
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला 04 जुलाई ! कृषि एवं पशु पालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने मंगलवार को कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के सभागार में दो दिवसीय ड्रोन उत्सव के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में ड्रोन तकनीक को अपनाने पर जोर दिया है और पालमपुर में ड्रोन उत्सव इस दिशा में कारगर सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसी कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में किसानों तथा बागबानों की आमदनी बढ़ाने के लिहाज से ड्रोन तकनीक काफी मददगार साबित होगी। कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक की मदद से मौसम का सही पूर्वानुमान, सिंचाई की बेहतर सुविधा, कीटनाशकों का प्रभावी छिड़काव, फसल के स्वास्थ्य की निगरानी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह तकनीक का युग है और वर्तमान में तकनीक तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बहुत परिवर्तन आए हैं। इसको ध्यान में रखते हुए कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को अनुसंधान कार्यों पर जोर देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान एवं शोध को प्रयोगशाला से खेत तक पहुंचाने के लिए भी सार्थक कदम उठाने चाहिए ताकि किसान लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि शाहपुर आईटीआई में ड्रोन प्रशिक्षण आरंभ किया गया है और आने वाले समय में प्रदेश के 11 अन्य आईटीआई में ड्रोन मैकेनिक इत्यादि कोर्स आरंभ करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था सुचारू बनाने में ड्रोन तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। इससे पहले मुख्यातिथि ने ड्रोन प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्य संसदीय सचिव, शिक्षा एवं शहरी विकास, आशीष बुटेल ने कहा कि प्रदेश में ड्रोन तकनीक का विभिन्न क्षेत्रों में इस्तेमाल सभी के लिए लाभकारी होगा। उन्होंने कहा कि इस तकनीक की शुरुआत पालमपुर नगर निगम की मैपिंग एवं अन्य विकास कार्यों में भी की जाएगी। उन्होंने किसान और बागवानों को कीटनाशक छिड़काव एवं बीज इत्यादि लगाने के लिए क्लस्टर बनाकर ड्रोन उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार), गोकुल बुटेल ने सभी विभागों को ड्रोन तकनीक का अधिक से अधिक प्रयोग करने का सुझाव दिया ताकि विभागों का कामकाज सुगमता से समय पर हो सके। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी विभाग मुख्यमंत्री की दूरदृष्टि से आने वाले समय में हिमाचल को देश में ड्रोन तकनीक प्रयोग करने वाला पहला राज्य बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है। सचिव डिजिटल टेक्नोलॉजी एंड गवर्नेंस डॉ. अभिषेक जैन ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और हिमाचल ड्रोन कॉन्क्लेव की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर भारत सरकार में संयुक्त सचिव नंदिता गुप्ता, निदेशक उद्यान संदीप कदम, कुलपति चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय डॉ. एचके चौधरी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी, सहायक सचिव फिक्की, सुमित गुप्ता, निदेशक आईआईटी रोपड़ डॉ. राजीव आहुजा, निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी मुकेश रेप्सवाल, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्र, ड्रोन कंपनियों के प्रबंधक सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
शिमला 04 जुलाई ! कृषि एवं पशु पालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने मंगलवार को कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के सभागार में दो दिवसीय ड्रोन उत्सव के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में ड्रोन तकनीक को अपनाने पर जोर दिया है और पालमपुर में ड्रोन उत्सव इस दिशा में कारगर सिद्ध होगा।
उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसी कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में किसानों तथा बागबानों की आमदनी बढ़ाने के लिहाज से ड्रोन तकनीक काफी मददगार साबित होगी। कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक की मदद से मौसम का सही पूर्वानुमान, सिंचाई की बेहतर सुविधा, कीटनाशकों का प्रभावी छिड़काव, फसल के स्वास्थ्य की निगरानी की जा सकती है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
उन्होंने कहा कि यह तकनीक का युग है और वर्तमान में तकनीक तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बहुत परिवर्तन आए हैं। इसको ध्यान में रखते हुए कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को अनुसंधान कार्यों पर जोर देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान एवं शोध को प्रयोगशाला से खेत तक पहुंचाने के लिए भी सार्थक कदम उठाने चाहिए ताकि किसान लाभान्वित हो सकें।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि शाहपुर आईटीआई में ड्रोन प्रशिक्षण आरंभ किया गया है और आने वाले समय में प्रदेश के 11 अन्य आईटीआई में ड्रोन मैकेनिक इत्यादि कोर्स आरंभ करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था सुचारू बनाने में ड्रोन तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है।
इससे पहले मुख्यातिथि ने ड्रोन प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्य संसदीय सचिव, शिक्षा एवं शहरी विकास, आशीष बुटेल ने कहा कि प्रदेश में ड्रोन तकनीक का विभिन्न क्षेत्रों में इस्तेमाल सभी के लिए लाभकारी होगा।
उन्होंने कहा कि इस तकनीक की शुरुआत पालमपुर नगर निगम की मैपिंग एवं अन्य विकास कार्यों में भी की जाएगी। उन्होंने किसान और बागवानों को कीटनाशक छिड़काव एवं बीज इत्यादि लगाने के लिए क्लस्टर बनाकर ड्रोन उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार), गोकुल बुटेल ने सभी विभागों को ड्रोन तकनीक का अधिक से अधिक प्रयोग करने का सुझाव दिया ताकि विभागों का कामकाज सुगमता से समय पर हो सके। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी विभाग मुख्यमंत्री की दूरदृष्टि से आने वाले समय में हिमाचल को देश में ड्रोन तकनीक प्रयोग करने वाला पहला राज्य बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है।
सचिव डिजिटल टेक्नोलॉजी एंड गवर्नेंस डॉ. अभिषेक जैन ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और हिमाचल ड्रोन कॉन्क्लेव की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर भारत सरकार में संयुक्त सचिव नंदिता गुप्ता, निदेशक उद्यान संदीप कदम, कुलपति चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय डॉ. एचके चौधरी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी, सहायक सचिव फिक्की, सुमित गुप्ता, निदेशक आईआईटी रोपड़ डॉ. राजीव आहुजा, निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी मुकेश रेप्सवाल, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्र, ड्रोन कंपनियों के प्रबंधक सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -