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घुमारवीं (बिलासपुर), 25 नवम्बर ! नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करते हुए हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि सरकारी स्कूलों में भी आधुनिक, गुणवत्तापूर्ण और प्रतिस्पर्धात्मक शिक्षा उपलब्ध हो सके। राजेश धर्माणी आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हटवाड़ में क्लस्टर स्तरीय वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। कार्यक्रम में हटवाड़ स्कूल क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले सात विद्यालयों जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हटवाड़ कोट, पंतेहड़ा राजकीय उच्च पाठशाला हम्बोट, राजकीय माध्यमिक पाठशाला बम, घण्डालवीं एवं बाडींचैक तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय हटवाड़, कोट, हम्बोट, पन्तेहडा, बम, बगेटू, घण्डालवीं तथा कठलग शामिल हैं के लगभग एक हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया। राजेश धर्माणी ने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हटवाड़ को भी जल्द ही डे बोर्डिंग स्कूल में परिवर्तित किया जाएगा। इस स्कूल में विद्यार्थियों के लिए सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस डे बोर्डिंग स्कूल के लिए 25 बीघा भूमि विभाग के नाम कर दी गई है और साढ़े तीन करोड़ रुपये हिमुडा विभाग को कार्य प्रारंभ करने के लिए उपलब्ध करवा दिये गए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल का निर्माण कार्य बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हटवाड़ स्कूल को सीबीएसई बोर्ड आधारित मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। सरकार के इस अहम निर्णय से इस क्षेत्र के उन अभिभावकों को बड़ी राहत मिलेगी जो निजी स्कूलों की भारी भरकम फीस वहन करने में सक्षम नहीं हैं तथा क्षेत्र के बच्चों को सरकारी स्कूल में ही उच्च स्तरीय, आधुनिक और प्रतिस्पर्धात्मक शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि असफलता कभी भी अंतिम पड़ाव नहीं होता है बल्कि यह हमें सीखने और आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारण, सकारात्मक सोच और परिश्रम से कभी समझौता न करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि दुनिया में कोई भी लक्ष्य ऐसा नहीं है जिसे निरंतर प्रयास एवं कड़ी मेहनत से हासिल न किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक योग्य, मेहनती और समर्पित होते हैं। शिक्षक विद्यार्थियों को केवल पाठ्यक्रम तक सीमित न रखकर उन्हें जीवन कौशल, संचार कौशल, समस्या समाधान क्षमता, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व विकास पर विशेष ध्यान देने का भी कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे में सीखने और समझने की क्षमता अलग होती है, ऐसे में शिक्षक का दायित्व है कि वह प्रत्येक विद्यार्थी की प्रतिभा की पहचान कर उसे निखारने का भरपूर प्रयास करे। उन्होंने विद्यार्थियों के स्टेज फीयर को दूर करने पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि मंच एक ऐसा माध्यम है जो बच्चों के व्यक्तित्व को निखारता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है और उनके भीतर की छिपी प्रतिभाओं को उभारता है। इसलिए प्रत्येक बच्चे को मंच पर आने के अवसर दिए जाने चाहिए। स्थानीय स्कूल के प्रधानाचार्य सुभाष कौशल सहित क्लस्टर स्कूल के अन्य प्रधानाचार्यों एवं मुख्याध्यापकों नीलम शर्मा, हुकुम सिंह, संजय शर्मा आदि ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा क्लस्टर स्कूलों की वार्षिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की।कार्यक्रम में शामिल विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, विज्ञान मॉडलिंग, योग, चित्रकला एवं भाषण प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा नरेश चंदेल सहित विभिन्न स्कूलों के शिक्षक, बच्चे, अभिभावगण, विद्यालय प्रबंधन समितियों के पदाधिकारी एवं सदस्यगण, पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधिगण नंदलाल, सुरेंद्र, कैप्टन पवन सिंह, कैप्टन जमील सिंह, निक्काराम, जोगिंदर सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। डाॅ. किशोरी लाल ने स्कूल को लिया गोद, 11 हजार रुपये किये भेंटइस अवसर पर सेवानिवृत्त उप निदेशक पशुपालन डाॅ. किशोरी लाल ने हटवाड़ स्कूल को गोद लेने का निर्णय लिया तथा स्कूल के विभिन्न विकास कार्यों के लिए अपनी ओर से 11 हजार रूपये की राशि भेंट की।
घुमारवीं (बिलासपुर), 25 नवम्बर ! नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करते हुए हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि सरकारी स्कूलों में भी आधुनिक, गुणवत्तापूर्ण और प्रतिस्पर्धात्मक शिक्षा उपलब्ध हो सके। राजेश धर्माणी आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हटवाड़ में क्लस्टर स्तरीय वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
कार्यक्रम में हटवाड़ स्कूल क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले सात विद्यालयों जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हटवाड़ कोट, पंतेहड़ा राजकीय उच्च पाठशाला हम्बोट, राजकीय माध्यमिक पाठशाला बम, घण्डालवीं एवं बाडींचैक तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय हटवाड़, कोट, हम्बोट, पन्तेहडा, बम, बगेटू, घण्डालवीं तथा कठलग शामिल हैं के लगभग एक हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया।
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राजेश धर्माणी ने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हटवाड़ को भी जल्द ही डे बोर्डिंग स्कूल में परिवर्तित किया जाएगा। इस स्कूल में विद्यार्थियों के लिए सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस डे बोर्डिंग स्कूल के लिए 25 बीघा भूमि विभाग के नाम कर दी गई है और साढ़े तीन करोड़ रुपये हिमुडा विभाग को कार्य प्रारंभ करने के लिए उपलब्ध करवा दिये गए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल का निर्माण कार्य बहुत जल्द शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हटवाड़ स्कूल को सीबीएसई बोर्ड आधारित मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। सरकार के इस अहम निर्णय से इस क्षेत्र के उन अभिभावकों को बड़ी राहत मिलेगी जो निजी स्कूलों की भारी भरकम फीस वहन करने में सक्षम नहीं हैं तथा क्षेत्र के बच्चों को सरकारी स्कूल में ही उच्च स्तरीय, आधुनिक और प्रतिस्पर्धात्मक शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि असफलता कभी भी अंतिम पड़ाव नहीं होता है बल्कि यह हमें सीखने और आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारण, सकारात्मक सोच और परिश्रम से कभी समझौता न करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि दुनिया में कोई भी लक्ष्य ऐसा नहीं है जिसे निरंतर प्रयास एवं कड़ी मेहनत से हासिल न किया जा सके।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक योग्य, मेहनती और समर्पित होते हैं। शिक्षक विद्यार्थियों को केवल पाठ्यक्रम तक सीमित न रखकर उन्हें जीवन कौशल, संचार कौशल, समस्या समाधान क्षमता, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व विकास पर विशेष ध्यान देने का भी कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे में सीखने और समझने की क्षमता अलग होती है, ऐसे में शिक्षक का दायित्व है कि वह प्रत्येक विद्यार्थी की प्रतिभा की पहचान कर उसे निखारने का भरपूर प्रयास करे। उन्होंने विद्यार्थियों के स्टेज फीयर को दूर करने पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि मंच एक ऐसा माध्यम है जो बच्चों के व्यक्तित्व को निखारता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है और उनके भीतर की छिपी प्रतिभाओं को उभारता है। इसलिए प्रत्येक बच्चे को मंच पर आने के अवसर दिए जाने चाहिए।
स्थानीय स्कूल के प्रधानाचार्य सुभाष कौशल सहित क्लस्टर स्कूल के अन्य प्रधानाचार्यों एवं मुख्याध्यापकों नीलम शर्मा, हुकुम सिंह, संजय शर्मा आदि ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा क्लस्टर स्कूलों की वार्षिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की।कार्यक्रम में शामिल विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, विज्ञान मॉडलिंग, योग, चित्रकला एवं भाषण प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा नरेश चंदेल सहित विभिन्न स्कूलों के शिक्षक, बच्चे, अभिभावगण, विद्यालय प्रबंधन समितियों के पदाधिकारी एवं सदस्यगण, पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधिगण नंदलाल, सुरेंद्र, कैप्टन पवन सिंह, कैप्टन जमील सिंह, निक्काराम, जोगिंदर सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
डाॅ. किशोरी लाल ने स्कूल को लिया गोद, 11 हजार रुपये किये भेंट
इस अवसर पर सेवानिवृत्त उप निदेशक पशुपालन डाॅ. किशोरी लाल ने हटवाड़ स्कूल को गोद लेने का निर्णय लिया तथा स्कूल के विभिन्न विकास कार्यों के लिए अपनी ओर से 11 हजार रूपये की राशि भेंट की।
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