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शिमला ! राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज राजभवन में भारत ज्ञान विज्ञान समिति की हिमाचल इकाई द्वारा कोरोना महामारी के दृष्टिगत तैयार की गई ‘‘सज़ा नहीं, बचाव है क्वारंटाइन’’ पुस्तिका का विमाचन किया। इस पुस्तक का लेखन व संकलन डाॅ. ओम प्रकाश भूरेटा द्वारा किया गया है। इस पुस्तक में दी गई जानकारी का मुख्य स्रोत विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश सरकार के विभिन्न दिशानिर्देश हैं। इसमें संक्रमण के फैलाव, प्रभाव व होम क्वारंटाइन के दौरान व्यक्ति, उसके परिवार, पड़ोसी व पंचायतों द्वारा अपनाई जाने वाली प्रक्रिया व सावधानियों को समझाया गया है। इस अवसर पर, राज्यपाल ने पुस्तक को तैयार करने के लिए भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में क्वारंटाइन को लेकर विस्तृत और साधारण तरीके से समझाया गया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से इसका प्रचार किया जाएगा लेकिन, ग्रामीण स्तर तक, विशेषकर पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं तक इसे उपलब्ध करवाया जाना चाहिए। इसके लिए सोशल मीडिया के प्लेटफार्म का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित बनाया जाना चाहिए। राज्यपाल के सचिव श्री राकेश कंवर, ज्ञान विज्ञान केंद्र के निदेशक डाॅ. ओम प्रकाश भूरेटा, समिति के अन्य पदाधिकारियों में डाॅ. रीना सिंह, श्रीमती निरमला चैहान और श्री जियानंद शर्मा भी उपस्थित थे।
शिमला ! राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज राजभवन में भारत ज्ञान विज्ञान समिति की हिमाचल इकाई द्वारा कोरोना महामारी के दृष्टिगत तैयार की गई ‘‘सज़ा नहीं, बचाव है क्वारंटाइन’’ पुस्तिका का विमाचन किया।
इस पुस्तक का लेखन व संकलन डाॅ. ओम प्रकाश भूरेटा द्वारा किया गया है। इस पुस्तक में दी गई जानकारी का मुख्य स्रोत विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश सरकार के विभिन्न दिशानिर्देश हैं। इसमें संक्रमण के फैलाव, प्रभाव व होम क्वारंटाइन के दौरान व्यक्ति, उसके परिवार, पड़ोसी व पंचायतों द्वारा अपनाई जाने वाली प्रक्रिया व सावधानियों को समझाया गया है।
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इस अवसर पर, राज्यपाल ने पुस्तक को तैयार करने के लिए भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में क्वारंटाइन को लेकर विस्तृत और साधारण तरीके से समझाया गया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से इसका प्रचार किया जाएगा लेकिन, ग्रामीण स्तर तक, विशेषकर पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं तक इसे उपलब्ध करवाया जाना चाहिए। इसके लिए सोशल मीडिया के प्लेटफार्म का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित बनाया जाना चाहिए।
राज्यपाल के सचिव श्री राकेश कंवर, ज्ञान विज्ञान केंद्र के निदेशक डाॅ. ओम प्रकाश भूरेटा, समिति के अन्य पदाधिकारियों में डाॅ. रीना सिंह, श्रीमती निरमला चैहान और श्री जियानंद शर्मा भी उपस्थित थे।
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