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ऊना ! कोविड-19 के नियमों को मध्य नजऱ रखते हुए खंड परियोजना प्रबंधन इकाई एचपीसीडीपी जायका ओडीए ऊना द्वारा संग्रह केंद्र पेखुबेला में डिटर्जेंट पाउडर बनाने की विधि का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में स्वयं सहायता समूह पेखुबेला और जनकौर की लगभग 20 महिलाओं ने भाग लिया। कृषि समाधान उद्योग सहारनपुर, ब्रिज मोहन ने महिलाओं को प्रेक्टिकल और थिओरेटिकल दोनों तरह से डिटर्जेंट बनाने की विधि के बारे में बताया। यह प्रशिक्षण शिविर खंड परियोजना अधिकारी कुलभूषण, कृषि विशेषज्ञ पूजा शर्मा और कृषि अधिकारी रशम सूद की देखरेख में आयोजित हुआ। खंड परियोजना प्रबंधक कुलभूषण धीमान ने बताया कि महिलाओं की सुविधा के लिए संग्रह केंद्र पेखुबेला में मशीन स्थापित की गई है जिससे अच्छी गुणवत्ता वाला डिटर्जेंट पाउडर बनेगा और साथ में महिलाओं के समय में भी बचत होगी। इस मशीन द्वारा एक दिन में 50 किलो तक डिटर्जेंट बनाया जा सकता है। महिलाओं ने बड़ी उत्सुकता से प्रशिक्षण में भाग लिया और डिटर्जेंट पाउडर बनाने से उनकी आय में भी वृद्धि होगी।
ऊना ! कोविड-19 के नियमों को मध्य नजऱ रखते हुए खंड परियोजना प्रबंधन इकाई एचपीसीडीपी जायका ओडीए ऊना द्वारा संग्रह केंद्र पेखुबेला में डिटर्जेंट पाउडर बनाने की विधि का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में स्वयं सहायता समूह पेखुबेला और जनकौर की लगभग 20 महिलाओं ने भाग लिया। कृषि समाधान उद्योग सहारनपुर, ब्रिज मोहन ने महिलाओं को प्रेक्टिकल और थिओरेटिकल दोनों तरह से डिटर्जेंट बनाने की विधि के बारे में बताया। यह प्रशिक्षण शिविर खंड परियोजना अधिकारी कुलभूषण, कृषि विशेषज्ञ पूजा शर्मा और कृषि अधिकारी रशम सूद की देखरेख में आयोजित हुआ।
खंड परियोजना प्रबंधक कुलभूषण धीमान ने बताया कि महिलाओं की सुविधा के लिए संग्रह केंद्र पेखुबेला में मशीन स्थापित की गई है जिससे अच्छी गुणवत्ता वाला डिटर्जेंट पाउडर बनेगा और साथ में महिलाओं के समय में भी बचत होगी। इस मशीन द्वारा एक दिन में 50 किलो तक डिटर्जेंट बनाया जा सकता है। महिलाओं ने बड़ी उत्सुकता से प्रशिक्षण में भाग लिया और डिटर्जेंट पाउडर बनाने से उनकी आय में भी वृद्धि होगी।
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