भुंतर में लकड़ी का पुल पैदल आवाजाही के लिए बंद
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कुल्लू , 02 अगस्त [ विशाल सूद ] ! कुल्लू जिला में बीते दिन हुई भारी बारिश के चलते जहां ग्रामीण क्षेत्रों में सड़के बुरी तरह से प्रभावित हुई है। तो वही अभी तक ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था विभाग नहीं हो पाई है। कुल्लू प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिला कुल्लू में शनिवार को 84सड़के बंद रही। तो वही 132 बिजली के ट्रांसफार्मर भी बहाल नहीं हो पाए। ऐसे में ग्रामीण इलाकों में लोगों की परेशानी शनिवार को भी बढ़ी रही। वही कुल्लू मुख्यालय के साथ करते भूतनाथ पुल के समीप सड़क धंस गई। इसके अलावा भुंतर में 100 साल पुराना लकड़ी के पुल पर भी पैदल आवाजाही को बंद कर दिया गया है। ब्यास नदी में आई भारी बाढ़ के चलते पुल की नींव को भी खतरा हो गया है। ऐसे में प्रशासन के द्वारा फिलहाल पुल से गुजरने पर पाबंदी लगा दी गई है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार उपमंडल बंजार में 30 सड़के, कुल्लू में 21, मनाली में 5 और निरमंड में 28 सड़के भूस्खलन के चलते बंद पड़ी हुई है। जिन्हें बहाल करने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा बिजली व्यवस्था को भी बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के द्वारा बहाल करने की कोशिश की जा रही है। जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी की बात करें तो यहां पर मलाणा नाले में बाढ़ आने के चलते बांध को नुकसान हुआ है। बीते साल बादल फटने के चलते मलाणा बांध फट गया था। ऐसे में अब बांध प्रबंधन के द्वारा उसकी मरम्मत का कार्य किया जा रहा था। लेकिन बीती शाम नाले में भारी बाढ़ आने के चलते इसे फिर से नुकसान हुआ है। इसके अलावा यहां पर कुछ वाहन भी नाले की चपेट में आ गए हैं। वहीं मलाणा, पोहल, बलादी गांव को जोड़ने वाले तीन लकड़ी के पुल भी बह गए हैं। यह सभी पुल बीते साल स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा तैयार किया गए थे। ऐसे में शनिवार को ग्रामीणों की टीम दोबारा से मलाणा नाले में पुल बनाने के कार्य में जुट गई है। मलाणा के स्थानीय निवासी राजू राम, इंद्र कुमार का कहना है कि बीती शाम के समय बाढ़ के चलते लकड़ी का पुल बह गया। ऐसे में मलाणा का संपर्क अब पूरी तरह से कट चुका है। ग्रामीणों ने मिलकर अब फिर से लकड़ी का पुल तैयार करने का निर्णय लिया है और उस दिशा में अब सभी मिलकर काम कर रहे हैं। डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने बताया कि सड़कों की बहाली का काम शुरू कर दिया गया है और बिजली व्यवस्था को भी जल्द शुरू किया जाएगा। इसके अलावा पानी की स्कीम फिलहाल जिला कुल्लू में चालू है। भुंतर पैदल पुल को नुकसान हुआ है। जिसके चलते उसे फिलहाल बंद कर दिया गया ।है वहीं जहां-जहां पर भी लकड़ी के पुल बह गए हैं। उन जगहों पर फिर से पुल का निर्माण किया जाएगा। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े।
कुल्लू , 02 अगस्त [ विशाल सूद ] ! कुल्लू जिला में बीते दिन हुई भारी बारिश के चलते जहां ग्रामीण क्षेत्रों में सड़के बुरी तरह से प्रभावित हुई है। तो वही अभी तक ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था विभाग नहीं हो पाई है। कुल्लू प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिला कुल्लू में शनिवार को 84सड़के बंद रही। तो वही 132 बिजली के ट्रांसफार्मर भी बहाल नहीं हो पाए।
ऐसे में ग्रामीण इलाकों में लोगों की परेशानी शनिवार को भी बढ़ी रही। वही कुल्लू मुख्यालय के साथ करते भूतनाथ पुल के समीप सड़क धंस गई। इसके अलावा भुंतर में 100 साल पुराना लकड़ी के पुल पर भी पैदल आवाजाही को बंद कर दिया गया है। ब्यास नदी में आई भारी बाढ़ के चलते पुल की नींव को भी खतरा हो गया है।
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ऐसे में प्रशासन के द्वारा फिलहाल पुल से गुजरने पर पाबंदी लगा दी गई है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार उपमंडल बंजार में 30 सड़के, कुल्लू में 21, मनाली में 5 और निरमंड में 28 सड़के भूस्खलन के चलते बंद पड़ी हुई है। जिन्हें बहाल करने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा बिजली व्यवस्था को भी बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के द्वारा बहाल करने की कोशिश की जा रही है।
जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी की बात करें तो यहां पर मलाणा नाले में बाढ़ आने के चलते बांध को नुकसान हुआ है। बीते साल बादल फटने के चलते मलाणा बांध फट गया था। ऐसे में अब बांध प्रबंधन के द्वारा उसकी मरम्मत का कार्य किया जा रहा था। लेकिन बीती शाम नाले में भारी बाढ़ आने के चलते इसे फिर से नुकसान हुआ है। इसके अलावा यहां पर कुछ वाहन भी नाले की चपेट में आ गए हैं।
वहीं मलाणा, पोहल, बलादी गांव को जोड़ने वाले तीन लकड़ी के पुल भी बह गए हैं। यह सभी पुल बीते साल स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा तैयार किया गए थे। ऐसे में शनिवार को ग्रामीणों की टीम दोबारा से मलाणा नाले में पुल बनाने के कार्य में जुट गई है। मलाणा के स्थानीय निवासी राजू राम, इंद्र कुमार का कहना है कि बीती शाम के समय बाढ़ के चलते लकड़ी का पुल बह गया। ऐसे में मलाणा का संपर्क अब पूरी तरह से कट चुका है। ग्रामीणों ने मिलकर अब फिर से लकड़ी का पुल तैयार करने का निर्णय लिया है और उस दिशा में अब सभी मिलकर काम कर रहे हैं।
डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने बताया कि सड़कों की बहाली का काम शुरू कर दिया गया है और बिजली व्यवस्था को भी जल्द शुरू किया जाएगा। इसके अलावा पानी की स्कीम फिलहाल जिला कुल्लू में चालू है। भुंतर पैदल पुल को नुकसान हुआ है। जिसके चलते उसे फिलहाल बंद कर दिया गया ।है वहीं जहां-जहां पर भी लकड़ी के पुल बह गए हैं। उन जगहों पर फिर से पुल का निर्माण किया जाएगा। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े।
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