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शिमला, 15 जुलाई [ विशाल सूद ] !हिमाचल में एक बार फिर एचआरटीसी की जेएनएनयूआरएम बसों के संचालन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मंगलवार को सचिवालय में प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर निजी बस ऑपरेटरों के साथ अहम बैठक हुई। बैठक में एचआरटीसी के एमडी, परिवहन निदेशक डीसी नेगी सहित विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। निजी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजेश पराशर ने बैठक में एचआरटीसी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा जेएनएनयूआरएम बसों का संचालन पूरी तरह अवैध ढंग से किया जा रहा है। पराशर का कहना है कि इन बसों को राज्य में 13 स्वीकृत क्लस्टर तक सीमित रहना था, लेकिन इन्हें प्रदेश के अलावा बाहरी राज्यों में भी चलाया जा रहा है, जो कि नियमों और हाईकोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। यूनियन ने आरोप लगाया कि इन बसों पर स्पेशल रोड टैक्स और टोकन टैक्स तक नहीं लिया जा रहा, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही हाईकोर्ट द्वारा निर्धारित सीमा 40 किमी दायरा का भी पालन नहीं किया जा रहा है। यूनियन ने इस अवैध संचालन के लिए परिवहन निगम के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की। यूनियन ने यह भी बताया कि जेएनएनयूआरएम की अवैध बसों के चलते निजी बस चालकों व परिचालकों के साथ विवाद बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में नाहन में बिना परमिट चल रही एक बस के चालक ने निजी बस चालक के साथ मारपीट की, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। यूनियन ने चेताया कि यदि समय रहते इन बसों पर रोक नहीं लगी तो हालात और बिगड़ सकते हैं। प्रदेशाध्यक्ष पराशर ने कहा कि यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो ऑपरेटर यूनियन अदालत का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होगी। यूनियन ने परिवहन निदेशक से तत्काल कार्रवाई करते हुए एचआरटीसी को नोटिस जारी करने की मांग की है। वहीं एचआरटीसी प्रबंधन का कहना है कि सभी बसों का संचालन नियमों के तहत ही किया जा रहा है और कोई अवैध गतिविधि नहीं हो रही। अब देखना होगा कि परिवहन विभाग इस विवाद पर क्या निर्णय लेता है।
शिमला, 15 जुलाई [ विशाल सूद ] !हिमाचल में एक बार फिर एचआरटीसी की जेएनएनयूआरएम बसों के संचालन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मंगलवार को सचिवालय में प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर निजी बस ऑपरेटरों के साथ अहम बैठक हुई। बैठक में एचआरटीसी के एमडी, परिवहन निदेशक डीसी नेगी सहित विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
निजी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजेश पराशर ने बैठक में एचआरटीसी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा जेएनएनयूआरएम बसों का संचालन पूरी तरह अवैध ढंग से किया जा रहा है। पराशर का कहना है कि इन बसों को राज्य में 13 स्वीकृत क्लस्टर तक सीमित रहना था, लेकिन इन्हें प्रदेश के अलावा बाहरी राज्यों में भी चलाया जा रहा है, जो कि नियमों और हाईकोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है।
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यूनियन ने आरोप लगाया कि इन बसों पर स्पेशल रोड टैक्स और टोकन टैक्स तक नहीं लिया जा रहा, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही हाईकोर्ट द्वारा निर्धारित सीमा 40 किमी दायरा का भी पालन नहीं किया जा रहा है। यूनियन ने इस अवैध संचालन के लिए परिवहन निगम के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की।
यूनियन ने यह भी बताया कि जेएनएनयूआरएम की अवैध बसों के चलते निजी बस चालकों व परिचालकों के साथ विवाद बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में नाहन में बिना परमिट चल रही एक बस के चालक ने निजी बस चालक के साथ मारपीट की, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। यूनियन ने चेताया कि यदि समय रहते इन बसों पर रोक नहीं लगी तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
प्रदेशाध्यक्ष पराशर ने कहा कि यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो ऑपरेटर यूनियन अदालत का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होगी। यूनियन ने परिवहन निदेशक से तत्काल कार्रवाई करते हुए एचआरटीसी को नोटिस जारी करने की मांग की है।
वहीं एचआरटीसी प्रबंधन का कहना है कि सभी बसों का संचालन नियमों के तहत ही किया जा रहा है और कोई अवैध गतिविधि नहीं हो रही। अब देखना होगा कि परिवहन विभाग इस विवाद पर क्या निर्णय लेता है।
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