- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा ! जनजातीय उपमंडल भरमौर मुख्यालय समेत ऊपरी पहाडियों व उंचाई पर बसे गांवों में रविवार देर रात भारी बर्फबारी भी हुई है। जिसके चलते समूचा उपमंडल कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है और सुबह-शाम लोगों का घरों से निकलना भी मुश्किल हो रहा है। अहम है कि लंबे अंतराल के बाद रविवार तडके उपमंडल में मौसम ने करवट बदली और यहां पर बारिश का दौर आरंभ हुआ। इस दौरान उंचाई पर बसे गांवों में बर्फ के हल्के फाहे गिरने शुरू हो गए। पुनः यहां पर मौसम ने करवट बदल ली और यह क्रम भी थम गए। उधर, पहाड़ों पर ताजा हिमपात और निचले इलाकों में बारिश होने से यहां पर तामपमान में भी भारी गिरावट आ गई है, जिसके चलते यहां पर कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बारिश और बर्फबारी के कारण क्षेत्र के बागबानों और किसानों के चेहरे भी खुशी से खिल उठे हैं। चूंकि लंबे समय से बारिश न होने के कारण उनकी फसल सूखे की चपेट में आ गई थी और भविष्य में यहां पर सेब की फसल को भी नुकसान पहुंचने की प्रबल संभावना बन गई थी।
चम्बा ! जनजातीय उपमंडल भरमौर मुख्यालय समेत ऊपरी पहाडियों व उंचाई पर बसे गांवों में रविवार देर रात भारी बर्फबारी भी हुई है। जिसके चलते समूचा उपमंडल कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है और सुबह-शाम लोगों का घरों से निकलना भी मुश्किल हो रहा है। अहम है कि लंबे अंतराल के बाद रविवार तडके उपमंडल में मौसम ने करवट बदली और यहां पर बारिश का दौर आरंभ हुआ। इस दौरान उंचाई पर बसे गांवों में बर्फ के हल्के फाहे गिरने शुरू हो गए।
पुनः यहां पर मौसम ने करवट बदल ली और यह क्रम भी थम गए। उधर, पहाड़ों पर ताजा हिमपात और निचले इलाकों में बारिश होने से यहां पर तामपमान में भी भारी गिरावट आ गई है, जिसके चलते यहां पर कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बारिश और बर्फबारी के कारण क्षेत्र के बागबानों और किसानों के चेहरे भी खुशी से खिल उठे हैं।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
चूंकि लंबे समय से बारिश न होने के कारण उनकी फसल सूखे की चपेट में आ गई थी और भविष्य में यहां पर सेब की फसल को भी नुकसान पहुंचने की प्रबल संभावना बन गई थी।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -