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शिमला ! फेक न्यूज़, इमेज और वीडियो पर जागरूकता फ़ैलाने के मकसद से प्रेस क्लब शिमला द्वारा मंगलवार को प्रेस क्लब परिसर में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। दैनिक भास्कर के पूर्व रेजिडेंट एडिटर रहे शमशेर चंदेल ने कार्यशाला में उपस्थित मीडिया कर्मियों को सोशल मीडिया पर तथ्यों की जांच के तरीके बताए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में खबरों का आदान-प्रदान सिर्फ प्रिंट या इलेक्ट्रानिक मीडिया तक ही सीमित नहीं रहा है बल्कि सोशल मीडिया भी खबरों के आदान-प्रदान का सशक्त माध्यम बन गया है। खासकर नई पीढ़ी खबरों के लिए सोशल मीडिया को ज्यादा पसंद करती है, लेकिन फेक न्यूज के चलन ने लोगों को भ्रमित करने का काम किया है। ऐसे में इन खबरों की सत्यता को परखने, तथ्यों को जांचने और मजबूती प्रदान करने की आवश्यकता है। जिससे झूठी, निराधार, तथ्यहीन खबर फोटोग्राफ और वीडियोज को वायरल होने से रोका जा सके। शमशेर चंदेल ने बताया कि सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो लोगों को गुमराह करने के लिए भी भेजे जाते हैं तथा उनमें दिखाया गया घटनाक्रम हमेशा सच नहीं होता। कार्यशाला में उपस्थित मीडिया कर्मियों को उन्होंने बताया कि इनसे कैसे बचना चाहिए। उन्होंने कई प्रकार के साफ्टवेयर टूल्स भी मीडियाकर्मियों को उपलब्ध कराने के साथ इनका प्रयोग करना भी सिखाया। साथ ही जानकारी दी कि कैसे किसी भी इमेज़ की असलियत का पता लगाया जा सकता है। कार्यशाला के आरम्भ में प्रेस क्लब के प्रधान अनिल भारद्वाज (हैडली) ने शमशेर चंदेल को हिमाचली टोपी पहनाकर सम्मानित किया।
शिमला ! फेक न्यूज़, इमेज और वीडियो पर जागरूकता फ़ैलाने के मकसद से प्रेस क्लब शिमला द्वारा मंगलवार को प्रेस क्लब परिसर में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। दैनिक भास्कर के पूर्व रेजिडेंट एडिटर रहे शमशेर चंदेल ने कार्यशाला में उपस्थित मीडिया कर्मियों को सोशल मीडिया पर तथ्यों की जांच के तरीके बताए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में खबरों का आदान-प्रदान सिर्फ प्रिंट या इलेक्ट्रानिक मीडिया तक ही सीमित नहीं रहा है बल्कि सोशल मीडिया भी खबरों के आदान-प्रदान का सशक्त माध्यम बन गया है। खासकर नई पीढ़ी खबरों के लिए सोशल मीडिया को ज्यादा पसंद करती है, लेकिन फेक न्यूज के चलन ने लोगों को भ्रमित करने का काम किया है। ऐसे में इन खबरों की सत्यता को परखने, तथ्यों को जांचने और मजबूती प्रदान करने की आवश्यकता है। जिससे झूठी, निराधार, तथ्यहीन खबर फोटोग्राफ और वीडियोज को वायरल होने से रोका जा सके।
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शमशेर चंदेल ने बताया कि सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो लोगों को गुमराह करने के लिए भी भेजे जाते हैं तथा उनमें दिखाया गया घटनाक्रम हमेशा सच नहीं होता।
कार्यशाला में उपस्थित मीडिया कर्मियों को उन्होंने बताया कि इनसे कैसे बचना चाहिए। उन्होंने कई प्रकार के साफ्टवेयर टूल्स भी मीडियाकर्मियों को उपलब्ध कराने के साथ इनका प्रयोग करना भी सिखाया। साथ ही जानकारी दी कि कैसे किसी भी इमेज़ की असलियत का पता लगाया जा सकता है।
कार्यशाला के आरम्भ में प्रेस क्लब के प्रधान अनिल भारद्वाज (हैडली) ने शमशेर चंदेल को हिमाचली टोपी पहनाकर सम्मानित किया।
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