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बद्दी ! क्षेत्रीय कार्यालय, ई.एस.आई.सी., बद्दी (हि.प्र) की विभागीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 44वीं बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जहां क्षेत्रीय कार्यालय, ई.एस.आई.सी बद्दी (हि.प्र) में उनकी गृह पत्रिका हिम-ज्योति, अंक-3 का विमोचन गुरुवार को धूमधाम से हुआ वहीं इस बैठक में कार्यालय के कामकाज को हिंदी में करने तथा राजभाषा विभाग के वार्षिक कार्यक्रम में निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति पर जोर दिया गया । बैठक के आरंभ में क्षेत्रीय कार्यालय, बद्दी की विभागीय गृह पत्रिका हिम-ज्योति, अंक-3 का विमोचन उप-निदेशक (प्रभाऱी), श्री संजीव कुमार एवं क.रा.बी.निगम, के कर कमलों से किया गया । विमोचन कार्यक्रम में प्रभारी राजभाषा अधिकारी, श्री हरपाल सिंह, राज्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ.अमित शालीवाल, सहायक निदेशक, श्री विकास वर्मा, सहायक निदेशक, श्री छेरिंग सम्फैल, वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी, श्री कुमार रविशंकर उपस्थित रहे । जबकि सभी सामाजिक सुरक्षा अधिकारी तथा शाखा प्रबंधक एवं अन्य अधिकारी इस कार्यक्रम से वर्चुअल रुप में जुड़े । इस अवसर पर उप-निदेशक (प्रभारी) श्री संजीव कुमार ने कहा कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम का लाभाधिकारी वर्ग निगम की योजनाओं से हिंदी भाषा के माध्यम से सरलता से जुड़ता है । गृह पत्रिका का उद्देश्य राजभाषा हिंदी में मौलिक लेखन को बढ़ावा देना है । साथ ही कर्मचारियों के लेखन प्रतिभा को एक मंच प्रदान करना है । राजभाषा हिंदी कार्यान्वयन के प्रति यहां के कार्मिकों का समर्पण तथा कार्यालयीन कार्यों में हिंदी का प्रचलन प्रशंसनीय है। उन्होंने पत्रिका के संपादक मंडल को बधाई दी । इस अवसर पर प्रभारी राजभाषा अधिकारी श्री हरपाल सिंह ने कहा कि ई.एस.आई.सी., हिमाचल प्रदेश में कार्य करने वाले कार्मिकों के व्यक्तित्व को निखारने और रचनात्मक सृजनता को बढ़ाने के लिए हिम- ज्योति का प्रकाशन एक सराहनीय प्रयास है । पत्रिका के संपादक कुमार रविशंकर ने हिम-ज्योति के तीसरे अंक में प्रकाशन हेतु अपना रचनाएं देने के लिए सभी रचनाकारों का धन्यवाद करते हुए बताया कि पत्रिका का यह अंक ई-पत्रिका के रूप में भी तैयार किया गया है । उन्होंने कहा कि यह पत्रिका क.रा.बी. निगम, हिमाचल प्रदेश की कार्य संस्कृति के साथ हिमाचल प्रदेश की सभ्यता संस्कृति को भी परिलक्षित करती है । उन्होंने बताया कि पाठकों की प्रतिक्रियाओं से प्रेरणा लेकर भविष्य में भी इस पत्रिका को शीर्ष स्तर तक पहुंचाने का प्रयास जारी रहेगा।
बद्दी ! क्षेत्रीय कार्यालय, ई.एस.आई.सी., बद्दी (हि.प्र) की विभागीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 44वीं बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जहां क्षेत्रीय कार्यालय, ई.एस.आई.सी बद्दी (हि.प्र) में उनकी गृह पत्रिका हिम-ज्योति, अंक-3 का विमोचन गुरुवार को धूमधाम से हुआ वहीं इस बैठक में कार्यालय के कामकाज को हिंदी में करने तथा राजभाषा विभाग के वार्षिक कार्यक्रम में निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति पर जोर दिया गया । बैठक के आरंभ में क्षेत्रीय कार्यालय, बद्दी की विभागीय गृह पत्रिका हिम-ज्योति, अंक-3 का विमोचन उप-निदेशक (प्रभाऱी), श्री संजीव कुमार एवं क.रा.बी.निगम, के कर कमलों से किया गया । विमोचन कार्यक्रम में प्रभारी राजभाषा अधिकारी, श्री हरपाल सिंह, राज्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ.अमित शालीवाल, सहायक निदेशक, श्री विकास वर्मा, सहायक निदेशक, श्री छेरिंग सम्फैल, वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी, श्री कुमार रविशंकर उपस्थित रहे । जबकि सभी सामाजिक सुरक्षा अधिकारी तथा शाखा प्रबंधक एवं अन्य अधिकारी इस कार्यक्रम से वर्चुअल रुप में जुड़े ।
इस अवसर पर उप-निदेशक (प्रभारी) श्री संजीव कुमार ने कहा कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम का लाभाधिकारी वर्ग निगम की योजनाओं से हिंदी भाषा के माध्यम से सरलता से जुड़ता है । गृह पत्रिका का उद्देश्य राजभाषा हिंदी में मौलिक लेखन को बढ़ावा देना है । साथ ही कर्मचारियों के लेखन प्रतिभा को एक मंच प्रदान करना है । राजभाषा हिंदी कार्यान्वयन के प्रति यहां के कार्मिकों का समर्पण तथा कार्यालयीन कार्यों में हिंदी का प्रचलन प्रशंसनीय है। उन्होंने पत्रिका के संपादक मंडल को बधाई दी । इस अवसर पर प्रभारी राजभाषा अधिकारी श्री हरपाल सिंह ने कहा कि ई.एस.आई.सी., हिमाचल प्रदेश में कार्य करने वाले कार्मिकों के व्यक्तित्व को निखारने और रचनात्मक सृजनता को बढ़ाने के लिए हिम- ज्योति का प्रकाशन एक सराहनीय प्रयास है । पत्रिका के संपादक कुमार रविशंकर ने हिम-ज्योति के तीसरे अंक में प्रकाशन हेतु अपना रचनाएं देने के लिए सभी रचनाकारों का धन्यवाद करते हुए बताया कि पत्रिका का यह अंक ई-पत्रिका के रूप में भी तैयार किया गया है । उन्होंने कहा कि यह पत्रिका क.रा.बी. निगम, हिमाचल प्रदेश की कार्य संस्कृति के साथ हिमाचल प्रदेश की सभ्यता संस्कृति को भी परिलक्षित करती है । उन्होंने बताया कि पाठकों की प्रतिक्रियाओं से प्रेरणा लेकर भविष्य में भी इस पत्रिका को शीर्ष स्तर तक पहुंचाने का प्रयास जारी रहेगा।
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