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शिमला , 22 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल विधानसभा में मॉनसून सत्र के पांचवें दिन सदन में पशुओं की अवैध ढुलाई और क्रूरता का मामला उठा। सुंदरनगर से भाजपा विधायक राकेश जमवाल ने नियम 62 ध्यान आकर्षण प्रस्ताव के तहत इस मुद्दे को सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर से पशुओं की अवैध तरीके से तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं. सदन में उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश में गोवंश को बेसहारा न छोड़ा जाए इसलिए कानून को और सख्त बनाने और संशोधन करने का आग्रह किया.राकेश जमवाल ने कहा कि 19 अगस्त की रात 10 बजे स्थानीय लोगों ने डाक वाहन में पशुओं को अवैध तरीके से लेजाते हुए देखा. इसकी जानकारी पुलिस को दी गई. डाक वाहन में क्रूरता के साथ 25 मवेशी लदे थे. ये पशु नाचन विधानसभा से लेकर आया था और अवैध तरीके से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ले जाए जा रहा था. उन्होंने कहा कि पशु तस्करी के मामले में मुख्यमंत्री ने जवाब में कहा कि पुलिस की मुस्तैदी से तस्कर पकड़ा गया. जमवाल ने कहा कि व्यक्ति स्थानीय लोगों ने पकड़ा और पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने पशु ले जाने वालों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत मामला दर्ज कर हुई गिरफ्तारी. लेकिन, उसे छोड़ दिया गया और जिस व्यक्ति से चालक पशु लेकर आया था पशुओं को उसी व्यक्ति को सौंप दिया गया. इसके अलावा जिस व्यक्ति से पशु लिए गए उसपर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। जमवाल ने सदन में मांग उठाई कि पशुओं को बेचने वालों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए. प्रदेश में आवारा छोड़े जा रहे गोवंश के लिए सख्त कानून बनाया जाए और वर्तमान कानून में भी संशोधन किया जाए। उन्होंने कहा कि पशु तस्करी के मामले में सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और पशुओं के साथ क्रूरता को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने की जरूरत है।
शिमला , 22 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल विधानसभा में मॉनसून सत्र के पांचवें दिन सदन में पशुओं की अवैध ढुलाई और क्रूरता का मामला उठा। सुंदरनगर से भाजपा विधायक राकेश जमवाल ने नियम 62 ध्यान आकर्षण प्रस्ताव के तहत इस मुद्दे को सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर से पशुओं की अवैध तरीके से तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं.
सदन में उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश में गोवंश को बेसहारा न छोड़ा जाए इसलिए कानून को और सख्त बनाने और संशोधन करने का आग्रह किया.राकेश जमवाल ने कहा कि 19 अगस्त की रात 10 बजे स्थानीय लोगों ने डाक वाहन में पशुओं को अवैध तरीके से लेजाते हुए देखा. इसकी जानकारी पुलिस को दी गई. डाक वाहन में क्रूरता के साथ 25 मवेशी लदे थे.
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ये पशु नाचन विधानसभा से लेकर आया था और अवैध तरीके से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ले जाए जा रहा था. उन्होंने कहा कि पशु तस्करी के मामले में मुख्यमंत्री ने जवाब में कहा कि पुलिस की मुस्तैदी से तस्कर पकड़ा गया. जमवाल ने कहा कि व्यक्ति स्थानीय लोगों ने पकड़ा और पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने पशु ले जाने वालों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत मामला दर्ज कर हुई गिरफ्तारी. लेकिन, उसे छोड़ दिया गया और जिस व्यक्ति से चालक पशु लेकर आया था पशुओं को उसी व्यक्ति को सौंप दिया गया.
इसके अलावा जिस व्यक्ति से पशु लिए गए उसपर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। जमवाल ने सदन में मांग उठाई कि पशुओं को बेचने वालों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए. प्रदेश में आवारा छोड़े जा रहे गोवंश के लिए सख्त कानून बनाया जाए और वर्तमान कानून में भी संशोधन किया जाए। उन्होंने कहा कि पशु तस्करी के मामले में सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और पशुओं के साथ क्रूरता को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने की जरूरत है।
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