर व इंदौरा के निचले गांव में जलभराव होने शुरु हो गया है तो कुछ गांव टापू बन गये है तो वही कुछ घरों मे पानी गुस गया है इसी के साथ लोगों की जमीन फसल सहित ब्यास नदी की भेंट चढ़ गयी है प्रशासन द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पंहुचाया जा रहा है मगर लोग अपने घरों व मवेशियों को छोड़ कर जाने को तैयार नही है। आज छठे दिन भी पौंग बांध से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है पौंग बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है निचले क्षेत्रों मंड घंडरां, मंड सनौर, मंड इंदौरा, रियाली, मंड भोग्रवां और मंड मियाणी में लगभग 80 से 90 घरों तक पानी पहुंच गया पानी भरने के बाद प्रशासन ने बीते दिन 33 लोग तो आज सात लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया अचानक पानी पहुंचने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल है इंदौरा विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत घंडरां के वार्ड-7 में 15–16 घर, मंड सनौर के वार्ड-4 और 5 में 20–25 घर, मंड इंदौरा के वार्ड-11 में 20–25 घर और मंड मियानी पंचायत के वार्ड-1 में 7–8 घर पानी की चपेट में आ गए हैं तो रियाली में दर्जनों घर टापू में तब्दील हो चूके है प्रशासन टीमों सहित मौका पर नजर बनाए हुए है। जिला कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि लोगों को सुरक्षित स्थान पर पंहुचाया गया है पौंग बांध से छोड़े गये पानी से हुए बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया जा रहा है इस दौरान उपायुक्त बाढ़ से ग्रस्त लोगों से भी मिले और प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन लोगों को दिया गया है इस दौरान उनके साथ एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती व एसडीएम इंदौरा सुरेन्द्र ठाकुर भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सभी विभाग इन क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है व दिन रात लोगों को राहत देने मे जूटे हुए है उन्होंने कहा कि सभी सम्बंधित विभागों जैसे की पीडब्लयूडी विभाग ,जल शक्ति विभाग आदि को इस इलाके मे हुए नुक्सानका आंकलन करके रिपोर्ट बनाने के आदेश दिए गये है इसी के साथ लोगों को राहत मिले प्रशासन इस पर काम कर रहा है राहत कैम्प भी बनाए गये है अभी हालात कन्ट्रोल मे है।
धर्मशाला , 12 अगस्त [ विशाल सूद ] ! पिछले 6 दिनों से दिन रात पौंग बांध से पानी छोड़ा जा रहा है जिसके चलते जिला कांगडा की विधानसभा फतेहपुर व इंदौरा के निचले गांव में जलभराव होने शुरु हो गया है तो कुछ गांव टापू बन गये है तो वही कुछ घरों मे पानी गुस गया है इसी के साथ लोगों की जमीन फसल सहित ब्यास नदी की भेंट चढ़ गयी है प्रशासन द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पंहुचाया जा रहा है मगर लोग अपने घरों व मवेशियों को छोड़ कर जाने को तैयार नही है।
आज छठे दिन भी पौंग बांध से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है पौंग बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है निचले क्षेत्रों मंड घंडरां, मंड सनौर, मंड इंदौरा, रियाली, मंड भोग्रवां और मंड मियाणी में लगभग 80 से 90 घरों तक पानी पहुंच गया पानी भरने के बाद प्रशासन ने बीते दिन 33 लोग तो आज सात लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया अचानक पानी पहुंचने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल है इंदौरा विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत घंडरां के वार्ड-7 में 15–16 घर, मंड सनौर के वार्ड-4 और 5 में 20–25 घर, मंड इंदौरा के वार्ड-11 में 20–25 घर और मंड मियानी पंचायत के वार्ड-1 में 7–8 घर पानी की चपेट में आ गए हैं तो रियाली में दर्जनों घर टापू में तब्दील हो चूके है प्रशासन टीमों सहित मौका पर नजर बनाए हुए है।
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जिला कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि लोगों को सुरक्षित स्थान पर पंहुचाया गया है पौंग बांध से छोड़े गये पानी से हुए बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया जा रहा है इस दौरान उपायुक्त बाढ़ से ग्रस्त लोगों से भी मिले और प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन लोगों को दिया गया है इस दौरान उनके साथ एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती व एसडीएम इंदौरा सुरेन्द्र ठाकुर भी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि सभी विभाग इन क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है व दिन रात लोगों को राहत देने मे जूटे हुए है उन्होंने कहा कि सभी सम्बंधित विभागों जैसे की पीडब्लयूडी विभाग ,जल शक्ति विभाग आदि को इस इलाके मे हुए नुक्सानका आंकलन करके रिपोर्ट बनाने के आदेश दिए गये है इसी के साथ लोगों को राहत मिले प्रशासन इस पर काम कर रहा है राहत कैम्प भी बनाए गये है अभी हालात कन्ट्रोल मे है।
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