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शिमला ,27 मार्च ! राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि नई दिल्ली में आयोजित 20वें कंप्यूटर सोसाईटी ऑफ इंडिया-विशेष रुचि समूह (एसआईजी) पुरस्कार 2022 में हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊर्जा विभाग और एनआईसी को बड़े बांध सुरक्षा विश्लेषण एमआईएस के लिए ‘मान्यता पुरस्कार’ प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकारण ने ऊर्जा विभाग और एनआइसी के सहयोग से एक बांध सुरक्षा एवं निगरानी के लिए एक वेबपोर्टल विकसित किया है। इस पोर्टल के माध्यम से राज्य के बांधों की सुरक्षा एवं निगरानी की दृष्टि से स्थापित मानकों के बारे में सूचना प्रतिदिन तीन बार वेब पोर्टल पर अपडेट की जाती है और किसी भी घटना के मामले में तुरंत जानकारी साझा करते हैं। इस पोर्टल की सूचना के आधार पर दैनिक निगरानी करते हुए भारी बारिश, बादल फटने जैसी आपदा में सुरक्षा और पूर्व रोकथाम की दृष्टि से आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बांध प्राधिकरण द्वारा इस वेबपोर्टल पर पूर्व जलाशय स्तर, वर्तमान स्तर, खतरे का स्तर, अंतर्वाह-बहिर्वाह, तापमान और मौसम की स्थिति जैसे विभिन्न सुरक्षा मानकों को दिन में तीन बार अपडेट किया जाता है। इसी के अनुसार संबधित विभाग को तुरंत जानकारी मिल जाती है। उन्होंने बताया कि यह वेब पोर्टल विभिन्न बांधों के सुरक्षा पैरामीटर की निगरानी रखने में कई विभागों को एक मंच उपलब्ध करवाता है। इसके साथ ही इससे नदी घाटियों के प्रवाह और बांध सुरक्षा से जुड़ी सूचनाओं पर आधारित डाटाबेस भी तैयार होता है। प्रधान सचिव, राजस्व ओंकार चंद शर्मा ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊर्जा विभाग और एनआईसी के इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस पोर्टल से आपदा से निपटने की तैयारियों और प्रतिक्रिया में मदद मिलेगी। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला ,27 मार्च ! राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि नई दिल्ली में आयोजित 20वें कंप्यूटर सोसाईटी ऑफ इंडिया-विशेष रुचि समूह (एसआईजी) पुरस्कार 2022 में हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊर्जा विभाग और एनआईसी को बड़े बांध सुरक्षा विश्लेषण एमआईएस के लिए ‘मान्यता पुरस्कार’ प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकारण ने ऊर्जा विभाग और एनआइसी के सहयोग से एक बांध सुरक्षा एवं निगरानी के लिए एक वेबपोर्टल विकसित किया है। इस पोर्टल के माध्यम से राज्य के बांधों की सुरक्षा एवं निगरानी की दृष्टि से स्थापित मानकों के बारे में सूचना प्रतिदिन तीन बार वेब पोर्टल पर अपडेट की जाती है और किसी भी घटना के मामले में तुरंत जानकारी साझा करते हैं। इस पोर्टल की सूचना के आधार पर दैनिक निगरानी करते हुए भारी बारिश, बादल फटने जैसी आपदा में सुरक्षा और पूर्व रोकथाम की दृष्टि से आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक बांध प्राधिकरण द्वारा इस वेबपोर्टल पर पूर्व जलाशय स्तर, वर्तमान स्तर, खतरे का स्तर, अंतर्वाह-बहिर्वाह, तापमान और मौसम की स्थिति जैसे विभिन्न सुरक्षा मानकों को दिन में तीन बार अपडेट किया जाता है। इसी के अनुसार संबधित विभाग को तुरंत जानकारी मिल जाती है।
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उन्होंने बताया कि यह वेब पोर्टल विभिन्न बांधों के सुरक्षा पैरामीटर की निगरानी रखने में कई विभागों को एक मंच उपलब्ध करवाता है। इसके साथ ही इससे नदी घाटियों के प्रवाह और बांध सुरक्षा से जुड़ी सूचनाओं पर आधारित डाटाबेस भी तैयार होता है।
प्रधान सचिव, राजस्व ओंकार चंद शर्मा ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊर्जा विभाग और एनआईसी के इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस पोर्टल से आपदा से निपटने की तैयारियों और प्रतिक्रिया में मदद मिलेगी।
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