1600 करोड़ से अधिक का नुकसान,कई उपमंडलों में आज शिक्षण संस्थान बंद।
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शिमला , 06 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में दो दिनों से लगातार भारी बारिश का दौर चल रहा है जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। भारी बारिश जगह लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई है जिसके प्रदेश में 4 एनएच सहित 613 सड़कें यातायात के बाधित हो गई है। इसके अलावा 1491 बिजली ट्रांसफार्मर और 265 पानी की स्कीमें बाधित हो गई है।448 मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।मॉनसून सीजन में अबतक मरने वालों का आंकड़ा 194 पहुंच गया है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में मॉनसून की भारी बारिशों के कारण प्रदेश में 1600 करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया है जबकि कृषि और बागवानी का आंकलन अभी पूरा नहीं हुआ है ऐसे में आंकड़ा अभी बढ़ेगा। सभी बाधित सड़कों को खोलने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। लगातार भारी बारिश से नदी नाले उफान पर है। प्रदेश में बादल फटने की घटनाओं और भूस्खलन में इज़ाफ़ा हो रहा है ऐसे में नदी नालों के समीप निर्माण पर सोचना होगा क्योंकि ज्यादातर क्षति नदी और नालों के समीप निर्माण से हो रही है। जगत सिंह नेगी ने उत्तरकाशी की खीर गंगा में बादल फटने की घटना से हुए नुकसान पर दुख प्रकट किया। भारी बारिश को देखते हुए अलग अलग जिलों के उपमंडलों में SDM ने शिक्षण संस्थानों को आज बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं।शिमला जिले में लगातार बारिश को देखते हुए आज 6 अगस्त को ठियोग, चौपाल, रामपुर, सुन्नी, जुब्बल, कुमारसैन,डोडरा-कवार में सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। शिमला शहर में भी जगह पेड़ गिरने और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज भी प्रदेश के अधिकतर जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
शिमला , 06 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में दो दिनों से लगातार भारी बारिश का दौर चल रहा है जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। भारी बारिश जगह लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई है जिसके प्रदेश में 4 एनएच सहित 613 सड़कें यातायात के बाधित हो गई है। इसके अलावा 1491 बिजली ट्रांसफार्मर और 265 पानी की स्कीमें बाधित हो गई है।448 मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।मॉनसून सीजन में अबतक मरने वालों का आंकड़ा 194 पहुंच गया है।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में मॉनसून की भारी बारिशों के कारण प्रदेश में 1600 करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया है जबकि कृषि और बागवानी का आंकलन अभी पूरा नहीं हुआ है ऐसे में आंकड़ा अभी बढ़ेगा। सभी बाधित सड़कों को खोलने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। लगातार भारी बारिश से नदी नाले उफान पर है। प्रदेश में बादल फटने की घटनाओं और भूस्खलन में इज़ाफ़ा हो रहा है ऐसे में नदी नालों के समीप निर्माण पर सोचना होगा क्योंकि ज्यादातर क्षति नदी और नालों के समीप निर्माण से हो रही है। जगत सिंह नेगी ने उत्तरकाशी की खीर गंगा में बादल फटने की घटना से हुए नुकसान पर दुख प्रकट किया।
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भारी बारिश को देखते हुए अलग अलग जिलों के उपमंडलों में SDM ने शिक्षण संस्थानों को आज बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं।शिमला जिले में लगातार बारिश को देखते हुए आज 6 अगस्त को ठियोग, चौपाल, रामपुर, सुन्नी, जुब्बल, कुमारसैन,डोडरा-कवार में सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। शिमला शहर में भी जगह पेड़ गिरने और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज भी प्रदेश के अधिकतर जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
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