सरकार आपदा पीड़ितों के साथ, भाजपा ने सिराज में किया तिरंगे का अपमान, कांग्रेस सरकार नहीं करेगी बर्दाश्त, 2023 की आपदा में भी बीजेपी नेता दिल्ली में मांगते मदद तो होता अच्छा, चलो देर आए दुरुस्त आए।
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शिमला , 28 जुलाई [ विशाल सूद ] ! बढ़ते नशे को लेकर बीते दिनों राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल द्वारा की गई टिप्पणी पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने राज्यपाल पर तीखा प्रहार किया है और कहा है कि"हिमाचल के संदर्भ में की गई टिप्पणी शोभा नहीं देती, हम नशे के खिलाफ सबसे कठोर कार्रवाई कर रहे हैं" और नशा निवारण के केंद्र खोले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल जैसे गरिमामय संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को राज्य के विषयों पर इस प्रकार की टिप्पणियां करना शोभा नहीं देता। सरकार नशे के खिलाफ निर्णायक और ऐतिहासिक कार्रवाई कर रही है। तीन महीनों के भीतर एनडीपीएस एक्ट में सख्त संशोधन किया, ताकि नशे के कारोबार में शामिल लोगों की संपत्ति को जब्त किया जा सके। अब तक ₹43 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।मैं स्वयं राज्यपाल से मिलकर यह बताऊंगा कि हिमाचल में नशे के खिलाफ हमारी सरकार कितनी गंभीर है और किस स्तर पर कार्रवाई हो रही है।" सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार चार दिवसीय विस्तृत कैबिनेट बैठक का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य "व्यवस्था परिवर्तन" और "आत्मनिर्भर हिमाचल" की दिशा में ठोस योजनाएं बनाना है।यह कोई औपचारिक बैठक नहीं होगी। इसमें प्रदेश के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा होगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सिराज में कॉलेज शिफ्टिंग को लेकर मचे राजनीतिक विवाद पर भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने न केवल तिरंगे का अपमान किया, बल्कि आपदा जैसी संवेदनशील स्थिति में भी राजनीति करने का प्रयास किया है।भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी पर काले कपड़े और जूते फेंके जिसमें तिरंगा लगा था। यह "तिरंगे का अपमान" है जिसे कांग्रेस सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।" मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सिराज के उन क्षेत्रों में राहत पहुंचाई है जहां अब तक कोई नहीं पहुंच पाया। भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे पर राजनीति करने का प्रयास किया, जबकि सच्चाई यह है कि क्षेत्रीय कॉलेज को केवल अस्थायी तौर पर न सुन्दर नगर शिफ्ट किया गया है, क्योंकि मूल स्थान पर सड़कों की हालत दयनीय है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर स्वयं वाहन से वहां नहीं जा पाए क्योंकि रास्ते अभी भी पूर्ण रूप से चालू नहीं हैं, "शिफ्टिंग का फैसला बच्चों की सुरक्षा और पढ़ाई के नुकसान को देखते हुए किया गया। माता-पिता भी चाहते थे कि उनके बच्चों को सुरक्षित जगह पढ़ने को मिले। दिल्ली में भाजपा सांसदों की केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात को लेकर सीएम सुक्खू ने कहा कि देर आए दुरुस्त आए। अच्छा होता भाजपा सांसद 2023 जब पूरे प्रदेश में आपदा आई थी तो केंद्र से मदद के लिए मिले होते। हिमाचल के हितों के लिए प्रदेश सरकार जेपी नड्डा के नेतृत्व में भी केंद्र से मदद मांगने के लिए जाने को तैयार है। केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश को विशेष राहत पैकेज और वन भूमि में लोगों को बसाने के लिए छूट दिलाने का काम करें।
शिमला , 28 जुलाई [ विशाल सूद ] ! बढ़ते नशे को लेकर बीते दिनों राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल द्वारा की गई टिप्पणी पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने राज्यपाल पर तीखा प्रहार किया है और कहा है कि"हिमाचल के संदर्भ में की गई टिप्पणी शोभा नहीं देती, हम नशे के खिलाफ सबसे कठोर कार्रवाई कर रहे हैं" और नशा निवारण के केंद्र खोले जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल जैसे गरिमामय संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को राज्य के विषयों पर इस प्रकार की टिप्पणियां करना शोभा नहीं देता। सरकार नशे के खिलाफ निर्णायक और ऐतिहासिक कार्रवाई कर रही है। तीन महीनों के भीतर एनडीपीएस एक्ट में सख्त संशोधन किया, ताकि नशे के कारोबार में शामिल लोगों की संपत्ति को जब्त किया जा सके। अब तक ₹43 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।मैं स्वयं राज्यपाल से मिलकर यह बताऊंगा कि हिमाचल में नशे के खिलाफ हमारी सरकार कितनी गंभीर है और किस स्तर पर कार्रवाई हो रही है।"
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सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार चार दिवसीय विस्तृत कैबिनेट बैठक का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य "व्यवस्था परिवर्तन" और "आत्मनिर्भर हिमाचल" की दिशा में ठोस योजनाएं बनाना है।यह कोई औपचारिक बैठक नहीं होगी। इसमें प्रदेश के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा होगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सिराज में कॉलेज शिफ्टिंग को लेकर मचे राजनीतिक विवाद पर भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने न केवल तिरंगे का अपमान किया, बल्कि आपदा जैसी संवेदनशील स्थिति में भी राजनीति करने का प्रयास किया है।भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी पर काले कपड़े और जूते फेंके जिसमें तिरंगा लगा था। यह "तिरंगे का अपमान" है जिसे कांग्रेस सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सिराज के उन क्षेत्रों में राहत पहुंचाई है जहां अब तक कोई नहीं पहुंच पाया। भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे पर राजनीति करने का प्रयास किया, जबकि सच्चाई यह है कि क्षेत्रीय कॉलेज को केवल अस्थायी तौर पर न सुन्दर नगर शिफ्ट किया गया है, क्योंकि मूल स्थान पर सड़कों की हालत दयनीय है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर स्वयं वाहन से वहां नहीं जा पाए क्योंकि रास्ते अभी भी पूर्ण रूप से चालू नहीं हैं, "शिफ्टिंग का फैसला बच्चों की सुरक्षा और पढ़ाई के नुकसान को देखते हुए किया गया। माता-पिता भी चाहते थे कि उनके बच्चों को सुरक्षित जगह पढ़ने को मिले।
दिल्ली में भाजपा सांसदों की केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात को लेकर सीएम सुक्खू ने कहा कि देर आए दुरुस्त आए। अच्छा होता भाजपा सांसद 2023 जब पूरे प्रदेश में आपदा आई थी तो केंद्र से मदद के लिए मिले होते। हिमाचल के हितों के लिए प्रदेश सरकार जेपी नड्डा के नेतृत्व में भी केंद्र से मदद मांगने के लिए जाने को तैयार है। केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश को विशेष राहत पैकेज और वन भूमि में लोगों को बसाने के लिए छूट दिलाने का काम करें।
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