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शिमला , 26 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! प्रारंभिक शिक्षा और उच्च शिक्षा निदेशालय को मर्ज कर एक निदेशालय बनाने के सरकार के फैंसले का राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने विरोध करना शुरू कर दिया है। चौड़ा मैदान शिमला में प्रदेश भर से इस फैसले के विरोध में शिक्षक शिमला पहुंचे है। प्राथमिक अध्यापक शिक्षक संघ के शिमला के अध्यक्ष प्रमोद चौहान ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार बदलाव कर रही है जिसका शिक्षक स्वागत करते हैं लेकिन प्रारंभिक और उच्च शिक्षा निदेशालय को मर्ज कर एक निदेशालय बनाने से शिक्षा में गुणात्मक सुधार के बजाय शिक्षा का बुनियादी ढांचा तहस नहस हो जाएगा। इसको लेकर कई बार सरकार के साथ वार्ता भी हुई है लेकिन परिणाम निराशाजनक ही रहे हैं। ऐसे में अब प्राथमिक शिक्षक विरोध स्वरूप सांकेतिक धरना चौड़ा मैदान में कर रहे है जिसे कुचलने का सरकार प्रयास कर रही है लेकिन शिक्षक अब पीछे नहीं हटेंगे। भले ही सरकार उन्हें सस्पेंड या निलंबित क्यों न कर दे। सरकार अगर इस तरह से शिक्षकों को डराएगी तो कल शाम से पढ़ाई को छोड़ कर अन्य सभी ऑनलाइन कार्यों को शिक्षक नहीं करेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए ही 1984 के बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय बनाया गया था जिसके बाद शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश ने बड़े आयाम स्थापित किए हैं। इसके अलावा अन्य लंबित मांगों को लेकर भी प्रदर्शन में शिक्षक अपनी बात रखेंगे।
शिमला , 26 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! प्रारंभिक शिक्षा और उच्च शिक्षा निदेशालय को मर्ज कर एक निदेशालय बनाने के सरकार के फैंसले का राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने विरोध करना शुरू कर दिया है। चौड़ा मैदान शिमला में प्रदेश भर से इस फैसले के विरोध में शिक्षक शिमला पहुंचे है।
प्राथमिक अध्यापक शिक्षक संघ के शिमला के अध्यक्ष प्रमोद चौहान ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार बदलाव कर रही है जिसका शिक्षक स्वागत करते हैं लेकिन प्रारंभिक और उच्च शिक्षा निदेशालय को मर्ज कर एक निदेशालय बनाने से शिक्षा में गुणात्मक सुधार के बजाय शिक्षा का बुनियादी ढांचा तहस नहस हो जाएगा। इसको लेकर कई बार सरकार के साथ वार्ता भी हुई है लेकिन परिणाम निराशाजनक ही रहे हैं।
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ऐसे में अब प्राथमिक शिक्षक विरोध स्वरूप सांकेतिक धरना चौड़ा मैदान में कर रहे है जिसे कुचलने का सरकार प्रयास कर रही है लेकिन शिक्षक अब पीछे नहीं हटेंगे। भले ही सरकार उन्हें सस्पेंड या निलंबित क्यों न कर दे। सरकार अगर इस तरह से शिक्षकों को डराएगी तो कल शाम से पढ़ाई को छोड़ कर अन्य सभी ऑनलाइन कार्यों को शिक्षक नहीं करेंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए ही 1984 के बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय बनाया गया था जिसके बाद शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश ने बड़े आयाम स्थापित किए हैं। इसके अलावा अन्य लंबित मांगों को लेकर भी प्रदर्शन में शिक्षक अपनी बात रखेंगे।
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