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सुंदरनगर ! जहांं एक तरफ विश्व कोरिना महामारी से जूझ रहा है वहीं दूसरी ओर जिला मंडी के सुंदरनगर में पुलिस व बीबीएमबी कर्मियों द्वारा मानवता की मिसाल कायम करते हुए एक घायल बारहसिंघा को नहर से डूबने से बचाया गया है। मौके पर पुलिस जवानों ने हौंसला दिखाते हुए बीएसएल नहर में डूब रहे एक बारहसिंघा को बचाया। बीएसएल नहर के कंट्रोल गेट पर तैनात फोर्थ बटालियन जंगलबैरी के जवान आशिष, मनीष, सुरेश, कमल व दिनेश ने बीबीएमबी कर्मी संजीव, राज कुमार, सुरेंद्र व विशाल की मदद से नहर में बहते हुए घायल बारहसिंघा को बाहर निकाल मानवता की मिसाल पेश की है। जानकारी के अनुसार बीएसएल नहर के टोल कंट्रोल गेट पर सुरक्षाकर्मी डयूटी पर तैनात था। इसी दौरान उसने नहर में डूब रहे एक बारहसिंघा की सूचना मिली। इस पर डयूटी पर तैनात जवान ने इसकी सूचना बीबीएमबी कर्मियों और अपने अन्य सहयोगी को दी। इस पर सभी ने मौके पर कड़ी मशक्कत के बाद घायल बारहसिंंघा को नहर से बाहर निकाला। इसके उपरांत घायल बारहसिंघा को पशु चिकित्सक के हवाले कर दिया गया है।पशु चिकित्सक डॉ. संतोष व फार्मेसिस्ट जोगिंंद्र ने घायल बारहसिंघा को उपचार के बाद वन विभाग को सौंपा दिया है। वहीं फोर्थ बटालियन के जवानों और बीबीएमबी के कर्मियो की इस बहादुरी की हर तरफ प्रशंसा हो रही है।
सुंदरनगर ! जहांं एक तरफ विश्व कोरिना महामारी से जूझ रहा है वहीं दूसरी ओर जिला मंडी के सुंदरनगर में पुलिस व बीबीएमबी कर्मियों द्वारा मानवता की मिसाल कायम करते हुए एक घायल बारहसिंघा को नहर से डूबने से बचाया गया है। मौके पर पुलिस जवानों ने हौंसला दिखाते हुए बीएसएल नहर में डूब रहे एक बारहसिंघा को बचाया।
बीएसएल नहर के कंट्रोल गेट पर तैनात फोर्थ बटालियन जंगलबैरी के जवान आशिष, मनीष, सुरेश, कमल व दिनेश ने बीबीएमबी कर्मी संजीव, राज कुमार, सुरेंद्र व विशाल की मदद से नहर में बहते हुए घायल बारहसिंघा को बाहर निकाल मानवता की मिसाल पेश की है। जानकारी के अनुसार बीएसएल नहर के टोल कंट्रोल गेट पर सुरक्षाकर्मी डयूटी पर तैनात था। इसी दौरान उसने नहर में डूब रहे एक बारहसिंघा की सूचना मिली। इस पर डयूटी पर तैनात जवान ने इसकी सूचना बीबीएमबी कर्मियों और अपने अन्य सहयोगी को दी।
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इस पर सभी ने मौके पर कड़ी मशक्कत के बाद घायल बारहसिंंघा को नहर से बाहर निकाला। इसके उपरांत घायल बारहसिंघा को पशु चिकित्सक के हवाले कर दिया गया है।पशु चिकित्सक डॉ. संतोष व फार्मेसिस्ट जोगिंंद्र ने घायल बारहसिंघा को उपचार के बाद वन विभाग को सौंपा दिया है। वहीं फोर्थ बटालियन के जवानों और बीबीएमबी के कर्मियो की इस बहादुरी की हर तरफ प्रशंसा हो रही है।
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