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शिमला ! भारतीय जनता पार्टी जनजातीय मोर्चा की ज़िला शिमला की बैठक का आयोजन आज दीप कमल चक्कर शिमला में मोर्चा के ज़िला अध्यक्ष शांता कुमार की अध्यक्षता में हुआ इस बैठक में जनजातीय मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जवाहर शर्मा भाजपा जिला शिमला के अध्यक्ष रवि मेहता एवं भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी करण नंदा विशेष रूप में उपस्थित रहे। बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष जवाहर शर्मा ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक बैठक है यह पहली बार है कि जिला शिमला में इस मोर्चे का गठन हुआ है आने वाले समय में यह मोर्चा एक विराट रूप लेने वाला है। उन्होंने कहा कि भारत में कुल मिलाकर ढाई सौ जनजातियां है और हिमाचल प्रदेश में 10 प्रकार की जनजातियां है इसमें से तीन प्रचलित है। किन्नौर लाहौल स्पीति चंबा एवं भरमौर के 10 लाख लोग जनजातीय माने जाते हैं। उन्होंने कहा जनजातीय लोगों का पर्यायवाची शब्द इमानदारी है हमारी संस्कृति ही हमारा आधार है और यही हमारी पहचान है। उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी का मूलाधार सबका साथ सबका विकास है और यही हमारा मूल मंत्र भी है। यह पहली बार है कि प्रदेश को जयराम ठाकुर जैसा मुख्यमंत्री मिला है जो सब तक पहुंचते हैं और सबके विचार और समस्याओं को भी सुनते हैं और निवारण करते हैं। देश मे सभी राजनीतिक दल एक परिवार के होकर रह गए है पर भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है। उन्होंने कहा है की भाजपा ने हमेशा जनजातीय क्षेत्रों की समस्याएं सुनी है यह पहली बार था कि जब स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई देश के प्रधानमंत्री थे तो जनजातीय क्षेत्रों के लिए अलग मंत्रालय बना। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने अभी इस बजट में जनजातीय क्षेत्रों के उद्धार के लिए 7000 करोड का बजट आवंटित किया है।
शिमला ! भारतीय जनता पार्टी जनजातीय मोर्चा की ज़िला शिमला की बैठक का आयोजन आज दीप कमल चक्कर शिमला में मोर्चा के ज़िला अध्यक्ष शांता कुमार की अध्यक्षता में हुआ इस बैठक में जनजातीय मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जवाहर शर्मा भाजपा जिला शिमला के अध्यक्ष रवि मेहता एवं भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी करण नंदा विशेष रूप में उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष जवाहर शर्मा ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक बैठक है यह पहली बार है कि जिला शिमला में इस मोर्चे का गठन हुआ है आने वाले समय में यह मोर्चा एक विराट रूप लेने वाला है। उन्होंने कहा कि भारत में कुल मिलाकर ढाई सौ जनजातियां है और हिमाचल प्रदेश में 10 प्रकार की जनजातियां है इसमें से तीन प्रचलित है। किन्नौर लाहौल स्पीति चंबा एवं भरमौर के 10 लाख लोग जनजातीय माने जाते हैं।
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उन्होंने कहा जनजातीय लोगों का पर्यायवाची शब्द इमानदारी है हमारी संस्कृति ही हमारा आधार है और यही हमारी पहचान है। उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी का मूलाधार सबका साथ सबका विकास है और यही हमारा मूल मंत्र भी है। यह पहली बार है कि प्रदेश को जयराम ठाकुर जैसा मुख्यमंत्री मिला है जो सब तक पहुंचते हैं और सबके विचार और समस्याओं को भी सुनते हैं और निवारण करते हैं। देश मे सभी राजनीतिक दल एक परिवार के होकर रह गए है पर भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है।
उन्होंने कहा है की भाजपा ने हमेशा जनजातीय क्षेत्रों की समस्याएं सुनी है यह पहली बार था कि जब स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई देश के प्रधानमंत्री थे तो जनजातीय क्षेत्रों के लिए अलग मंत्रालय बना। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने अभी इस बजट में जनजातीय क्षेत्रों के उद्धार के लिए 7000 करोड का बजट आवंटित किया है।
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