- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा ! जिला चंबा के ग्राम पंचायत बाट के सरा (कलूणी) गांव में भारी बारिश के चलते आशो राम और योग राज स्पूत्र भगत राम का मकान क्षतिग्रस्त हो गया हैं और साथ में शिव कुमार स्पुत्र श्री किरपो राम, नन्द कुमार स्पूत्र श्री अमरों राम, सोनु कुमार स्पूत्र श्री अमरों राम, व गांव के कई और घरों में भी दरारें आ चुकी है। जिसके कारण उनको घर में रहने का खतरा हो गया है और घर में रहने वाले उनके परिवार के सदस्य सभी डर के साएं में जी रहे हैं। शुक्रवार रात को 8:00 बजे के करीब जब पुरा परिवार खाना खा रहा था तभी एक जोरदार आवाज आई। जब सभी परिवार के सदस्य बाहर आए तो देखा तो घर के साथ लगते निर्माणधीन कमरे की दीवार पूरी गिरकर नीचे आ गई और देखते ही देखते हैं उस निर्माणधीन कमरे में पत्थरो का ढेर लग गया। सभी परिवार वाले एकदम चिल्लाने लगे। उनकी आवाजें सुनकर आस- पड़ोस के लोग भी डर गए। उन्होंने दूसरे दिन पटवारी जी को रिपोर्ट डालने के लिए कहा तो उन्होंने कहा की लॉकडाउन के चलते वह अभी नहीं आएंगे मगर हालात सामान्य होने पर उनकी पूरी तरह से मदद की जाएगी और प्रशासन द्वारा उनका जो भी हक है वह उनको दिलवाया जाएगा। लाकडाउन के होते डर के मारे उनके गांव के लोग भी उनके घर में इकट्ठा होने से एक कतरा रहे हैं। इन लोगों पर मुसीबतों का पहाड़ ऐसे आ गिरा की थोड़ी देर के लिए तो परिवार सदमे में चला गया। परिवार के सदस्य व उपप्रधान संजय कुमार ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि लाकडाउन खत्म होने के बाद इस गरीब परिवार की मदद की जाए व उनको मुआवजा देने में भी सरकार उनकी मदद करें।
चम्बा ! जिला चंबा के ग्राम पंचायत बाट के सरा (कलूणी) गांव में भारी बारिश के चलते आशो राम और योग राज स्पूत्र भगत राम का मकान क्षतिग्रस्त हो गया हैं और साथ में शिव कुमार स्पुत्र श्री किरपो राम, नन्द कुमार स्पूत्र श्री अमरों राम, सोनु कुमार स्पूत्र श्री अमरों राम, व गांव के कई और घरों में भी दरारें आ चुकी है। जिसके कारण उनको घर में रहने का खतरा हो गया है और घर में रहने वाले उनके परिवार के सदस्य सभी डर के साएं में जी रहे हैं। शुक्रवार रात को 8:00 बजे के करीब जब पुरा परिवार खाना खा रहा था तभी एक जोरदार आवाज आई।
जब सभी परिवार के सदस्य बाहर आए तो देखा तो घर के साथ लगते निर्माणधीन कमरे की दीवार पूरी गिरकर नीचे आ गई और देखते ही देखते हैं उस निर्माणधीन कमरे में पत्थरो का ढेर लग गया। सभी परिवार वाले एकदम चिल्लाने लगे। उनकी आवाजें सुनकर आस- पड़ोस के लोग भी डर गए। उन्होंने दूसरे दिन पटवारी जी को रिपोर्ट डालने के लिए कहा तो उन्होंने कहा की लॉकडाउन के चलते वह अभी नहीं आएंगे मगर हालात सामान्य होने पर उनकी पूरी तरह से मदद की जाएगी और प्रशासन द्वारा उनका जो भी हक है वह उनको दिलवाया जाएगा। लाकडाउन के होते डर के मारे उनके गांव के लोग भी उनके घर में इकट्ठा होने से एक कतरा रहे हैं।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
इन लोगों पर मुसीबतों का पहाड़ ऐसे आ गिरा की थोड़ी देर के लिए तो परिवार सदमे में चला गया। परिवार के सदस्य व उपप्रधान संजय कुमार ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि लाकडाउन खत्म होने के बाद इस गरीब परिवार की मदद की जाए व उनको मुआवजा देने में भी सरकार उनकी मदद करें।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -