

- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 09 मई [ विशाल सूद ] ! भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने 9 मई सन 1945 को दूसरे विश्व युद्ध में साम्राज्यवादी फासीवादी हिटलर की नाजी सेना की हार व समाजवादी सोवियत यूनियन की जीत पर कालीबाड़ी हॉल शिमला में विजय दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में पार्टी नेता राकेश सिंघा, संजय चौहान, डॉ कुलदीप सिंह तंवर, विजेंद्र मेहरा, फ़ालमा चौहान, जगमोहन ठाकुर, सत्यवान पुंडीर, सहित सैंकड़ों लोग शामिल रहे। कार्यक्रम को कॉमरेड राकेश सिंघा, संजय चौहान व विजेंद्र मेहरा ने संबोधित किया। उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध में मारे गए लोगों को याद करते हुए हिटलर की नाजी सेना द्वारा किए गए घृणित कार्यों की निंदा की। उन्होंने हिटलर द्वारा यहूदियों के नरसंहार, होलोकास्ट व पोग्रोम को मानव इतिहास की सबसे घृणित कार्रवाई बताया। उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध में सोवियत यूनियन द्वारा निभाई गई भूमिका व उसके द्वारा साम्राज्यवादी फासीवादी जर्मनी को दी गई करारी हार को ऐतिहासिक घटना करार दिया। अगर सोवियत यूनियन ने जर्मनी को दूसरे विश्व युद्ध में न रोका होता तो पूरी मानव सभ्यता ही खतरे की जद में आ सकती थी। समाजवादी सोवियत यूनियन की जीत ने वर्ष 1945 व 1960 के मध्य एशिया व अफ्रीका महाद्वीप के दर्जनों देशों की आजादी के दरवाजे खोले थे। पूरी दुनिया में लोकतंत्र मजबूत हुआ था व तानाशाही ताकतों पर अंकुश लगा था। सोवियत यूनियन की जीत से दुनिया के मजदूरों व मेहनतकश जनता की ताकत मजबूत हुई थी। उन्हें लोकतांत्रिक अधिकार हासिल हुए थे। महिला समानता को बल मिला था। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में एक बार फिर से नव फासीवादी ताकतें सिर उठा रही हैं जोकि मानव सभ्यता के लिए गंभीर खतरा है। हमारे देश में सांप्रदायिक ताकतों द्वारा हिंदू मुस्लिम के नाम पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण किए जा रहा है जोकि देश की एकता व अखंडता के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने जनता की जनवादी एकता को मजबूत करने आह्वान करते हुए 20 मई की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने मजदूर किसान एकता को मजबूत करने का प्रण लिया।
शिमला , 09 मई [ विशाल सूद ] ! भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने 9 मई सन 1945 को दूसरे विश्व युद्ध में साम्राज्यवादी फासीवादी हिटलर की नाजी सेना की हार व समाजवादी सोवियत यूनियन की जीत पर कालीबाड़ी हॉल शिमला में विजय दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में पार्टी नेता राकेश सिंघा, संजय चौहान, डॉ कुलदीप सिंह तंवर, विजेंद्र मेहरा, फ़ालमा चौहान, जगमोहन ठाकुर, सत्यवान पुंडीर, सहित सैंकड़ों लोग शामिल रहे।
कार्यक्रम को कॉमरेड राकेश सिंघा, संजय चौहान व विजेंद्र मेहरा ने संबोधित किया। उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध में मारे गए लोगों को याद करते हुए हिटलर की नाजी सेना द्वारा किए गए घृणित कार्यों की निंदा की। उन्होंने हिटलर द्वारा यहूदियों के नरसंहार, होलोकास्ट व पोग्रोम को मानव इतिहास की सबसे घृणित कार्रवाई बताया। उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध में सोवियत यूनियन द्वारा निभाई गई भूमिका व उसके द्वारा साम्राज्यवादी फासीवादी जर्मनी को दी गई करारी हार को ऐतिहासिक घटना करार दिया।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
अगर सोवियत यूनियन ने जर्मनी को दूसरे विश्व युद्ध में न रोका होता तो पूरी मानव सभ्यता ही खतरे की जद में आ सकती थी। समाजवादी सोवियत यूनियन की जीत ने वर्ष 1945 व 1960 के मध्य एशिया व अफ्रीका महाद्वीप के दर्जनों देशों की आजादी के दरवाजे खोले थे। पूरी दुनिया में लोकतंत्र मजबूत हुआ था व तानाशाही ताकतों पर अंकुश लगा था। सोवियत यूनियन की जीत से दुनिया के मजदूरों व मेहनतकश जनता की ताकत मजबूत हुई थी। उन्हें लोकतांत्रिक अधिकार हासिल हुए थे।
महिला समानता को बल मिला था। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में एक बार फिर से नव फासीवादी ताकतें सिर उठा रही हैं जोकि मानव सभ्यता के लिए गंभीर खतरा है। हमारे देश में सांप्रदायिक ताकतों द्वारा हिंदू मुस्लिम के नाम पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण किए जा रहा है जोकि देश की एकता व अखंडता के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने जनता की जनवादी एकता को मजबूत करने आह्वान करते हुए 20 मई की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने मजदूर किसान एकता को मजबूत करने का प्रण लिया।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -