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शिमला । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में जमकर नारेबाजी की और वीसी कार्यालय के बाहर वीसी का घेराव किया । इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि कोरोना की आड़ में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन अब अपनी जिम्मेवारी से भागता हुआ नजर आ रहा है और यूजीसी निर्देशों की आड़ में प्रदेश भर के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर उतारू है , हाल ही में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रवेश परीक्षा की जगह मेरिट के आधार पर पीजी कक्षाओं में दाखिले की बात कही गयी है जिसका अभाविप विरोध करती है । विद्यार्थी परिषद ने पहले भी ज्ञापन के माध्यम से वीसी के समक्ष इन मागो को रखा था साथ ही साथ परिसर में मूक प्रदर्शन कर और धरना प्रदर्शन कर विरोध व्यक्त किया विशाल ने कहा कि आज सुबह जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने वीसी साहब से मिलना समझा लेकिन उस समय वीसी ने छात्रों को नज़रअंदाज़ करते हुए लगभग 2 घण्टे तक गाड़ी से बाहर नहीं उतरे इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के कार्यकर्ता वीसी की गाड़ी के आगे खड़े होकर और गाड़ी के आगे लेटकर नारेवाजी करते रहे इसके पश्चात भी वीसी ने छात्रों की मागो को सुनना सही नहीं समझा वीसी ने क्यु आर टी की टीम को बुलाकर छात्रों के उप्पर लाठीचार्ज करवाते हुए जबरन छात्रों को गाड़ी के सामने से हटाते हुए अपने कार्यालय में प्रवेश किया इसके पश्चात विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने लगातार विरोध प्रदर्शन कार्यालय के बाहर जारी रखा लेकिन जब कार्यकर्ताओं ने फिर से वीसी से मिलने का प्रयास किया तो पुलिस और क्यु आर टी को आगे करते हुए छात्रों के साथ धक्का मुक्की कर कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़े तथा दर्ज़नो कार्यकर्ताओं के शरीर मे काफी चोटे भी आई है इतना कुछ होने के बाद भी जब शाम के 4 बज गए लेकिन इस समय भी वीसी ने न उनकी मांग सुनने में इच्छा जताई और न ही उनके स्वास्थ्य की चिंता की। विद्यार्थी परिषद का मानना है कि प्रवेश परीक्षा की जगह मेरिट के आधार पर दाखिले अनेकों छात्रों के साथ धोखा है पहले तो विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा कराने की बात करता रहा लेकिन अब एकदम से मेरिट आधारित दाखिलों की बात कर रहा है , छात्रों से पहले तो एंट्रेंस के नाम पर फीस वसूली जाती है और बाद में यूजीसी निर्देशों के बहाने से प्रवेश परीक्षा नहीं करवाना हजारों छात्रों के साथ धोखा है । वहीं पेपर चेकिंग की बात करें तो अनेकों अनियमिततायें पेपर चेकिंग में सामने आ रही हैं , जिस तरह पेपर चेकिंग में लापरवाही बरती जा रही है उसकी वजह से हजारों छात्र कॉलेज छोड़ने पर मजबूर हैं। । विद्यार्थी परिषद की प्रमुख मांगे हैं - 1. पीजी कक्षाओं में दाखिले प्रवेश परीक्षा के आधार पर होने चाहिए। 2. यूजी पेपर चेकिंग में आ रही अनयिमित्ताओं को शीघ्र दूर किया जाए।
शिमला । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में जमकर नारेबाजी की और वीसी कार्यालय के बाहर वीसी का घेराव किया । इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि कोरोना की आड़ में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन अब अपनी जिम्मेवारी से भागता हुआ नजर आ रहा है और यूजीसी निर्देशों की आड़ में प्रदेश भर के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर उतारू है , हाल ही में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रवेश परीक्षा की जगह मेरिट के आधार पर पीजी कक्षाओं में दाखिले की बात कही गयी है जिसका अभाविप विरोध करती है ।
विद्यार्थी परिषद ने पहले भी ज्ञापन के माध्यम से वीसी के समक्ष इन मागो को रखा था साथ ही साथ परिसर में मूक प्रदर्शन कर और धरना प्रदर्शन कर विरोध व्यक्त किया विशाल ने कहा कि आज सुबह जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने वीसी साहब से मिलना समझा लेकिन उस समय वीसी ने छात्रों को नज़रअंदाज़ करते हुए लगभग 2 घण्टे तक गाड़ी से बाहर नहीं उतरे इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के कार्यकर्ता वीसी की गाड़ी के आगे खड़े होकर और गाड़ी के आगे लेटकर नारेवाजी करते रहे इसके पश्चात भी वीसी ने छात्रों की मागो को सुनना सही नहीं समझा वीसी ने क्यु आर टी की टीम को बुलाकर छात्रों के उप्पर लाठीचार्ज करवाते हुए जबरन छात्रों को गाड़ी के सामने से हटाते हुए अपने कार्यालय में प्रवेश किया इसके पश्चात विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने लगातार विरोध प्रदर्शन कार्यालय के बाहर जारी रखा लेकिन जब कार्यकर्ताओं ने फिर से वीसी से मिलने का प्रयास किया तो पुलिस और क्यु आर टी को आगे करते हुए छात्रों के साथ धक्का मुक्की कर कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़े तथा दर्ज़नो कार्यकर्ताओं के शरीर मे काफी चोटे भी आई है इतना कुछ होने के बाद भी जब शाम के 4 बज गए लेकिन इस समय भी वीसी ने न उनकी मांग सुनने में इच्छा जताई और न ही उनके स्वास्थ्य की चिंता की।
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विद्यार्थी परिषद का मानना है कि प्रवेश परीक्षा की जगह मेरिट के आधार पर दाखिले अनेकों छात्रों के साथ धोखा है पहले तो विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा कराने की बात करता रहा लेकिन अब एकदम से मेरिट आधारित दाखिलों की बात कर रहा है , छात्रों से पहले तो एंट्रेंस के नाम पर फीस वसूली जाती है और बाद में यूजीसी निर्देशों के बहाने से प्रवेश परीक्षा नहीं करवाना हजारों छात्रों के साथ धोखा है । वहीं पेपर चेकिंग की बात करें तो अनेकों अनियमिततायें पेपर चेकिंग में सामने आ रही हैं , जिस तरह पेपर चेकिंग में लापरवाही बरती जा रही है उसकी वजह से हजारों छात्र कॉलेज छोड़ने पर मजबूर हैं। ।
विद्यार्थी परिषद की प्रमुख मांगे हैं - 1. पीजी कक्षाओं में दाखिले प्रवेश परीक्षा के आधार पर होने चाहिए। 2. यूजी पेपर चेकिंग में आ रही अनयिमित्ताओं को शीघ्र दूर किया जाए।
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