
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा ! उप मंडल चुराह की ग्राम पंचायत खुशनगरी में आज पौधारोपण किया गया । जिसमे उपप्रधान सहित वार्ड पंच व ग्रामीणों ने अलग अलग किस्म के करीब 150 पौधे रोपे। साथ ही लोगों से अधिक से अधिक पौधे रोपने का आह्वान किया। इसी तरह उप प्रधान खुशनगरी ने सांसें हो रहीं कम, आओ मित्रों पेड़ लगाए हम, के स्लोगन के साथ लोगों को पौधारोपण के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि आज आधुनिकता की दौड़ में लोग पर्यावरण को उजाड़ रहे हैं। इससे अब प्रकृति धीरे-धीरे विकराल रूप धारण करने लगी है। अब वक्त आ गया है कि हमें पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाना होगा। अगर ऐसा नहीं किया तो आने वाले समय में इससे भी बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। उप प्रधान ने आह्वान किया कि चुराह का प्रत्येक कार्यकर्ता कम से कम पाचं पौधे लगाने का संकल्प ले। आपको बता दे कि चंबा जिला में जुमहार, खजियार, भरमौर, तीसा के ऊपरी क्षेत्रों में देवदार पाया जाता है। देवदार की लकड़ी इमारती लकड़ी के रूप में इस्तेमाल की जाती है जैसे फर्नीचर, खिड़की, दरवाजे समेत गृह निर्माण के कार्य में इस्तेमाल किया जाता है। देवदार के पेड़ ऑक्सीजन छोड़ने तथा कार्बन डाइऑक्साइड सोखने का सबसे बड़ा स्त्रोत हैं।इस अवसर पर वार्ड पंच सहित ग्रामीण मौजूद रहे।
चम्बा ! उप मंडल चुराह की ग्राम पंचायत खुशनगरी में आज पौधारोपण किया गया । जिसमे उपप्रधान सहित वार्ड पंच व ग्रामीणों ने अलग अलग किस्म के करीब 150 पौधे रोपे। साथ ही लोगों से अधिक से अधिक पौधे रोपने का आह्वान किया।
इसी तरह उप प्रधान खुशनगरी ने सांसें हो रहीं कम, आओ मित्रों पेड़ लगाए हम, के स्लोगन के साथ लोगों को पौधारोपण के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि आज आधुनिकता की दौड़ में लोग पर्यावरण को उजाड़ रहे हैं। इससे अब प्रकृति धीरे-धीरे विकराल रूप धारण करने लगी है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
अब वक्त आ गया है कि हमें पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाना होगा। अगर ऐसा नहीं किया तो आने वाले समय में इससे भी बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। उप प्रधान ने आह्वान किया कि चुराह का प्रत्येक कार्यकर्ता कम से कम पाचं पौधे लगाने का संकल्प ले।
आपको बता दे कि चंबा जिला में जुमहार, खजियार, भरमौर, तीसा के ऊपरी क्षेत्रों में देवदार पाया जाता है। देवदार की लकड़ी इमारती लकड़ी के रूप में इस्तेमाल की जाती है जैसे फर्नीचर, खिड़की, दरवाजे समेत गृह निर्माण के कार्य में इस्तेमाल किया जाता है। देवदार के पेड़ ऑक्सीजन छोड़ने तथा कार्बन डाइऑक्साइड सोखने का सबसे बड़ा स्त्रोत हैं।इस अवसर पर वार्ड पंच सहित ग्रामीण मौजूद रहे।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -