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शिमला,16 फरवरी [ विशाल सूद ] ! डी.ए.वी.कॉलेज अमृतसर, पँजाब से विशेष रूप से विधान सभा की कार्यवाही देखने आए छात्र- छात्राओं ने हि0प्र0 विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां से मुलाकात की। छात्र-छात्राओं से संवाद करते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने पूछा कि आपको ऐसा क्या लगा कि इतनी दूर से हि0प्र0 विधान सभा की कार्यवाही देखने आप शिमला स्थित विधान सभा पहुँचे हैं। जवाब में इन सभी ने कहा कि यहाँ पर बाल सत्र का आयोजन किया गया था तथा हमने हि0प्र0 विधान सभा की उच्च परम्पराओं, गौरवमयी इतिहास,गरिमा तथा वरिष्ठता के बारे में बहुत सुना है इससे प्रभावित होकर वे यहाँ आए हैं और आज यहाँ आकर उनका यह सपना पूरा हुआ है। इस अवसर पर संवाद करते हुए विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने छात्र-छात्राओं को अवगत करवाते हुए कहा कि वर्ष 1947 में विभाजन के बाद पँजाब विधान सभा भी कौंसिल चैम्बर में स्थान्नातरित हो गई थी तथा पँजाब विधान सभा के सत्रों का आयोजन वर्ष 1948 से 1953 तक इसी कौंसिल चैम्बर में किया गया था। श्री पठानियां ने कहा कि उससे पूर्व यह राष्ट्रीय असैम्बली हुआ करती थी। पठानियां ने कहा कि विधान सभा तथा लोक सभा लोकतन्त्र के सबसे बड़े मन्दिर हैं जहाँ पर कानून बनाए जाते हैं, महत्वपर्ण विषयों पर चर्चा होती है तथा समस्याओं का समाधान सार्थक चर्चाओं के माध्यम से निकलता है। श्री पठानियां ने कहा कि यही एक सर्वोतम स्थान है जहाँ जन प्रतिनिधि जनहित से जुड़े हुए मुद्दों को उठाते हैं तथा यहीं से उनका समाधान होता है। पठानियां ने कहा कि हि0प्र0 विधान सभा की अपनी एक अलग पहचान है जिस वजह से बाहरी राज्यों के युवा भी प्रेरित होकर सदन की कार्यवाही देखने यहाँ आ रहे हैं, यह मजबूत लोकतन्त्र का आधार है तथा संसदीय प्रणाली मजबूती की ओर अग्रसर है। उन्होने पत्रकारिता विभाग के इन सभी छात्र-छात्राओं को अपनी ओर से हार्दिक शुभ कामनाएँ दी तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बाद में इन छात्र-छात्राओं ने सदन में होने वाली आज की कार्यवाही को भी देखा।
शिमला,16 फरवरी [ विशाल सूद ] ! डी.ए.वी.कॉलेज अमृतसर, पँजाब से विशेष रूप से विधान सभा की कार्यवाही देखने आए छात्र- छात्राओं ने हि0प्र0 विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां से मुलाकात की। छात्र-छात्राओं से संवाद करते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने पूछा कि आपको ऐसा क्या लगा कि इतनी दूर से हि0प्र0 विधान सभा की कार्यवाही देखने आप शिमला स्थित विधान सभा पहुँचे हैं।
जवाब में इन सभी ने कहा कि यहाँ पर बाल सत्र का आयोजन किया गया था तथा हमने हि0प्र0 विधान सभा की उच्च परम्पराओं, गौरवमयी इतिहास,गरिमा तथा वरिष्ठता के बारे में बहुत सुना है इससे प्रभावित होकर वे यहाँ आए हैं और आज यहाँ आकर उनका यह सपना पूरा हुआ है।
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इस अवसर पर संवाद करते हुए विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने छात्र-छात्राओं को अवगत करवाते हुए कहा कि वर्ष 1947 में विभाजन के बाद पँजाब विधान सभा भी कौंसिल चैम्बर में स्थान्नातरित हो गई थी तथा पँजाब विधान सभा के सत्रों का आयोजन वर्ष 1948 से 1953 तक इसी कौंसिल चैम्बर में किया गया था। श्री पठानियां ने कहा कि उससे पूर्व यह राष्ट्रीय असैम्बली हुआ करती थी।
पठानियां ने कहा कि विधान सभा तथा लोक सभा लोकतन्त्र के सबसे बड़े मन्दिर हैं जहाँ पर कानून बनाए जाते हैं, महत्वपर्ण विषयों पर चर्चा होती है तथा समस्याओं का समाधान सार्थक चर्चाओं के माध्यम से निकलता है। श्री पठानियां ने कहा कि यही एक सर्वोतम स्थान है जहाँ जन प्रतिनिधि जनहित से जुड़े हुए मुद्दों को उठाते हैं तथा यहीं से उनका समाधान होता है।
पठानियां ने कहा कि हि0प्र0 विधान सभा की अपनी एक अलग पहचान है जिस वजह से बाहरी राज्यों के युवा भी प्रेरित होकर सदन की कार्यवाही देखने यहाँ आ रहे हैं, यह मजबूत लोकतन्त्र का आधार है तथा संसदीय प्रणाली मजबूती की ओर अग्रसर है। उन्होने पत्रकारिता विभाग के इन सभी छात्र-छात्राओं को अपनी ओर से हार्दिक शुभ कामनाएँ दी तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बाद में इन छात्र-छात्राओं ने सदन में होने वाली आज की कार्यवाही को भी देखा।
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