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सोलन [ बद्दी ] , 17 नवंबर [ पंकज गोल्डी ] ! आजकल हमारे बीबीएन क्षेत्र और इसके आसपास कालका पिंजौर चंडीगढ़ आदि क्षेत्रों में गुग्गा जाहर वीर का गुणगान अधिकांश घरों में चल रहा रहा है। इसे आम भाषा में इसे बसेरा कहा जाता है।राजस्थान के बागड़ में गुग्गा मांढ़ी स्थान पर इसका प्रमुख मंदिर है। जहां पर यहां से भारी संख्या में लोग जाते है। कई लोग तो हर माह जाते है। रक्षा बंधन के अगले दिन गुग्ग़ा नवमी से इसकी पूजा शुरू हो जाती है। हर रोज शाम को अलग अलग घरों में सिव्ये इसका गुणगान कर रहे है। गुग्गा जाहर वीर को हमारे इस क्षेत्र में बहुत मान्यता है। लगभग हर गांव में इसके श्रद्धालुओं ने एक गुग्गा माढ़ी का स्थल बनाया है। जिस किसी श्रद्धालु ने कोई मनोकामना पूर्ण होती है वह फिर अपने घर में बसेरा करवाता है।लोगो को भोजन के साथ साथ रात्रि भर इसका गुणगान सुनने को मिलता है। शाम को करीब सात बजे गांव के धार्मिक स्थलों की पूजा कर फिर घर में आरती का आयोजन होता है। जिसमे सभी परिवार वाले रिश्तेदार,मित्र और पड़ोसी तथा गवनवासी सामूहिक रूप से आरती में हिस्सा लेते है। उसके बाद ही भोज शुरू होता है। फिर रात्रि भर गुणगान किया जाता। सभी देवी देवताओं का भी याद किया जाता है। किस प्रकार गुग्ग़ा जाहर वीर ने लोगो की रक्षा की उसकी कहानियां सुनाई जाती है। धार्मिक धुनों पर तैयार सारंगी और डमरू के साथ भजन गाए जाते है। श्रद्धालुओं को इस कदर प्रभावित करते है कि रात कैसे बीत जाती है पता ही नही चलता। समाप्ति पर प्रसाद बांटा जाता है। गुग्गा जाहर वीर का क्षेत्र पर बहुत आशीर्वाद है।बुधवार की रात्रि झाड़माजरी में यह गुणगान रात्रि भर चला।जिसमे भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। जिसमे निशांत ठाकुर,पुष्पिंदर कौर,जसबीर सिंह,साहिल ठाकुर,प्रकाशी,त्रिप्ता देवी,अमरजीत कौर,गुरमीत सिंह,अवतार सिंह, शेर सिंह,नवनीत ठाकुर,अजय ठाकुर,सुरेश देवी,ज्योत्सना चौहान,सुनीता देवी, गंदरभ,हेंसी,मंजू,शशि,साधना ठाकुर,सुषमा,शुभम,अमित ठाकुर,रवि किरण,तनु,राजिंद्र कौर,सुनीता देवी,अरुण ठाकुर,धर्मपाल,रामजी दास,खुशवंत शर्मा,निर्मल ठाकुर,दिशा रानी, अंजली,आयुष,मयंक,मन्नत,सूर्यांश,चंद्र कांत, रुद्र प्रताप सिंह,दिव्यांशी,अमृता, मोहिनी,प्रीति,ममता,दीपांजली, राजेश काकू,बिपिन निरंकारी,कुलदीप सिंह,सुरिंदर सैनी,मंगत राम धीमान,विवेक गुप्ता,भाग सिंह,नेक चंद,दिनेश धीमान,शम्मी,मोनू धीमान, डर बलदेव,बलबीर ठाकुर,ज्ञान चंद,मान सिंह सरपंच,दयापाल,प्रेम चंद,प्रिंस मेहता,गुरमिंदर मेहता,रिशु,घनश्याम,किशोरी,बबली,विवेक गुप्ता,जयवरण चौहान,सुमन चौहान,लश्विंद्र चंदेल,सोनू चंदेल, अमरेन्द्र चंदेल,शक्ति,साहिल,सीता राम धीमान,वाजिद समेत भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लेकर रात्रि भर आनंद लिया। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सोलन [ बद्दी ] , 17 नवंबर [ पंकज गोल्डी ] ! आजकल हमारे बीबीएन क्षेत्र और इसके आसपास कालका पिंजौर चंडीगढ़ आदि क्षेत्रों में गुग्गा जाहर वीर का गुणगान अधिकांश घरों में चल रहा रहा है। इसे आम भाषा में इसे बसेरा कहा जाता है।राजस्थान के बागड़ में गुग्गा मांढ़ी स्थान पर इसका प्रमुख मंदिर है। जहां पर यहां से भारी संख्या में लोग जाते है। कई लोग तो हर माह जाते है। रक्षा बंधन के अगले दिन गुग्ग़ा नवमी से इसकी पूजा शुरू हो जाती है।
हर रोज शाम को अलग अलग घरों में सिव्ये इसका गुणगान कर रहे है। गुग्गा जाहर वीर को हमारे इस क्षेत्र में बहुत मान्यता है। लगभग हर गांव में इसके श्रद्धालुओं ने एक गुग्गा माढ़ी का स्थल बनाया है। जिस किसी श्रद्धालु ने कोई मनोकामना पूर्ण होती है वह फिर अपने घर में बसेरा करवाता है।लोगो को भोजन के साथ साथ रात्रि भर इसका गुणगान सुनने को मिलता है। शाम को करीब सात बजे गांव के धार्मिक स्थलों की पूजा कर फिर घर में आरती का आयोजन होता है।
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जिसमे सभी परिवार वाले रिश्तेदार,मित्र और पड़ोसी तथा गवनवासी सामूहिक रूप से आरती में हिस्सा लेते है। उसके बाद ही भोज शुरू होता है। फिर रात्रि भर गुणगान किया जाता। सभी देवी देवताओं का भी याद किया जाता है। किस प्रकार गुग्ग़ा जाहर वीर ने लोगो की रक्षा की उसकी कहानियां सुनाई जाती है। धार्मिक धुनों पर तैयार सारंगी और डमरू के साथ भजन गाए जाते है। श्रद्धालुओं को इस कदर प्रभावित करते है कि रात कैसे बीत जाती है पता ही नही चलता।
समाप्ति पर प्रसाद बांटा जाता है। गुग्गा जाहर वीर का क्षेत्र पर बहुत आशीर्वाद है।बुधवार की रात्रि झाड़माजरी में यह गुणगान रात्रि भर चला।जिसमे भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। जिसमे निशांत ठाकुर,पुष्पिंदर कौर,जसबीर सिंह,साहिल ठाकुर,प्रकाशी,त्रिप्ता देवी,अमरजीत कौर,गुरमीत सिंह,अवतार सिंह, शेर सिंह,नवनीत ठाकुर,अजय ठाकुर,सुरेश देवी,ज्योत्सना चौहान,सुनीता देवी, गंदरभ,हेंसी,मंजू,शशि,साधना ठाकुर,सुषमा,शुभम,अमित ठाकुर,रवि किरण,तनु,राजिंद्र कौर,सुनीता देवी,अरुण ठाकुर,धर्मपाल,रामजी दास,खुशवंत शर्मा,निर्मल ठाकुर,दिशा रानी, अंजली,आयुष,मयंक,मन्नत,सूर्यांश,चंद्र कांत, रुद्र प्रताप सिंह,दिव्यांशी,अमृता, मोहिनी,प्रीति,ममता,दीपांजली, राजेश काकू,बिपिन निरंकारी,कुलदीप सिंह,सुरिंदर सैनी,मंगत राम धीमान,विवेक गुप्ता,भाग सिंह,नेक चंद,दिनेश धीमान,शम्मी,मोनू धीमान, डर बलदेव,बलबीर ठाकुर,ज्ञान चंद,मान सिंह सरपंच,दयापाल,प्रेम चंद,प्रिंस मेहता,गुरमिंदर मेहता,रिशु,घनश्याम,किशोरी,बबली,विवेक गुप्ता,जयवरण चौहान,सुमन चौहान,लश्विंद्र चंदेल,सोनू चंदेल, अमरेन्द्र चंदेल,शक्ति,साहिल,सीता राम धीमान,वाजिद समेत भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लेकर रात्रि भर आनंद लिया।
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