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बिलासपुर ! बिलासपुर जिला में बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक में अध्यक्षता करते हुए। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम गठित कर टास्क फोर्स बनाया जाएगा। जिसके तहत जिला स्तर के अधिकारियों से लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी और कुपोषण की स्थिति जांचने के लिए जिसमें नाटापन, निर्बलता और कम वजन जैसे लक्षणों को मापने के लिए नए डब्ल्यूएचओ के गाइडलाइंस के अतिरिक्त नए आयाम स्थापित किए जाएंगे ताकि यह आयाम सही आंकड़े उपलब्ध करवा सके। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत समय पर कुपोषण की चेकिंग सुनिश्चित की जाएगी और समय पर कुपोषित बच्चे को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए नई व्यवस्था तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला में कुपोषित बच्चों के लिए विशेष पोषाहार किट वितरित किया जाएगा। बिलासपुर में एम्स और स्वास्थ्य स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कुपोषण उपचार केंद्र बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मार्च 2023 तक बिलासपुर जिला में अति गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या 24 है जबकि अति कुपोषित बच्चों की संख्या 142 है उन्होंने विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा है कि गत 1 वर्ष में राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत मिशन से जुड़े सभी लोगों की मदद से अति गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या 46 से घटकर 24 रह गई है जबकि अति कुपोषित बच्चों की संख्या 217 से घटकर 142 रह गई है। उपायुक्त ने बताया कि बिलासपुर जिला में बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए बड़े स्तर पर बैठकर की जाएगी और सभी अधिकारियों और विभागों की भागीदारी इस मिशन के अंदर सुनिश्चित की जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि कुपोषण व अवस्था है जिसमें पौष्टिक पदार्थ और बहुजन अव्यवस्थित रूप से ग्रहण करने के कारण शरीर को पूरा पोषण नहीं मिलता क्योंकि हम स्वस्थ रहने के लिए भोजन के जरिए ऊर्जा और पोषण तत्व प्राप्त करते हैं लेकिन यदि भोजन में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट वसा विटामिन और खनिजों सहित पर्याप्त पोषण तत्व नहीं हम मिलते हैं तो हम कुपोषण के शिकार हो सकते हैं। उन्होंने जिला वासियों से अपील करते हुए कहा है कि अपने बच्चों को सही मात्रा में पोषण तत्व वाला भोजन ही करवाए क्योंकि व्यक्ति के आहार में पोषण तत्व की सही मात्रा उपलब्ध नहीं होने पर भी कुपोषण हो सकता है । इस बैठक में महिला एवं बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
बिलासपुर ! बिलासपुर जिला में बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक में अध्यक्षता करते हुए।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम गठित कर टास्क फोर्स बनाया जाएगा। जिसके तहत जिला स्तर के अधिकारियों से लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी और कुपोषण की स्थिति जांचने के लिए जिसमें नाटापन, निर्बलता और कम वजन जैसे लक्षणों को मापने के लिए नए डब्ल्यूएचओ के गाइडलाइंस के अतिरिक्त नए आयाम स्थापित किए जाएंगे ताकि यह आयाम सही आंकड़े उपलब्ध करवा सके।
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उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत समय पर कुपोषण की चेकिंग सुनिश्चित की जाएगी और समय पर कुपोषित बच्चे को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए नई व्यवस्था तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला में कुपोषित बच्चों के लिए विशेष पोषाहार किट वितरित किया जाएगा। बिलासपुर में एम्स और स्वास्थ्य स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कुपोषण उपचार केंद्र बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मार्च 2023 तक बिलासपुर जिला में अति गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या 24 है जबकि अति कुपोषित बच्चों की संख्या 142 है उन्होंने विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा है कि गत 1 वर्ष में राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत मिशन से जुड़े सभी लोगों की मदद से अति गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या 46 से घटकर 24 रह गई है जबकि अति कुपोषित बच्चों की संख्या 217 से घटकर 142 रह गई है।
उपायुक्त ने बताया कि बिलासपुर जिला में बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए बड़े स्तर पर बैठकर की जाएगी और सभी अधिकारियों और विभागों की भागीदारी इस मिशन के अंदर सुनिश्चित की जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि कुपोषण व अवस्था है जिसमें पौष्टिक पदार्थ और बहुजन अव्यवस्थित रूप से ग्रहण करने के कारण शरीर को पूरा पोषण नहीं मिलता क्योंकि हम स्वस्थ रहने के लिए भोजन के जरिए ऊर्जा और पोषण तत्व प्राप्त करते हैं लेकिन यदि भोजन में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट वसा विटामिन और खनिजों सहित पर्याप्त पोषण तत्व नहीं हम मिलते हैं तो हम कुपोषण के शिकार हो सकते हैं।
उन्होंने जिला वासियों से अपील करते हुए कहा है कि अपने बच्चों को सही मात्रा में पोषण तत्व वाला भोजन ही करवाए क्योंकि व्यक्ति के आहार में पोषण तत्व की सही मात्रा उपलब्ध नहीं होने पर भी कुपोषण हो सकता है । इस बैठक में महिला एवं बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
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